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क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे बड़ा राज्य राजस्थान है। वही जनसँख्या की दृष्टि से सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश है।
क्या आप जानते हैं कि भारत का सबसे बड़ा राज्य कौन सा है? ये एक ऐसा राज्य है जिसके विशाल क्षेत्र में गहरी विरासत और अनूठी संस्कृति समाहित है। तो चलिए, हम आपको एक अद्भुत यात्रा पर ले चलते हैं, जहां आप जानेंगे सबसे बड़े राज्य राजस्थान के बारे में।
माना जाता है कि सच्चे अनुभव ही जीवन को सार्थक बनाते हैं। और अगर आप अद्भुत अनुभवों की तलाश में हैं, तो राजस्थान आपके लिए सही जगह है!
भारत का सबसे बड़ा राज्य न केवल अपने विशाल क्षेत्रफल के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां की समृद्ध विरासत और रंगारंग संस्कृति भी दुनिया भर के पर्यटकों को लुभाती है। रेगिस्तानी रातों की चांदनी से लेकर शाही नगरों के किलों-महलों तक, राजस्थान आपको अपने जादुई अनुभवों में खो जाने पर मजबूर कर देगा।
क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे बड़ा राज्य राजस्थान है। राजस्थान को भारत का दिल भी कहा जाता है। इसका क्षेत्रफल लगभग 342,239 वर्ग किलोमीटर है। यह भारत के कुल भौगोलिक क्षेत्रफल का लगभग 10.41% है।
क्रम | राज्य का नाम | क्षेत्रफल (वर्ग किमी) |
1 | राजस्थान | 342,239 |
2 | मध्य प्रदेश | 308,245 |
3 | महाराष्ट्र | 307,713 |
4 | उत्तर प्रदेश | 240,928 |
5 | गुजरात | 196,024 |
6 | कर्नाटक | 191,791 |
7 | आंध्र प्रदेश | 162,968 |
8 | ओडिशा | 155,707 |
9 | छत्तीसगढ़ | 135,191 |
10 | तमिलनाडु | 130,058 |
11 | तेलंगाना | 112,077 |
12 | बिहार | 94,163 |
13 | पश्चिम बंगाल | 88,752 |
14 | अरुणाचल प्रदेश | 83,743 |
15 | झारखंड | 79,714 |
16 | असम | 78,438 |
17 | हिमाचल प्रदेश | 55,673 |
18 | उत्तराखंड | 53,483 |
19 | पंजाब | 50,362 |
20 | हरियाणा | 44,212 |
21 | केरल | 38,863 |
22 | मेघालय | 22,429 |
23 | मणिपुर | 22,327 |
24 | मिजोरम | 21,081 |
25 | नागालैंड | 16,579 |
26 | त्रिपुरा | 10,486 |
27 | सिक्किम | 7,096 |
28 | गोवा | 3,702 |
राजस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य है। राजस्थान का क्षेत्रफल कितना है इसकी बात की जाए तो इसका विशाल क्षेत्रफल आपको निश्चित रूप से चकित कर देगा। जब आप राजस्थान के बारे में सोचते हैं, तो शायद आपके दिमाग में रेतीले रेगिस्तान और भव्य किले-महल आते होंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस राज्य के आकार के बारे में?
राजस्थान का क्षेत्रफल कितना है? राजस्थान का क्षेत्रफल लगभग 3 लाख 42 हजार 239 वर्ग किलोमीटर है, जो भारत के कुल क्षेत्र का करीब 10.4 प्रतिशत हिस्सा है। यदि राजस्थान एक अलग देश होता, तो ये दुनिया के 33वें सबसे बड़े देश के बराबर होता। इतना ही नहीं, राज्य की लंबाई 869 किलोमीटर और चौड़ाई 826 किलोमीटर है, जबकि इसकी सीमा चारों ओर से 1,659 किलोमीटर लंबी है।
अगर आप, भारत का सबसे बड़ा राज्य, राजस्थान की सैर करना चाहें तो आपको पूरे 4 महीने लग जाएंगे, और इसी विशाल राजस्थान के क्षेत्रफल में राजस्थान की असली खूबसूरती समाहित है, यहां आपको रेतीले रेगिस्तान से लेकर हरे-भरे पहाड़ और झीलें तथा अमीर सांस्कृतिक विरासत भी मिलेगी।
अगर हम राजस्थान की सीमाएं के बारे में बात करे तो, राजस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य है और इसकी सीमाएं भी बहुत ही विशाल हैं। चारों ओर से इस राज्य की सीमाओं का कुल लंबाई करीब 1,659 किलोमीटर है। ऐसा इसलिए है क्योंकि राजस्थान का क्षेत्रफल बहुत बड़ा और फैला हुआ है।
अगर हम राजस्थान की सीमाओं पर नजर डालें तो उत्तर की ओर से इसकी सीमा पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश राज्यों से लगती है। दक्षिण में गुजरात और मध्य प्रदेश के साथ सीमा बनी हुई है। पूरब की दिशा में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश आते हैं, जबकि पश्चिमी सीमा पाकिस्तान से लगी हुई है।
राजस्थान की सीमाओं का बड़ा हिस्सा रेगिस्तानी इलाकों से गुजरता है। यहां आपको सिर्फ रेत के टीले और बंजर भूमि ही नजर आएगी। लेकिन कुछ हिस्सों में पहाड़ी इलाके भी मिल जाएंगे जो नजारे को और भी खूबसूरत बना देंगे।
जब भी आप राजस्थान की सीमाओं पर जाएंगे तो आपको वहां के लोगों की संस्कृति और रीति-रिवाजों का भी अनुभव होगा। प्रत्येक क्षेत्र की अपनी एक अलग पहचान है जिसे देखना बहुत ही रोचक होगा।
राजस्थान की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पाकिस्तान से लगी हुई है। ये लगभग 1,070 किलोमीटर लंबी सीमा राज्य के पश्चिमी हिस्से से गुजरती है। राजस्थान और पाकिस्तान की इस सीमा पर मुख्य रूप से रेगिस्तानी इलाके और रेत के टीले-झुरमुट नजर आते हैं। सुरक्षा के कारणों से इस पूरी सीमा पर भारतीय सेना की नजर रहती है और यहां कई सैन्य छावनियां एवं चौकियां भी मौजूद की गई हैं। गणगनगर और मुनाबाव इस सीमा पर दो प्रमुख सीमा द्वार हैं जो व्यापारिक गतिविधियों और यात्रियों के आवागमन के लिए जरूरी भूमिका निभाते हैं।
राजस्थान की अंतर्राज्यीय सीमा बहुत ही लंबी-चौड़ी है क्योंकि इस राज्य को अपने आस-पास कई अन्य राज्यों से घिरा हुआ है। उत्तर में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश राज्य हैं, जबकि दक्षिण दिशा में गुजरात और मध्य प्रदेश स्थित हैं। पूरब की ओर भी उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के साथ सीमा बनी हुई है।
इन सभी राज्यों की सीमाओं को मिलाकर राजस्थान की अंतर्राज्यीय सीमा का कुल लगभग 589 किलोमीटर लंबी हो जाती है। इन सीमाओं पर कहीं-कहीं नदियां और पहाड़ियां भी मिल जाएंगी, लेकिन ज्यादातर हिस्सों में रेतीले टीले और रेगिस्तानी इलाके ही नजर आएंगे। आवागमन की सुविधा के लिए इन सीमाओं पर कई सड़क मार्ग और रेलवे लाइनें भी बनी हुई हैं। इस तरह राजस्थान की अंतर्राज्यीय सीमाएं लंबी -चौड़ी हैं।
राजस्थान की राजधानी जयपुर है, जिसे ‘पिंक सिटी’ के नाम से भी जाना जाता है। राजस्थान की राजधानी जयपुर बहुत पुराना और गौरवशाली शहर है जिसमें कई प्राचीन किले, महल और मंदिर स्थित हैं, जैसे आमेर किला, हवा महल और जन्तर मंतर।
जयपुर का निर्माण 1727 में राजा सवाई जय सिंह ने कराया था, इसलिए इसका नाम जयपुर पड़ा। ये शहर बहुत सुंदर और व्यवस्थित ढंग से बसाया गया है। राजस्थान की राजधानी होने के नाते यहां राज्य सरकार का मुख्यालय भी स्थित है और यह राजस्थान की सरकारी, व्यापार और उद्योग का भी केंद्र है। यहां कई कंपनियां और फैक्ट्रियां भी हैं जो लोगों को नौकरियां देती हैं।
राजस्थान की जनसँख्या की पूरी जानकारी नीचे दी हुई है:
राजस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य है। इसका क्षेत्रफल 342,239 वर्ग किलोमीटर है।
राजस्थान की जनसंख्या: 2011 की आखिरी आधिकारिक जनगणना के अनुसार, राजस्थान की जनसंख्या 6.85 करोड़ (68.5 मिलियन) थी। ये ध्यान देने योग्य है कि इस जनगणना को अब लगभग 13 वर्ष हो चुके हैं।
वर्तमान अनुमान: 2024 तक, राजस्थान की अनुमानित जनसंख्या लगभग 8 करोड़ (80 मिलियन) तक पहुंच गई है। ये वृद्धि जनसंख्या विकास दर और अन्य जनसांख्यिकीय कारकों पर आधारित है।
राजस्थान में कई बड़े शहर हैं जहां राजस्थान की कुल जनसंख्या लाखों में है। जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा और अजमेर जैसे शहरों की आबादी काफी अधिक है। साथ ही छोटे-छोटे कस्बों और गांवों में भी लाखों लोग निवास करते हैं।
राजस्थान का विशाल क्षेत्रफल ही राजस्थान की जनसंख्या प्रमुख वजह है। चूंकि ये राज्य क्षेत्रफल के मामले में सबसे बड़ा है, इसलिए यहां रहने वालों की संख्या भी ज्यादा है। साथ ही पारंपरिक रूप से भी राजस्थानी परिवार बड़े आकार के होते हैं।
क्रम | राज्य | अनुमानित जनसंख्या |
1 | उत्तर प्रदेश | 23.8 करोड़ |
2 | बिहार | 12.9 करोड़ |
3 | महाराष्ट्र | 12.7 करोड़ |
4 | पश्चिम बंगाल | 9.9 करोड़ |
5 | मध्य प्रदेश | 8.7 करोड़ |
6 | राजस्थान | 8.02 करोड़ |
7 | तमिलनाडु | 8.07 करोड़ |
8 | गुजरात | 7.2 करोड़ |
9 | कर्नाटक | 6.8 करोड़ |
10 | आंध्र प्रदेश | 5.3 करोड़ |
11 | ओडिशा | 4.6 करोड़ |
12 | झारखंड | 4 करोड़ |
13 | तेलंगाना | 3.8 करोड़ |
14 | असम | 3.6 करोड़ |
15 | केरल | 3.5 करोड़ |
16 | पंजाब | 3.09 करोड़ |
17 | हरियाणा | 3.06 करोड़ |
18 | छत्तीसगढ़ | 3.063 करोड़ |
19 | उत्तराखंड | 1.1 करोड़ |
20 | हिमाचल प्रदेश | 75 लाख |
21 | त्रिपुरा | 41 लाख |
22 | मेघालय | 33 लाख |
23 | मणिपुर | 32 लाख |
24 | नागालैंड | 22 लाख |
25 | गोवा | 15.85 लाख |
26 | अरुणाचल प्रदेश | 15.8 लाख |
27 | मिजोरम | 12.52 लाख |
28 | सिक्किम | 6.9 लाख |
अगर राजस्थान की जनसंख्या को देखा जाए तो ये राज्य भारत में अहम स्थान रखता है।
इस तरह राजस्थान की विशाल जमीन उसकी बड़ी आबादी को संभालने में सक्षम है। इसलिए राजस्थान की जनसंख्या भारत के शीर्ष राज्यों में शामिल है।
राजस्थान की वेशभूषा बेहद खूबसूरत और रंग-बिरंगी है। यहां के पुरुष और महिलाएं दोनों ही बहुत ही आकर्षक और अनोखे कपड़े पहनते हैं।
राजस्थान की वेशभूषा पुरुषों के लिए आमतौर पर धोती और कुर्ता पहनते हैं। इसके साथ वे सफेद रंग का पगड़ी भी बांधते हैं। खेतीबाड़ी वाले इलाकों में वे धोती के साथ बनियान भी पहनते हैं। शादी-विवाह के मौकों पर राजपूत पुरुष अचकन और सफेद पगड़ी पहनते हैं। लोग पारंपरिक जूते और चप्पल भी पहनते हैं।
राजस्थानी की वेशभूषा महिलाएं के लिए गहरे रंगों की गागरा चोली पहनना पसंद करती हैं, उसके साथ में ओढनी भी लेते हैं। गागरा एक लंबा लहंगा होता है जिसे वे कमरबंद से कसती हैं। चोली एक कुर्ता होता है, इसके अलावा वे दुपट्टा और ओढ़नी भी पहनती हैं। आभूषण भी बहुत महत्वपूर्ण होते हैं जैसे नाक की बाली, बालियां, कंगन, पायल आदि।
इस तरह देखा जाए तो राजस्थान के वेशभूषा पुरुषों और महिलाओं के लिए, राजस्थानी पारंपरिक पहनावा बहुत रंगीन और आकर्षक होता है। इसमें अलग- अलग रंगों, कढ़ाई और जरी का प्रयोग किया जाता है। ये राजस्थान की समृद्ध संस्कृति को दर्शाता है।
राजस्थान के मौसम की बात करे तो राजस्थान का मौसम बहुत ही अनोखा और विचित्र होता है।
राजस्थान में मुख्य रूप से छह ऋतुएं देखने को मिलती हैं। ये ऋतुएं हमें राजस्थान का मौसम के बारे में बताती है।
इस तरह से राजस्थान में गर्मी, सर्दी, बरसात और अन्य ऋतुएं भी आती हैं। हालांकि, यहां गर्मी और सर्दी बाकी ऋतुओं से ज्यादा हावी रहती है।
राजस्थान में कई प्रकार की फसलें उगाई जाती हैं। यहाँ पर कुछ मुख्य फसलें दी गई हैं:
राजस्थान राज्य का सबसे गर्म और सबसे ठंडा स्थान के बारे में नीचे बताया गया है:
राजस्थान का श्रीगंगानगर जिला सामान्य रूप से राज्य का सबसे गर्म क्षेत्र माना जाता है। यहां अधिकतम तापमान गर्मियों के दौरान 48-50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है। इस क्षेत्र में रेगिस्तानी क्लाइमेट पाया जाता है।
राजस्थान में माउंट आबू क्षेत्र सबसे ठंडा इलाका माना जाता है। ये अरावली पर्वतमाला का हिस्सा है और समुद्र तल से लगभग 1,220 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहां सर्दियों के दौरान न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस से नीचे भी चला जाता है। कई बार यहां बर्फबारी भी देखी गई है।
इस प्रकार, एक ओर राजस्थान बहुत गर्म रेगिस्तानी इलाकों से घिरा हुआ है, वहीं दूसरी ओर पहाड़ी क्षेत्रों में इतनी ठंडक भी मिलती है कि बर्फबारी हो जाती है।
भारत का सबसे बड़ा राज्य, अपने विशाल क्षेत्रफल के साथ-साथ गहरी विरासत और रंगारंग संस्कृति से भी दुनिया भर के पर्यटकों को लुभाता है। यहां के लगभग 3 लाख 42 हजार वर्ग किलोमीटर के विशाल क्षेत्र में करीब 7 करोड़ लोग निवास करते हैं। जयपुर, राजस्थान की राजधानी अपने आमेर किले, हवा महल और जंतर-मंतर जैसे शाही स्मारकों के लिए प्रसिद्ध है। यहां के लोगों की आकर्षक पोशाको में भी यहां के संस्कृति झलकती है – पुरुष धोती-कुर्ता और पगड़ी पहनते हैं जबकि महिलाएं रंग-बिरंगी गागरा-चोली और झुमकों से लदे होती हैं।
राजस्थान के मौसम में विचित्रता भी देखी जाती है – गर्मियों में तपती गर्मी से लेकर पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी तक! यहां की मिट्टी और जलवायु अलग-अलग फसलों जैसे गेहूं, बाजरा, चना और मूंगफली की खेती के लिए अनुकूल है। इस तरह, अपने विशाल क्षेत्र, दिलचस्प विरासत, विभिन्न पोशाकों, विचित्र मौसम और विविधतापूर्ण कृषि के साथ, राजस्थान एक अनोखा राज्य है जो हर पर्यटक के लिए कभी ना भूलने वाला अनुभव देता है।
राजस्थान में प्रमुख नदियाँ चंबल, लूनी, बनास और घग्गर हैं।
राजस्थान का प्रमुख लोक नृत्य घूमर है।
राजस्थान का सबसे प्रमुख उत्सव “मरुधर महोत्सव” और “पुष्कर मेला” है।
बीकानेर में स्थित राजस्थानी विश्वविद्यालय सबसे बड़ी उच्च शिक्षा संस्था है।
रणथंभौर और केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान प्रमुख वन्यजीव संरक्षण प्रोजेक्ट्स हैं।
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