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Neet kya hota hai? नीट का फुल फॉर्म इन हिंदी? नीट (NEET) या नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट भारत में मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में प्रवेश के लिए एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है। यह परीक्षा हर साल लाखों छात्रों द्वारा दी जाती है और इसका मुख्य उद्देश्य योग्य और कुशल उम्मीदवारों का चयन करना है। नीट परीक्षा की तैयारी के लिए कड़ी मेहनत और सही रणनीति की आवश्यकता होती है।
अगर आप खुद को मोटीवेट करने के लिए नीट करने के फायदे के बारे में पढ़ना चाहते है तो इस ब्लॉग में, हम neet kya hai/Neet kya hota hai, नीट का फुल फॉर्म, नीट करने के फायदे, नीट करने में कितना पैसा लगेगा और नीट पास करने के बाद क्या होता है, इसके बारे में विस्तार से जानेंगे।
सबसे पहले हम ये जानेंगे कि neet kya hai/Neet kya hota hai? और नीट करने के फायदे कौन से होते हैं? दरअसल नीट (NEET), या नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट, एक प्रवेश परीक्षा है जिसे भारत के मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में प्रवेश के लिए आयोजित किया जाता है। इस परीक्षा का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा किया जाता है। नीट परीक्षा को पास करने के बाद, छात्र एमबीबीएस, बीडीएस, और अन्य मेडिकल कोर्सेज में प्रवेश पा सकते हैं।
नीट का फुल फॉर्म नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (National Eligibility cum Entrance Test) है। यह परीक्षा अंडरग्रेजुएट (UG) और पोस्टग्रेजुएट (PG) दोनों स्तरों पर आयोजित की जाती है।
Neet kya hota hai? नीट का फुल फॉर्म नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (National Eligibility cum Entrance Test) होता है।
नीट UG और नीट PG के अलग-अलग चरण होते हैं। नीट UG का आयोजन मेडिकल कॉलेजों में अंडरग्रेजुएट कोर्सेज जैसे एमबीबीएस और बीडीएस में प्रवेश के लिए किया जाता है, जबकि नीट PG का आयोजन पोस्टग्रेजुएट कोर्सेज जैसे एमडी और एमएस में प्रवेश के लिए किया जाता है। नीट UG परीक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री, और बायोलॉजी के प्रश्न होते हैं, जबकि नीट PG परीक्षा में क्लिनिकल, प्री-क्लिनिकल, और पैराक्लिनिकल विषयों के प्रश्न होते हैं।
अगर हम नीट करने के फायदे/NEET clear karne ke fayde की बात करे तो नीट पास करने के कई फायदे हैं, जिनमें मुख्य रूप से मेडिकल क्षेत्र में प्रवेश के अवसर शामिल हैं। इस परीक्षा को पास करने के बाद, छात्रों के पास मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश पाने और एक सफल मेडिकल करियर बनाने का मौका होता है।
अगर हम नीट करने के फायदे की बात करे तो नीट पास करने के बाद, छात्रों को सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस, बीडीएस, और अन्य मेडिकल कोर्सेज में प्रवेश का सुनहरा अवसर मिलता है। यह उन्हें एक उत्कृष्ट चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करने का अवसर देता है, जिससे वे अपने करियर में सफल हो सकते हैं।
नीट एमबीबीएस, बीडीएस, बीएएमएस, बीएचएमएस और बीयूएमएस सहित मेडिकल और डेंटल करियर में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए विकल्पों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है।
नीट के लिए योग्य छात्र अपनी मेडिकल शिक्षा के लिए सरकारी छात्रवृत्ति और वित्तीय सहायता का लाभ उठा सकते हैं।
नीट योग्यता को वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त है, जो विदेश में उच्च शिक्षा और अनुसंधान के अवसर प्रदान करती है।
नीट क्लियर करने के बाद, छात्रों को मेडिकल कोर्सेज के लिए फीस का भुगतान करना होता है। सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में फीस अलग-अलग होती है। सरकारी कॉलेजों में फीस कम होती है, जबकि प्राइवेट कॉलेजों में फीस अधिक होती है। नीट पास करने के बाद, छात्रों को कैटेगरी के अनुसार फीस का भुगतान करना होता है।
नीट परीक्षा के लिए सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों की 1500 रुपये, ओबीसी/एससी/एसटी वर्ग के उम्मीदवारों की 800 रुपये और दिव्यांगजन (PWD) श्रेणी के उम्मीदवारों की 800 रुपये आवेदन शुल्क है।
कैटेगरी | फीस (INR) |
जनरल | 1,500 |
OBC/SC/ST | 800 |
PWD | 800 |
कई छात्रों का सवाल होता है कि नीट करने में कितना पैसा लगेगा? एम्स में एमबीबीएस की फीस कितनी है, प्राइवेट कॉलेज में एमबीबीएस की फीस कितनी है और “एमबीबीएस प्राइवेट कॉलेज फीस कितनी होती है? एम्स और प्राइवेट कॉलेज की फीस –
कॉलेज का नाम | आवेदन शुल्क | कोर्स की फीस | छात्रावास शुल्क |
दिल्ली एम्स | 25 रुपये | 6,075 रुपये | 990 रुपये |
जोधपुर एम्स | 25 रुपये | 8,140 रुपये | 1000 रुपये |
भोपाल एम्स | 1100 रुपये | 4,788 रुपये | 5860 रुपये |
ऋषिकेश एम्स | 100 रुपये | 51,520 रुपये | 1,480 रुपये |
राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज, बहराइच | —— | 36,000 | 3,600 |
महर्षि विश्वामित्र स्वायत्त राज्य मेडिकल कॉलेज | —— | 36,000 (सामान्य), 27,000 (ओबीसी, एससी/एसटी) | 2,400 |
स्वायत्त राज्य मेडिकल कॉलेज, बस्ती | —— | 180,000 | —— |
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, इलाहाबाद | —— | 140,000 | 4,800 |
एस.एन. मेडिकल कॉलेज, आगरा | —— | 160,000 | 4,800 |
गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, आजमगढ़ | —— | 210,000 | 3,600 |
बी.आर.डी. मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर | —— | 231,000 | 6,000 |
माँ विंध्यवासिनी स्वायत्त राज्य मेडिकल कॉलेज, मिर्जापुर | —— | 36,000 | 4,800 |
अब हम समझेंगे कि नीट पास करने के बाद क्या होता है? दरअसल नीट पास करने के बाद, छात्रों को विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया से गुजरना होता है। यह प्रक्रिया काउंसलिंग के माध्यम से होती है, जिसमें छात्रों को उनकी रैंक और पसंद के आधार पर कॉलेजों में सीटें आवंटित की जाती हैं।
नीट पास करने के बाद, छात्रों को काउंसलिंग प्रक्रिया के माध्यम से मेडिकल कॉलेजों में सीटें आवंटित की जाती हैं। यह प्रक्रिया मेरिट लिस्ट के आधार पर की जाती है। छात्रों को अपनी रैंक और पसंद के अनुसार कॉलेज और कोर्स चुनना होता है। काउंसलिंग प्रक्रिया में छात्रों को दस्तावेज़ सत्यापन और अन्य औपचारिकताओं को पूरा करना होता है।
नीट पास करने के बाद, छात्र उनके अंक के आधार पर एमबीबीएस, बीडीएस, और अन्य मेडिकल कोर्सेज में प्रवेश पा सकते हैं। ये कोर्सेज उन्हें मेडिकल प्रोफेशन में एक उज्जवल भविष्य की ओर ले जाते हैं। एमबीबीएस (बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी) और बीडीएस (बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी) सबसे प्रमुख और लोकप्रिय कोर्सेज हैं, जिनमें छात्रों का प्रवेश होता है।
इसके अलावा, बीएचएमएस (बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी), बीएएमएस (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी), और बीयूएमएस (बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी) जैसे कोर्सेज भी उपलब्ध हैं।
नीट पास करने के बाद, छात्रों के पास कई करियर विकल्प होते हैं जैसे कि जनरल प्रैक्टिशनर, सर्जन, डेंटिस्ट, और अन्य स्पेशलाइज्ड डॉक्टर्स। एमबीबीएस कोर्स पूरा करने के बाद, छात्र विभिन्न चिकित्सा क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं, जैसे कि कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, गाइनेकोलॉजी, आदि। इसके अलावा, वे सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में काम कर सकते हैं या अपना क्लिनिक खोल सकते हैं।
एमबीबीएस और बीडीएस कोर्सेज पूरा करने के बाद, छात्रों को एक वर्ष की इंटर्नशिप करनी होती है। इस दौरान, वे चिकित्सा मामलों को संभालने का अनुभव प्राप्त करते हैं और अपनी स्किल्स को सुधारते हैं। इंटर्नशिप के बाद, वे अपनी रुचि के अनुसार स्पेशलाइजेशन कोर्सेज कर सकते हैं, जैसे कि एमडी, एमएस, डीएम, आदि। स्पेशलाइजेशन के बाद, वे अपने चुने हुए क्षेत्र में विशेषज्ञ बन सकते हैं और उच्चतम स्तर की चिकित्सा सेवा प्रदान कर सकते हैं।
नीट करने के फायदे ब्लॉग में हम नीट क्रेक करने के लिए तैयारी के तरीको पर बात करेंगे। नीट भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। नीट की तैयारी के लिए छात्रों को टाइम मैनेजमेंट, स्टडी प्लानिंग और सही गाइडेंस की जरूरत होती है। इसके अलावा, मॉक टेस्ट और प्रैक्टिस पेपर हल करना भी बहुत महत्वपूर्ण है।
नीट की तैयारी के लिए टाइम टाइम मैनेजमेंट बहुत महत्वपूर्ण है। छात्रों को एक सही टाइम टेबल बनानी चाहिए और रेगुलर पढ़ाई करना चाहिए। टाइम टेबल में सभी विषयों को पूरा समय देना चाहिए और कठिन विषयों पर अधिक ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा, नियमित रूप से रिविजन करना भी महत्वपूर्ण है ताकि सभी टॉपिक्स अच्छी तरह से याद रह सकें।
मॉक टेस्ट और प्रैक्टिस पेपर हल करना नीट की तैयारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इससे छात्रों को परीक्षा पैटर्न समझने में मदद मिलती है और वे अपनी कमजोरियों को पहचान सकते हैं। मॉक टेस्ट से छात्रों को परीक्षा के माहौल का अनुभव होता है और उनका आत्मविश्वास बढ़ता है।
नीट UG परीक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री, और बायोलॉजी के प्रश्न होते हैं। कुल 720 अंकों की यह परीक्षा 3 घंटे की होती है। इसमें 180 प्रश्न होते हैं, जिनमें से 45 प्रश्न फिजिक्स, 45 प्रश्न केमिस्ट्री, और 90 प्रश्न बायोलॉजी (बॉटनी और जूलॉजी) से होते हैं।
विषय | प्रश्न संख्या | कुल अंक |
भौतिकी | 45 | 180 |
रसायन विज्ञान | 45 | 180 |
जीव विज्ञान (वनस्पति विज्ञान और प्राणीशास्त्र) | 90 | 360 |
कुल | 180 | 720 |
नीट PG परीक्षा में क्लिनिकल, प्री-क्लिनिकल, और पैराक्लिनिकल विषयों के प्रश्न होते हैं। यह परीक्षा 3 घंटे 30 मिनट की होती है और इसमें कुल 300 प्रश्न होते हैं। प्रत्येक सही उत्तर के लिए 4 अंक दिए जाते हैं और गलत उत्तर के लिए 1 अंक काटा जाता है।
कैटेगरी | जानकारी |
NEET पीजी एक्जाम की विधा | कॉम्प्यूटर बेस्ड टेस्ट |
परीक्षा की अवधि | 3 घंटे 30 मिनट |
कुल सवाल | 300 |
सवालों का प्रकार | MCQ |
माध्यम | अंग्रेजी |
विषय: प्रश्नों के प्रकार | क्लिनिकल प्री-क्लिनिकल और पैराक्लिनिकल |
सही जवाब के अंक | 4 |
गलत जवाब के अंक | -1 |
छात्र NEET परीक्षा कितनी बार भी दे सकते हैं, इसकी कोई सीमा नहीं है। हर साल नई कोशिश करने का अवसर होता है। नीट परीक्षा की तैयारी के लिए छात्रों को सही रणनीति और समय प्रबंधन की आवश्यकता होती है।
NEET 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया, महत्वपूर्ण तिथियां, और अन्य जानकारियां समय-समय पर नीट की आधिकारिक वेबसाइट पर अपडेट होती हैं। छात्रों को इन जानकारियों का ध्यान रखना चाहिए और समय पर आवेदन करना चाहिए।
इस ब्लॉग में हम नीट करने के फायदे के साथ साथ नीट सिलेबस को भी विस्तार से समझेंगे। नीट में फ़िज़िक्स, केमेस्ट्री और बायोलॉजी विषय से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं। नीट सिलेबस निम्नलिखित है-
UNIT 1: Diversity in Living World
UNIT 2: Structural Organisation in Animals and Plants
UNIT 3: Cell Structure and Function
UNIT 4: Plant Physiology
UNIT 5: Human Physiology
UNIT 6: Reproduction
UNIT 7: Genetics and Evolution
UNIT 8: Biology and Human Welfare
UNIT 9: Biotechnology and Its Applications
UNIT 10: Ecology and Environment
UNIT 1: PHYSICS AND MEASUREMENT
UNIT 2: KINEMATICS
UNIT 3: LAWS OF MOTION
UNIT 4: WORK, ENERGY, AND POWER
UNIT5: ROTATIONAL MOTION
UNIT 6: GRAVITATION
UNIT 7: PROPERTIES OF SOLIDS AND LIQUIDS
UNIT 8: THERMODYNAMICS
UNIT9:KINETICTHEORYOFGASES
UNIT 10: OSCILLATIONS AND WAVES
UNIT 11: ELECTROSTATICS
UNIT 12: CURRENT ELECTRICITY
UNIT 13: MAGNETIC EFFECTS OF CURRENT AND MAGNETISM
UNIT 14: ELECTROMAGNETIC INDUCTION AND ALTERNATING CURRENTS
UNIT 15: ELECTROMAGNETIC WAVES
UNIT 16: OPTICS
UNIT 17: DUAL NATURE OF MATTER AND RADIATION
UNIT 18: ATOMS AND NUCLEI
UNIT 19: ELECTRONIC DEVICES
UNIT 20: EXPERIMENTAL SKILLS
PHYSICAL CHEMISTRY
UNIT I: SOME BASIC CONCEPTS IN CHEMISTRY
UNIT 2: ATOMIC STRUCTURE
UNIT 3: CHEMICAL BONDING AND MOLECULAR STRUCTURE
UNIT 4: CHEMICAL THERMODYNAMICS
UNIT 5: SOLUTIONS
UNIT 6: EQUILIBRIUM
UNIT 7: REDOX REACTIONS AND ELECTROCHEMISTRY
UNIT 8: CHEMICAL KINETICS
INORGANIC CHEMISTRY
UNIT 9: CLASSIFICATION OF ELEMENTS AND PERIODICITY IN PROPERTIES
UNIT 10: P- BLOCK ELEMENTS
UNIT 11: d – and f- BLOCK ELEMENTS
UNIT 12: CO-ORDINATION COMPOUNDS
ORGANIC CHEMISTRY
UNIT 13: PURIFICATION AND CHARACTERISATION OF ORGANIC COMPOUNDS
UNIT 14: SOME BASIC PRINCIPLES OF ORGANIC CHEMISTRY
UNIT 15: HYDROCARBONS
UNIT 16: ORGANIC COMPOUNDS CONTAINING HALOGENS
UNIT 17: ORGANIC COMPOUNDS CONTAINING OXYGEN
UNIT 18: ORGANIC COMPOUNDS CONTAINING NITROGEN
UNIT 19: BIOMOLECULES
UNIT 20: PRINCIPLES RELATED TO PRACTICAL CHEMISTRY
पूर्व-नैदानिक विषय Pre-clinical Subjects | पैरा-क्लिनिकल विषय Para-Clinical Subjects | नैदानिक विषय Clinical Subjects |
शरीर रचना | औषध | चिकित्सा , त्वचाविज्ञान और रतिजरोग विज्ञान |
फिजियोलॉजी | कीटाणु-विज्ञान | सर्जरी , ऑर्थोपेडिक्स और एनेस्थीसिया |
जीव रसायन | विकृति विज्ञान | रेडियोडायगनोसिस |
फोरेंसिक दवा | प्रसूति एवं स्त्री रोग | |
सामाजिक और निवारक चिकित्सा | बच्चों की दवा करने की विद्या | |
नेत्र विज्ञान | ||
ईएनटी | ||
मनोचिकित्सा |
नीट करने के फायदे जानने के बाद NEET 2025 के लिए आवेदन करने के लिए, छात्र नीट की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
आयु में छूट और कट-ऑफ अंक छूट के मामले में SC, ST और OBC आवेदकों के लिए सीटें रिजर्व्ड हैं:
रिजर्व्ड कैटेगरी | रिजर्वेशन सीट का पर्सेंटेज |
शेड्यूल्ड कॉस्ट (SC) | 15% |
शेड्यूल्ड ट्राइब (ST) | 7.5% |
अदर बैकवर्ड क्लासेज (OBC) नॉन–क्रीमी लेयर | 27% |
फिजिकली हैंडिकैप्ड | 3% |
इस ब्लॉग में हमने neet kya hai/neet kya hota hai, नीट का फुल फॉर्म, नीट करने के फायदे, नीट करने में कितना पैसा लगेगा और नीट पास करने के बाद क्या होता है, इसके बारे में विस्तार से जाना।
नीट एक महत्वपूर्ण परीक्षा है जो छात्रों को मेडिकल प्रोफेशन में प्रवेश के लिए आवश्यक योग्यता प्रदान करती है। इसकी तैयारी के लिए सही रणनीति और समय प्रबंधन की आवश्यकता होती है। नीट पास करने के बाद, छात्रों के पास मेडिकल क्षेत्र में उज्जवल भविष्य बनाने के कई अवसर होते हैं। सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में प्रवेश पाने के बाद, वे उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं और एक सफल करियर बना सकते हैं। नीट पास करने के बाद, छात्रों को विभिन्न करियर विकल्प और स्पेशलाइजेशन के अवसर मिलते हैं।
NEET पास करने के बाद आप MBBS, BDS, BAMS, BUMS, BHMS, BNYS, BSMS, BVSc & AH, BPT जैसे मेडिकल कोर्सेज में से किसी एक में दाखिला ले सकते है।
नीट (NEET) पास करने के बाद आपके सामने कई सारे करियर विकल्प खुल जाते हैं। जैसे कि: डॉक्टर, दंत चिकित्सक, होम्योपैथिक डॉक्टर, आयुर्वेदिक डॉक्टर, यूनानी डॉक्टर, फार्मासिस्ट, प्रोफेसर।
सामान्य श्रेणी के आवेदकों के लिए NEET फॉर्म की फीस 1,700 रुपये है।
समर्पण और कड़ी मेहनत से 6 महीने में नीट का पाठ्यक्रम पूरा किया जा सकता है।
सरकारी कॉलेजों के लिए नीट कटऑफ हर साल बदलती रहती है। सामान्य रूप से 620 से अधिक नीट स्कोर होने पर सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को सरकारी कॉलेज में एडमिशन मिल जाता है, लेकिन पिछले साल नीट 2023 का स्कोर सामान्य वर्ग के लिए 715-117 तक गया था।
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