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सामान्य ज्ञान के लिए भारत के राज्य, राजधानियों के नाम को जानना अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारत के कुल 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं जिन सभी की राजधानियां अलग-अलग हैं।
इस ब्लॉग के माध्यम से आप राज्य राजधानी चार्ट के माध्यम से भारत के rajya rajdhani और भाषा, भारत के राज्य राजधानी की महत्व और विशेषताएं, केंद्र शासित प्रदेश और उनकी राजधानियां, 1947 के बाद गठित राज्यों के नाम और जम्मू कश्मीर की धारा 370 के बारे में विस्तार से जानेंगे।
भारत के कुल 28 राज्य हैं, भारत के राज्य राजधानी के नाम अलग-अलग हैं सिर्फ, केवल चंडीगढ़ के अलावा जो की पंजाब और हरियाणा दोनों की राजधानी है। भारत के rajya rajdhani/राज्यों की राजधानियों के नाम और भाषा कुछ इस प्रकार हैं:
राज्य राजधानी चार्ट/Bharat ke 28 rajyon ke naam | |||
संख्या | राज्य | राजधानियों के नाम | भाषा |
1 | आंध्र प्रदेश | अमरावती | तेलुगू |
2 | अरुणाचल प्रदेश | इटानगर | अंग्रेजी |
3 | असम | दिसपुर | असमिया |
4 | बिहार | पटना | हिन्दी |
5 | छत्तीसगढ़ | रायपुर | हिंदी |
6 | गोवा | पणजी | कोंकणी, अंग्रेजी |
7 | गुजरात | गांधीनगर | गुजराती |
8 | हरियाणा | चण्डीगढ़ | हिन्दी, हरयाणवी |
9 | हिमाचल प्रदेश | शिमला | हिन्दी |
10 | झारखंड | रांची | हिन्दी |
11 | कर्नाटक | बेंगलुरु | कन्नड़ |
12 | केरल | तिरुवनंतपुरम | मलयालम |
13 | मध्य प्रदेश | भोपाल | हिन्दी |
14 | महाराष्ट्र | मुंबई | मराठी |
15 | मणिपुर | इम्फाल | मणिपुरी |
16 | मेघालय | शिलोंग | अंग्रेजी |
17 | मिज़ोरम | आइज़ोल | मिजो |
18 | नागालैंड | कोहिमा | अंग्रेजी |
19 | ओडिशा | भुवनेश्वर | उड़िया |
20 | पंजाब | चण्डीगढ़ | पंजाबी |
21 | राजस्थान | जयपुर | हिन्दी |
22 | सिक्किम | गैंगटोक | अंग्रेजी, नेपाली, सिक्किमी, लेप्चा |
23 | तमिलनाडु | चेन्नई | तामिल |
24 | तेलंगाना | हैदराबाद | तेलुगू |
25 | त्रिपुरा | अगरतला | बंगाली, अंग्रेजी, कोकबोरोक |
26 | उत्तरप्रदेश | लखनऊ | हिन्दी |
27 | उत्तराखंड | देहरादून | हिन्दी |
28 | पश्चिम बंगाल | कोलकाता | बंगाली |
ऊपर टेबल में हमने भारत के राज्य राजधानी के साथ उनकी भाषाओं के बारे में जाना। अब हम इन राजधानियों के महत्व और विशेषताओं को विस्तार से जानेंगे।
राज्यों की राजधानियाँ न केवल प्रशासनिक केंद्र हैं, बल्कि वे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी रखती हैं। इन राजधानियों में प्राचीन किले, भव्य महल, मंदिर, और कलाकृतियाँ हैं जो भारत के समृद्ध इतिहास और संस्कृति को दर्शाती हैं। उदाहरण के लिए:
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी तथा भारत के rajya rajdhani के नाम में से एक, लखनऊ अपनी अवधी संस्कृति, कला, और इमारतों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ का रुमी दरवाजा, बड़ा इमामबाड़ा, और छोटा इमामबाड़ा मुगल वास्तुकला के उत्कृष्ट नमूने हैं।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी तथा भारत के राज्य राजधानी के नाम में से एक, कोलकाता अपनी समृद्ध साहित्यिक, कलात्मक और क्रांतिकारी विरासत के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ का विक्टोरिया मेमोरियल, भारतीय संग्रहालय, और हावड़ा ब्रिज शहर के ऐतिहासिक महत्व को दर्शाते हैं।
जयपुर: राजस्थान की राजधानी तथा भारत के राज्य राजधानी के नाम में से एक, जयपुर को “गुलाबी शहर” के नाम से जाना जाता है। यहाँ का हवा महल, आमेर किला, और सिटी पैलेस राजपूत वास्तुकला के शानदार उदाहरण हैं।
भारत के राज्यों का शिक्षा और विज्ञान क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान है। भारत के राज्य और केंद्र शासित प्रदेश मिलकर भारत को शिक्षा और विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढ़ा रहे हैं।
राजनीतिक केंद्र: राजधानियां सरकार, नीति निर्माण और प्रशासन का केंद्र होती हैं, जो व्यवसायों को आकर्षित करती हैं और निवेश को बढ़ावा देती हैं।
अर्थव्यवस्था: राजधानियां अक्सर वित्तीय सेवाओं, व्यापार, पर्यटन और शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों का केंद्र होती हैं, जो रोजगार और आर्थिक विकास को बढ़ाती हैं।
उद्योग: कई राजधानियां विशिष्ट उद्योगों के लिए केंद्र हैं, जैसे कि मुंबई का फिल्म उद्योग, बेंगलुरु का IT उद्योग, और दिल्ली का सरकारी क्षेत्र।
अवसंरचना: राजधानियों में आमतौर पर बेहतर बुनियादी ढांचा होता है, जैसे कि हवाई अड्डे, सड़कें, और रेलवे, जो व्यापार और निवेश को सुविधाजनक बनाता है।
मानव पूंजी: राजधानियां शिक्षा और अनुसंधान संस्थानों का केंद्र होती हैं, जो कुशल श्रमिकों की उपलब्धता प्रदान करती हैं।
हालांकि, सभी राजधानियां समान रूप से विकसित नहीं हैं। कुछ राजधानियां, जैसे कि दिल्ली और मुंबई, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण हैं, जबकि अन्य, छोटे राज्यों की राजधानियां, क्षेत्रीय स्तर पर अधिक महत्वपूर्ण हो सकती हैं।
सं० | केंद्र शासित प्रदेश | राजधानियों के नाम | बोले जाने वाली भाषाएं |
1 | अंडमान और निकोबार द्वीप समूह | पोर्ट ब्लेयर | हिंदी, अंग्रेजी |
2 | चंडीगढ़ | चंडीगढ़ | अंग्रेजी |
3 | दादरा और नगर हवेली एवं दमन और दीव | दमन | गुजराती, कोंकणी, मराठी, हिंदी |
4 | दिल्ली | दिल्ली | हिंदी, अंग्रेजी |
5 | जम्मू और कश्मीर | श्रीनगर (गर्मियों की राजधानी), जम्मू (सर्दियों की राजधानी) | कश्मीरी, डोगरी, हिंदी, उर्दू, अंग्रेजी |
6 | लद्दाख | लेह | हिंदी, अंग्रेजी |
7 | लक्षद्वीप | कवरत्ती | मलयालम |
8 | पुदुचेरी | पुदुचेरी | तमिल, फ्रेंच, अंग्रेजी |
भारत के केंद्र शासित प्रदेश की राजधानियां, प्रदेश की राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र भी होती हैं। यहाँ विधानसभा, विधान परिषद (जहाँ है) और अन्य राजनीतिक दल स्थित होते हैं। यहाँ से, केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त प्रशासक कानून व्यवस्था, विकास कार्यक्रमों और अन्य महत्वपूर्ण मामलों का संचालन करते हैं।
भारत के केंद्र शासित प्रदेशों की राजधानियां अपनी समृद्ध संस्कृति और ऐतिहासिक विरासत के लिए प्रसिद्ध हैं। हर केंद्र शासित प्रदेश के राजधानियों की अपनी सांस्कृति और गहरा इतिहास है।
पणजी: गोवा की राजधानी, पणजी अपनी पुर्तगाली विरासत और खूबसूरत समुद्र तटों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ का बोम जीसस का बेसिलिका, से कैथेड्रल, और अगुआडा किला शहर के ऐतिहासिक महत्व को दर्शाते हैं।
दिल्ली: भारत की राजधानी दिल्ली, लाल किला, कुतुब मीनार, जामा मस्जिद और हुमायूँ का मकबरा जैसे विश्व प्रसिद्ध स्मारकों का घर है।
चंडीगढ़: पंजाब और हरियाणा की साझा राजधानी चंडीगढ़, अपनी शानदार वास्तुकला और नियोजन के लिए प्रसिद्ध है।
लेह: लद्दाख की राजधानी लेह, अपनी बौद्ध संस्कृति, मठों, हिमालय के शानदार दृश्यों और ऊंचाई वाले रेगिस्तान के लिए जाना जाता है।
कवरत्ती: लक्षद्वीप की राजधानी कवरत्ती, अपनी प्राकृतिक सुंदरता, मूंगे की चट्टानों और समुद्री जीवन के लिए प्रसिद्ध है।
भारत के केंद्र शासित प्रदेशों की राजधानियाँ विकास और उद्योग में तेजी से आगे बढ़ रही हैं।
दिल्ली भारत की राजधानी होने के नाते, दिल्ली एक प्रमुख राजनीतिक, सांस्कृतिक और आर्थिक केंद्र है। यह सेवा क्षेत्र, विशेष रूप से सरकारी सेवाओं, सूचना प्रौद्योगिकी, वित्त और पर्यटन का का केंद्र है।
पुदुचेरी अपनी विशेष आर्थिक क्षेत्रों (SEZ) और पर्यटन उद्योग के लिए जानी जाती है
लक्षद्वीप और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह में पर्यटन और मत्स्य पालन प्रमुख उद्योग हैं।
वर्ष | राज्य | दिनांक | कैसे गठित हुआ |
1947 | पश्चिम बंगाल | 24 जनवरी 1947 | पूर्वी भारत में ब्रिटिश भारत के बंगाल प्रांत के पश्चिमी भाग से अलग होकर बना। |
1949 | राजस्थान | 30 मार्च 1949 | पश्चिमी भारत में कई रियासतों के विलय से बना। |
1950 | असम | 26 जनवरी 1950 | पूर्वोत्तर भारत में ब्रिटिश भारत के असम प्रांत से अलग होकर बना। |
1953 | आंध्र प्रदेश | 1 अक्टूबर 1953 | दक्षिण भारत के मद्रास राज्य के तेलुगु भाषी से अलग होकर बना। |
1956 | केरल | 1 नवंबर 1956 | दक्षिण भारत में मलयालम भाषी क्षेत्रों से अलग होकर बना। |
कर्नाटक | 1 नवंबर 1956 | दक्षिण भारत में कन्नड़ भाषी क्षेत्रों से अलग होकर बना। | |
मध्य प्रदेश | 1 नवंबर 1956 | मध्य भारत में कई रियासतों के विलय से बना। | |
1960 | महाराष्ट्र | 1 मई 1960 | पश्चिमी भारत में बॉम्बे राज्य के मराठी भाषी से अलग होकर बना। |
गुजरात | 1 मई 1960 | बॉम्बे राज्य से अलग होकर बना। | |
1963 | नागालैंड | 1 दिसंबर 1963 | पूर्वोत्तर भारत में असम राज्य से अलग होकर बना। |
1966 | हरियाणा | 1 नवंबर 1966 | पंजाब राज्य से अलग होकर बना। |
पंजाब | 1 नवंबर 1966 | पूर्वी और पश्चिमी पंजाब राज्यों का विभाजन हुआ। | |
1971 | हिमाचल प्रदेश | 25 जनवरी 1971 | केंद्र शासित प्रदेश से पूर्ण राज्य का दर्जा मिला। |
1972 | मेघालय | 21 जनवरी 1972 | पूर्वोत्तर भारत में असम से अलग होकर बना। |
मणिपुर | 21 जनवरी 1972 | केंद्र शासित प्रदेश से पूर्ण राज्य का दर्जा मिला। | |
त्रिपुरा | 21 जनवरी 1972 | केंद्र शासित प्रदेश से पूर्ण राज्य का दर्जा मिला। | |
1975 | सिक्किम | 16 मई 1975 | भारत में शामिल होकर राज्य का दर्जा मिला। |
1987 | मिज़ोरम | 20 फरवरी 1987 | पूर्वोत्तर भारत में मिजो क्षेत्र से अलग होकर बना। |
गोवा | 30 मई 1987 | दमन और दीव के हिस्से से अलग होकर बना। | |
अरुणाचल प्रदेश | 20 फरवरी 1987 | केंद्र शासित प्रदेश से पूर्ण राज्य का दर्जा मिला। | |
2000 | छत्तीसगढ़ | 1 नवंबर 2000 | मध्य प्रदेश से अलग होकर बना। |
उत्तराखंड | 9 नवंबर 2000 | उत्तर प्रदेश से अलग होकर बना। | |
झारखंड | 15 नवंबर 2000 | बिहार राज्य से अलग होकर बना। | |
2014 | तेलंगाना | 2 जून 2014 | आंध्र प्रदेश राज्य से अलग होकर बना। |
धारा 370 भारतीय संविधान का एक प्रावधान था, जो जम्मू और कश्मीर राज्य को विशेष स्वराज्य प्रदान करता था। इसे 1949 में संविधान में शामिल किया गया था और 1950 में लागू किया गया। इसके तहत जम्मू और कश्मीर को एक विशेष दर्जा प्राप्त था, जिसके कारण भारतीय संसद की केवल सीमित शक्ति इस राज्य पर लागू होती थी।
स्वराज्यता: राज्य की विधान सभा को कुछ विशेष अधिकार थे और भारतीय संसद की कई बिल इस राज्य में सीधे लागू नहीं होती थीं।
भारतीय नागरिकता: जम्मू और कश्मीर के स्थायी निवासियों के विशेष अधिकार थे, जो अन्य भारतीय नागरिकों को नहीं मिलते थे। बाहरी राज्यों के लोग यहाँ जमीन नहीं खरीद सकते थे।
विशेष कानून: राज्य के पास अपना संविधान था और कई भारतीय कानून सीधे लागू नहीं होते थे।
5 अगस्त 2019 को भारतीय सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए धारा 370 को निष्क्रिय कर दिया। इसके साथ ही, जम्मू और कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त कर दिया गया और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया गया:
जम्मू और कश्मीर (विधानसभा के साथ केंद्र शासित प्रदेश)
लद्दाख (बिना विधानसभा के केंद्र शासित प्रदेश)
इस बदलाव के बाद, भारतीय संविधान के सभी प्रावधान जम्मू और कश्मीर पर लागू हो गए और वहाँ भारतीय कानून पूर्ण रूप से लागू हो गया। इस निर्णय का उद्देश्य राज्य को मुख्यधारा में शामिल करना और वहाँ विकास और शांति स्थापित करना था। हालाँकि, इस कदम पर विभिन्न राजनीतिक दलों और संगठनों की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आईं।
उत्तर प्रदेश में कितने जिले हैं
भारत के राज्य राजधानी हमारी समृद्ध संस्कृति, विविधता और एकता का प्रतीक हैं। भारत के राज्य और राजधानी के नाम अपने आप में विशेष है, जिसमें स्थानीय संस्कृति, इतिहास, और परंपराएँ बसती हैं।
इस ब्लॉग में आपने rajya rajdhani चार्ट के माध्यम से भारत के राज्य राजधानी और भाषा के बारे में जाना साथ ही आपने जाना की भारत के राज्य और राजधानी के महत्व तथा उनकी विशेषताएं, केंद्र शासित प्रदेशों की राजधानियों के नाम और उनके महत्व तथा विशेषताएं, भारत के राज्यों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी, स्वतंत्र भारत 1947 के बाद गठित राज्यों की सूची तथा जम्मू और कश्मीर की धारा 370 की संक्षिप्त जानकारी के बारे में।
भारत के राज्य और उनकी राजधानियां ऊपर दी गयी है।
भारत में वर्त्तमान में 28 राज्य है 29 नहीं।
भारत में 28 राज्य है जिनकी सूची नीचे दी गयी है:
आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिज़ोरम, नागालैंड, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल
भारत में वर्तमान में 28 राज्य और 9 केंद्र शासित प्रदेश हैं।
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