राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र | National Capital Region(NCR)

September 12, 2024
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र
Quick Summary

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  • राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) भारत का एक महत्वपूर्ण भौगोलिक क्षेत्र है, जिसमें दिल्ली और इसके आसपास के कई शहर और जिले शामिल हैं।
  • एनसीआर का मुख्य उद्देश्य दिल्ली के विकास का बोझ कम करना और आसपास के क्षेत्रों का समग्र विकास करना है।
  • एनसीआर में दिल्ली के साथ-साथ हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ जिले शामिल हैं।
  • एनसीआर के विकास के लिए कई योजनाएं बनाई गई हैं, जिनका उद्देश्य क्षेत्र का संतुलित विकास करना है। इसमें बुनियादी ढांचे का विकास, पर्यावरण संरक्षण और शहरी नियोजन जैसी विभिन्न पहल शामिल हैं।
  • एनसीआर भारत की अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह एक प्रमुख औद्योगिक और सेवा क्षेत्र है, जिसमें कई बड़ी कंपनियां और उद्योग स्थित हैं।

Table of Contents

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) को नेशनल कैपिटल रीजन भी कहा जाता है, जो दिल्ली और उससे लगे हुए राज्यों के कई जिलों से मिलकर बना है। एनसीआर का गठन 1985 में दिल्ली के आसपास के क्षेत्रों को दिल्ली की तरह विकसित करने के किया किया गया था। इस ब्लॉग में हम राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र क्या है? राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र साधन, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र नक्शा और delhi ncr map को समझने की कोशिश करेंगे।

एनसीआर का फुल फॉर्म क्या है?

दिल्ली-NCR का नाम सुनकर क्या आपने कभी सोचा है कि NCR या राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र क्या है? दरअसल NCR का फुल फॉर्म “राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र” (National Capital Region) है और NCR में दिल्ली के अलावा हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ जिलों को भी शामिल किया गया है। NCR का उद्देश्य है कि दिल्ली के विकास का लाभ इसके आस-पास के क्षेत्रों को भी मिले और वहाँ भी जीवन स्तर में सुधार हो सके।

NCR बनाने के पीछे मकसद

NCR बनाने के पीछे का मकसद था कि दिल्ली के अत्यधिक शहरीकरण और जनसंख्या वृद्धि के दबाव को कम किया जा सके और आसपास के क्षेत्रों को दिल्ली की तरह ही विकसित किया जा सके। इससे दिल्ली के आसपास के क्षेत्रों में बेहतर बुनियादी सुविधाओं का विकास हो सकेगा और उन क्षेत्रों में भी आर्थिक और सामाजिक प्रगति हो सकेगी। 

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र क्या है (NCR)

सबसे पहले हम समझते हैं कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र क्या है ? NCR का पूरा नाम NATIONAL CAPITAL REGION यानी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र है। इस महानगरीय क्षेत्र है में पूरे दिल्ली प्रदेश सहित उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान राज्यों के कई जिलों को शामिल किया गया हैं, जिनमें ग्रामीण और शहरी दोनो क्षेत्र शामिल हैं। इस क्षेत्र का शहरीकरण स्तर 62.6% और कुल क्षेत्रफल 55,083 वर्ग किमी है, जिसमें शहरों और कस्बों के साथ-साथ जंगल, अरावली पर्वत, वन्यजीव और पक्षी अभयारण्य जैसे पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील क्षेत्र भी शामिल किए गए हैं।

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) का गठन NCR में आधुनिक और उच्च गति की परिवहन सुविधाओं का विकास करने के लिए किया गया है। NCRTC का मुख्य उद्देश्य दिल्ली और इसके आस-पास के क्षेत्रों को जोड़ने वाली रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) योजना को लागू करना है। NCRTC की प्रमुख योजनाओं में दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS कॉरिडोर शामिल है। NCRTC का लक्ष्य है कि यह योजनाएं NCR के निवासियों को बेहतर और तेज़ यात्रा की सुविधा प्रदान करें।

NCR, दिल्ली और नई दिल्ली में अंतर

बहुत से लोगों को NCR, दिल्ली और नई दिल्ली के अंतर की जानकारी नहीं होती है। दरअसल दिल्ली, नई दिल्ली और NCR तीनों अलग-अलग क्षेत्र हैं। दिल्ली एक केंद्र शासित प्रदेश है, जिसमें नई दिल्ली भी शामिल है, जबकि नई दिल्ली भारत की राजधानी है, जहां केंद्र सरकार के प्रमुख कार्यालय और राष्ट्रपति भवन स्थित हैं। 

NCR, एक ऐसी योजना है जिसमें दिल्ली के अलावा हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ जिले शामिल हैं। NCR का उद्देश्य दिल्ली के आस-पास के क्षेत्रों में भी समान विकास को बढ़ावा देना है।

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र नक्शा

अगर हम राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र नक्शा की बात करे तो NCR, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के जिलो से मिलकर बनता है। delhi ncr map में इस क्षेत्र का क्षेत्रफल 55,083 वर्ग किलोमीटर है और इसके कुल क्षेत्रफल में से दिल्ली का क्षेत्रफल 1,484 स्क्वायर किलोमीटर है, जो एनसीआर के 2.9 फीसदी भाग को कवर करती है।

NCR का क्षेत्रफल और Delhi NCR Map

NCR का कुल क्षेत्रफल लगभग 55,083 वर्ग किलोमीटर। एक बड़े भू-भाग पर फैले एनसीआर में लगभग 4 करोड़ 70 लाख लोग निवास करते हैं। एनसीआर को दुनिया के कुछ बड़े राजधानी निवास क्षेत्रों में से एक में गिना जाता है। एनसीआर में आने वाले क्षेत्र में मेरठ, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर (नोएडा), ग्रेटर नोएडा, बुलंदशहर, बागपत, हापुड़, मुजफ्फरनगर; फरीदाबाद, गुड़गांव, मेवात, रोहतक, सोनीपत, रेवाड़ी, झज्जर, पानीपत, पलवल, महेंद्रगढ़, भिवानी,जींद करनाल, भरतपुर और अलवर एनसीआर में शामिल किए गए हैं। delhi ncr map को समझने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें। 

NCR में आने वाले राज्य और जिले

NCR में आने वाले राज्य और जिले निम्नलिखित हैं:

राज्य जिले 
दिल्ली दिल्ली के सभी नौ जिले।
हरियाणा गुड़गांव, फरीदाबाद, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, पानीपत, मेवात, पलवल, रेवाड़ी, करनाल और भिवानी।
उत्तर प्रदेश गौतम बुद्ध नगर (नोएडा), गाजियाबाद, मेरठ, बुलंदशहर, हापुड़, बागपत और शामली।
राजस्थान अलवर और भरतपुर जिले।

एनसीआर के बारे में कुछ दिलचस्प तथ्य

1NCR का कुल क्षेत्रफल लगभग 55,083 वर्ग किलोमीटर है। समूचे एनसीआर में दिल्ली का क्षेत्रफल 1,484 स्क्वायर किलोमीटर है, जो एनसीआर के 2.9 फीसदी भाग को कवर करता है।
2नेशनल कैपिटल रीजन प्लानिंग बोर्ड (एनसीआरपीबी) एक्ट, 1985 के तहत तीन पड़ोसी राज्यों – हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुछ जिले और भारत की राजधानी मिल कर एनसीआर का निर्माण करते हैं।
3एनसीआर के तहत आने वाले क्षेत्र में मेरठ, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर (नोएडा), बुलंदशहर, बागपत, हापुड़, मुजफ्फरनगर, फरीदाबाद, गुड़गांव, मेवात, रोहतक, सोनीपत, रेवाड़ी, झज्जर, पानीपत, पलवल, महेंद्रगढ़, भिवाड़ी, जिंद और करनाल, भरतपुर और अलवर जिले एनसीआर में शामिल किए गए हैं।
4जुलाई 2013 में एनसीआर में तीन जिलों को शामिल किया गया था, जिसमें हरियाणा राज्य के भिवाड़ी और महेंद्रगढ़, राजस्थान राज्य के भरतपुर जैसे जिले शामिल कर एनसीआर को बड़ा किया गया था। इसके साथ ही अब एनसीआर में शामिल जिलों की संख्या बढ़ कर 19 हो गई है।
5उत्तर प्रदेश अब एनसीआर में अलीगढ़, मथुरा और आगरा जैसे जिलों को शामिल करने के लिए जोर दे रहा है।
6साल 2011-12 में एनसीआर के सभी क्षेत्रों ने देश की जीडीपी में 128.9 यूएस अरब डॉलर का उत्पादन किया था जो कि भारतीय जीडीपी का 7.5 प्रतिशत था।

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में विकास कार्य

किसी भी जिले को NCR में शामिल करने का सबसे बड़ा फायदा यही होता है कि एनसीआर में आने के बाद उन क्षेत्रों का तेजी से विकास होता है। आइये जानते हैं एनसीआर में शामिल क्षेत्र में कौन-कौन से विकास काम हो रहे हैं।

बुनियादी स्वरूप

NCR का बुनियादी ढांचा लगातार सुधार और विकास की प्रक्रिया में है। सड़क, परिवहन, जल आपूर्ति, सीवरेज और विद्युत आपूर्ति जैसे क्षेत्रों में महत्वपूर्ण परियोजनाएं चल रही हैं, जो क्षेत्र की जीवन गुणवत्ता को बेहतर बनाने में मदद कर रही हैं। इन बुनियादी सुविधाओं का विकास NCR को रहने और काम करने के लिए एक बेहतर स्थान बनाता है।

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र साधन

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र साधन में मेट्रो, बस सेवा, रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS), टैक्सी और ऑटो रिक्शा जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो क्षेत्र के निवासियों को बेहतर और सुविधाजनक परिवहन विकल्प प्रदान करती हैं। NCRTC के प्रयासों से परिवहन प्रणाली में निरंतर सुधार हो रहा है। दिल्ली मेट्रो नेटवर्क NCR के विभिन्न हिस्सों को आपस में जोड़ता है, जिससे लोगों के आवागमन में सुविधा होती है। इसके अलावा, सड़क परिवहन के लिए राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों का विस्तृत नेटवर्क भी है, जो NCR के विभिन्न शहरों और कस्बों को जोड़ता है।

सरकारी योजनाएं

NCR में विकास के लिए कई सरकारी योजनाएं लागू की गई हैं। इनमें ‘प्रधानमंत्री आवास योजना’, ‘स्मार्ट सिटी मिशन’, ‘अटल मिशन फॉर रेजुवेनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन (AMRUT)’ और ‘दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (DMIC)’ जैसी योजनाएं शामिल हैं। ये योजनाएं क्षेत्र के समग्र विकास को बढ़ावा देती हैं और वहाँ के निवासियों को बेहतर जीवन स्तर प्रदान करती हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत, गरीबों और निम्न आय वर्ग के लोगों के लिए किफायती आवास उपलब्ध कराए जा रहे हैं। 

स्मार्ट सिटी मिशन के तहत, शहरों को स्मार्ट और टिकाऊ बनाने के लिए विभिन्न परियोजनाएं चलाई जा रही हैं। AMRUT योजना के तहत, शहरी बुनियादी ढांचे को सुधारने और विकसित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है। DMIC परियोजना के तहत, दिल्ली और मुंबई के बीच एक औद्योगिक कॉरिडोर का विकास किया जा रहा है, जो आर्थिक विकास और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देगा।

दिल्ली-एनसीआर की सुविधाए, चुनोतिया और विवधता –

NCR में शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएंNCR में शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं उच्च गुणवत्ता की हैं। यहां कई प्रमुख विश्वविद्यालय, इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज स्थित हैं। जैसे कि दिल्ली विश्वविद्यालय, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, एमिटी विश्वविद्यालय, आईआईटी दिल्ली और एम्स दिल्ली। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एम्स, सफदरजंग अस्पताल, अपोलो अस्पताल और मेदांता मेडिसिटी जैसे प्रमुख अस्पताल हैं। इन संस्थानों ने NCR को शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक प्रमुख केंद्र बना दिया है।
NCR में पर्यावरणीय चुनौतियांNCR को वायु प्रदूषण, जल संकट और अर्बन स्प्रॉल जैसी पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। वायु प्रदूषण, खासकर सर्दियों के महीनों में, NCR के निवासियों के लिए एक बड़ी समस्या है। इसके लिए सरकार और विभिन्न संगठनों द्वारा कई कदम उठाए जा रहे हैं, जैसे कि वायु गुणवत्ता मॉनिटरिंग, प्रदूषण नियंत्रण उपाय और हरित क्षेत्र का विस्तार। जल संकट भी एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जिसे जल संरक्षण और पुनर्चक्रण के माध्यम से हल करने की कोशिश की जा रही है।
सांस्कृतिक विविधताNCR में सांस्कृतिक विविधता भी देखने को मिलती है। यहां विभिन्न राज्यों और समुदायों के लोग रहते हैं, जिससे यहां की संस्कृति विविध और समृद्ध हो गई है। विभिन्न त्योहार, मेलों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन यहां होता है, जो इसकी सांस्कृतिक विविधता को दर्शाते हैं। दिल्ली के प्रमुख सांस्कृतिक स्थलों जैसे कि लाल किला, कुतुब मीनार, इंडिया गेट, और हुमायूं का मकबरा यहां की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाते हैं।

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का आर्थिक महत्व

NCR का आर्थिक महत्व बहुत अधिक है, क्योंकि यह भारत का एक प्रमुख आर्थिक केंद्र है। NCR में कई प्रमुख उद्योग, व्यापारिक केंद्र और सेवा क्षेत्र की कंपनियां स्थित हैं। यह क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है। NCR में उद्योगों का विकास तेजी से हो रहा है और यह क्षेत्र निवेश के लिए आकर्षक है।

उद्योग और धंधे

NCR में विभिन्न उद्योग और धंधे स्थित हैं, जिनमें आईटी, वित्त, निर्माण, विनिर्माण, रियल एस्टेट और सेवा क्षेत्र की प्रमुख कंपनियां शामिल हैं। यह क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है। दिल्ली NCR में गुड़गांव, नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद जैसे शहरों में कई आईटी और बीपीओ कंपनियों के मुख्यालय स्थित हैं। इन शहरों में बड़े पैमाने पर ऑफिस स्पेस और वाणिज्यिक परिसरों का विकास हुआ है। इसके अलावा, निर्माण और रियल एस्टेट क्षेत्र में भी NCR में तेजी से विकास हो रहा है। गुड़गांव और नोएडा में कई प्रमुख रियल एस्टेट परियोजनाएं चल रही हैं, जो क्षेत्र में आवास और वाणिज्यिक स्पेस की बढ़ती मांग को पूरा करती हैं।

भविष्य की आर्थिक योजनाएं

NCR के भविष्य की आर्थिक योजनाएं क्षेत्र के समग्र विकास और आर्थिक समृद्धि पर केंद्रित हैं। इसमें स्मार्ट सिटी परियोजनाएं, मेट्रो विस्तार, रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) और विभिन्न औद्योगिक और तकनीकी हब का विकास शामिल है। इन योजनाओं से क्षेत्र में निवेश, रोजगार और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। 

स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के तहत, गुड़गांव, फरीदाबाद और गाजियाबाद जैसे शहरों को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। मेट्रो नेटवर्क का विस्तार NCR के विभिन्न हिस्सों को और अधिक प्रभावी ढंग से जोड़ने के लिए किया जा रहा है। RRTS परियोजनाओं के तहत, दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ, दिल्ली-अलवर और दिल्ली-पानीपत कॉरिडोर का विकास किया जा रहा है, जिससे यात्रा समय में कमी आएगी और यातायात की भीड़ कम होगी। इसके अलावा, NCR में कई नए औद्योगिक और तकनीकी हब का विकास किया जा रहा है, जो क्षेत्र में रोजगार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देंगे।

पर्यटन और सेवाएं

NCR में पर्यटन का भी विशेष महत्व है। दिल्ली में कई ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थल स्थित हैं, जैसे लाल किला, कुतुब मीनार, इंडिया गेट, और हुमायूं का मकबरा। ये स्थल देश और विदेश से लाखों पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इसके अलावा, आगरा का ताज महल और जयपुर के ऐतिहासिक स्थल भी NCR के निकट स्थित हैं, जो पर्यटन को बढ़ावा देते हैं। NCR में सेवा क्षेत्र भी बहुत विकसित है। यहां बैंकिंग, वित्त, आईटी और बीपीओ सेवाएं प्रमुख हैं। दिल्ली, गुड़गांव और नोएडा में कई प्रमुख बैंक और वित्तीय संस्थान स्थित हैं, जो क्षेत्र के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

आवास और शहरीकरण

NCR में आवास और शहरीकरण का भी विशेष महत्व है। क्षेत्र में तेजी से शहरीकरण हो रहा है और बड़ी संख्या में लोग यहां बस रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, आवास की मांग भी तेजी से बढ़ रही है। गुड़गांव, नोएडा, गाजियाबाद और फरीदाबाद जैसे शहरों में कई प्रमुख रियल एस्टेट परियोजनाएं चल रही हैं, जो लोगों को आधुनिक और किफायती आवास प्रदान कर रही हैं।

इसके अलावा, सरकार द्वारा ‘प्रधानमंत्री आवास योजना’ जैसी योजनाओं के माध्यम से भी किफायती आवास उपलब्ध कराए जा रहे हैं। शहरीकरण के साथ-साथ, बुनियादी ढांचे का विकास भी तेजी से हो रहा है। सड़क, परिवहन, जल आपूर्ति, सीवरेज और विद्युत आपूर्ति जैसी बुनियादी सुविधाओं का विकास किया जा रहा है, जिससे क्षेत्र की जीवन गुणवत्ता में सुधार हो रहा है।

निष्कर्ष

इस ब्लॉग में हमने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र क्या है? राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र साधन, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र नक्शा और delhi ncr map को समझने की कोशिश की है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) भारत का एक महत्वपूर्ण और विविधतापूर्ण क्षेत्र है, जो देश की राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों को समाहित करता है। यह क्षेत्र आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है। NCR के विकास में परिवहन, बुनियादी ढांचे और सरकारी योजनाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कौन कौन से जिले आते हैं?

• हरियाणा – फरीदाबाद, गुरुग्राम, नूँह, रोहतक, सोनीपत, रिवाडी, झज्‍जर, पानीपत, पलवल, भिवानी, चरखी दादरी , महेन्‍द्रगढ, जींद और करनाल (चौदह जिले)।
• उत्‍तर प्रदेश – मेरठ, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, बुलन्‍दशहर, हापुड, बागपत, शामली और मुजफ्फरनगर (आठ जिले)।
• राजस्‍थान – अलवर और भरतपुर (दो जिले)।
• दिल्‍ली – सम्‍पूर्ण एनसीटी – दिल्‍ली।

NCR क्या होता है in Hindi?

एनसीआर (NCR) का पूरा नाम NATIONAL CAPITAL REGION यानी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र है।

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र कौन सा है?

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) भारत का एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें देश की राजधानी दिल्ली और इसके आसपास के कुछ प्रमुख शहर और जिले शामिल हैं। इस क्षेत्र को एक साथ विकसित करने के लिए बनाया गया है ताकि दिल्ली के विकास का बोझ कम हो सके और आसपास के क्षेत्रों का भी समग्र विकास हो सके।

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का उद्देश्य क्या है?

17 सितम्‍बर, 2005 को अधिसूचित राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्रीय योजना-2021 का उद्देश्‍य, पूरे राष्‍ट्रीय राजधानी क्षेत्र को वैश्‍विक दृष्‍टि से श्रेष्‍ठ क्षेत्र के रुप में विकसित करना है।

एनसीआर के कितने शहर हैं?

एनसीआर में कई शहर हैं, जिनमें दिल्ली के अलावा गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद, नोएडा, मेरठ, अलवर और भरतपुर जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं। एनसीआर में कुल कितने शहर हैं, यह एक सटीक संख्या देना मुश्किल है क्योंकि इसमें कई छोटे शहर और कस्बे भी शामिल हैं।

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