समीक्षा अधिकारी (RO) जॉब पोस्ट: परीक्षा और वेतन

September 4, 2024
समीक्षा अधिकारी (Govt jobs related)
Quick Summary

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समीक्षा अधिकारी एक महत्वपूर्ण सरकारी पद है जो विभिन्न सरकारी विभागों में पाया जाता है। यह पद आमतौर पर ग्रुप बी श्रेणी के अंतर्गत आता है और इसका मुख्य कार्य सरकार की ओर से विभिन्न मामलों में कानूनी सलाह देना और विवादों का समाधान करना होता है।

समीक्षा अधिकारी पद की योग्यताएं देखें तो आपके पास:

  • कानून में स्नातक की डिग्री होना अनिवार्य है। समीक्षा अधिकारी को विभिन्न कानूनों और नियमों का गहन ज्ञान होना चाहिए।
  • समीक्षा अधिकारी को जटिल कानूनी मामलों का विश्लेषण करने और समाधान निकालने में सक्षम होना चाहिए।

Table of Contents

समीक्षा अधिकारी (Review Officer) का पद भारतीय सरकारी तंत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह पद सचिवालय और अन्य सरकारी विभागों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। समीक्षा अधिकारी का मुख्य कार्य दस्तावेजों की समीक्षा और सत्यापन करना होता है। इसके अलावा, वे विभागीय रिकॉर्ड का प्रबंधन, रिपोर्ट तैयार करना और प्रशासनिक कार्यों की देखरेख करते हैं। इस ब्लॉग में हम समीक्षा अधिकारी कौन होता है, समीक्षा अधिकारी के लिए योग्यता, समीक्षा अधिकारी सैलरी, समीक्षा अधिकारी सिलेबस और समीक्षा अधिकारी एग्जाम के बारे में विस्तार से जानेंगे।

समीक्षा अधिकारी क्या होता है?

सबसे पहले हम जानेंगे कि समीक्षा अधिकारी क्या होता है? समीक्षा अधिकारी का मुख्य कार्य सरकारी दस्तावेजों की जांच और सत्यापन करना होता है। वे रिपोर्ट तैयार करते हैं, फाइलों का प्रबंधन करते हैं और प्रशासनिक कार्यों में मदद करते हैं। समीक्षा अधिकारी का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना होता है कि सभी दस्तावेज सही और प्रमाणिक हों। इसके अलावा, विभागीय रिकॉर्ड की देखरेख, रिपोर्ट तैयार करना और महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जांच करना शामिल होता है। यह पद एक जिम्मेदारी भरा होता है और इसके लिए उच्च योग्यता और दक्षता की आवश्यकता होती है।

समीक्षा अधिकारी (RO) के लिए एग्जाम पैटर्न

समीक्षा अधिकारी के पद के लिए चयन के लिए RO एग्ज़ाम दो चरणों में होती है। पहले चरण की परीक्षा को प्रिलिम्स कहाँ जाता है और इसमें चयनित अभ्यर्थी को मुख्य परीक्षा में बैठना होता है।

  • प्रारंभिक परीक्षा: प्रारंभिक परीक्षा में सामान्य ज्ञान और हिंदी भाषा से संबंधित प्रश्न होते हैं। इसमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं, भारतीय इतिहास, भूगोल, राजनीति, और अर्थव्यवस्था से संबंधित प्रश्न होते हैं।
  • मुख्य परीक्षा: मुख्य परीक्षा में विशेष रूप से विधि, सामान्य अध्ययन और कंप्यूटर ज्ञान से जुड़े प्रश्न होते हैं। इसमें भारतीय संविधान, प्रशासनिक कानून, आपराधिक कानून, समसामयिक घटनाएं, विज्ञान और तकनीकी विकास से जुड़े प्रश्न होते हैं।

समीक्षा अधिकारी के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?

अब हम समझेंगे कि समीक्षा अधिकारी बनने के लिए क्या योग्यताएं होनी चाहिए:

  • शैक्षिक योग्यता: किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक होना चाहिए।
  • भाषाई योग्यता: हिंदी और अंग्रेजी भाषा में दक्षता होनी चाहिए।
  • कंप्यूटर ज्ञान: एमएस ऑफिस और बेसिक इंटरनेट का ज्ञान होना चाहिए।
  • आयु सीमा: उम्मीदवार की आयु 21 से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए। आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को आयु में छूट मिलती है।
Categoryन्यूनतम आयुअधिकतम आयु
सामान्य2140
ओबीसी/एससी/एसटी2145
दिव्यांग2155

समीक्षा अधिकारी परीक्षा का सिलेबस

RO परीक्षा के सिलेबस में सामान्य अध्यन, हिंदी, भूगोल, साइंस, अंग्रेजी और साइंस जैसे सभी विषय के वस्तुनिष्ट प्रश्न आते हैं। इसमें आने वाले विषयों के बारे में विस्तार से समझेंगे:

प्रारंभिक परीक्षा –

  • प्रारंभिक परीक्षा या प्रिलिम्स मुख्यत: दो पेपर होते हैं।
  • इस परीक्षा के दोनों प्रश्नपत्रों को मिलाकर सामान्यत: 60 से 65 प्रतिशत अंक लाने अनिवार्य होते हैं।

परीक्षा का प्रारूप:

विषयप्रश्न संख्याअंक
सामान्य अध्ययन140140
हिंदी6060
कुल200200

सामान्य अध्ययन (General Studies)

विषयअध्ययन सामग्रीमहत्वपूर्ण जानकारी
इतिहासयूनिक या स्पेक्ट्रम की पुस्तकेंभारतीय राष्ट्रीय आंदोलन पर विशेष ध्यान दें
विश्व भूगोलमहेश बर्णवाल और घटनाचक्र पूर्वावलोकन की पुस्तकेंभूगोल के विभिन्न पहलुओं का गहन अध्ययन करें
भारतीय अर्थव्यवस्थाप्रतियोगिता दर्पण और भारतीय अर्थव्यवस्था की पुस्तकेंराष्ट्रीय आय, कृषि अर्थव्यवस्था, बैंकिंग, पूँजी बाजार, विदेश व्यापार और अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संगठनों की जानकारी
संविधानपरीक्षावाणी की भारतीय राजव्यवस्था और घटनाचक्र पूर्वावलोकन की पुस्तकेंसंविधान के विभिन्न अनुच्छेदों और प्रावधानों का अध्ययन करें
कृषिघटनाचक्र की किताब ‘कृषि प्रौद्योगिकी’ और घटनाचक्र पूर्वावलोकनकृषि प्रौद्योगिकी और नवीनतम कृषि तकनीकों का अध्ययन करें
भारतीय भूगोलघटनाचक्र की पुस्तकों का गहन अध्ययनभारतीय भूगोल के विविध पहलुओं का विस्तृत अध्ययन करें
साइंसएनसीईआरटी और घटनाचक्र पूर्वावलोकन की पुस्तकेंसमसामयिक विज्ञान प्रौद्योगिकी की जानकारी

हिंदी (Hindi)

क्रम स०हिंदी पाठ्यक्रमप्रश्नों की संख्या
1विलोम शब्द10
2वाक्य शुद्धि एवं वर्तनी10
3अनेक शब्दों के लिए एक शब्द10
4तत्सम और तद्भव10
5विशेषण और विशेष्य10
6पर्यायवाची शब्द10
कुल60

मुख्य परीक्षा (Mains Exam)

मुख्य परीक्षा के लिए कुल 400 अंक निर्धारित किये गए हैं। इस परीक्षा में 4 प्रश्न पत्र देने होते हैं।

प्रश्न पत्रविषयप्रश्न संख्यासमयअंक
प्रथम प्रश्नपत्रसामान्य अध्ययन120 वस्तुनिष्ट 2 घंटे120
द्वितीय प्रश्नपत्रसामान्य हिंदी एवं आलेखनवर्णनात्मक2 घंटे 30 मिनट100
तृतीय प्रश्नपत्रसामान्य शब्द एवं हिंदी व्याकरण30 वस्तुनिष्ट 30 मिनट60
चतुर्थ प्रश्नपत्रहिंदी निबंधप्रश्न पत्र के अनुसार3 घंटे120

समीक्षा अधिकारी को मिलने वाली सुविधाएं

समीक्षा अधिकारी के पद पर रहते हुए उम्मीदवारों को कई प्रकार की सुविधाएं मिलती हैं, जिनमें वेतन, भत्ते, पेंशन और अन्य सुविधाएं शामिल हैं।

पोस्टिंग किस डिपार्मेंट में होगी?

जब आप एग्जाम में सफलता पा लेते है तब आपकी पोस्टिंग सचिवालय, निर्वाचन आयोग, राजस्व परिसर और लोकसेवा आयोग में हो सकती है। इन सभी को राज्य के बेहतरीन सरकारी नौकरी में जाना जाता है।

वेतन और अन्य भत्ते

समीक्षा अधिकारी सैलरी 9,300 से 34,800 रुपये प्रति माह होती है। इसके अलावा, उन्हें ग्रेड पे भी मिलता है जो 4,800 रुपये होता है। वेतन के अलावा, उन्हें महंगाई भत्ता, मकान किराया भत्ता और यात्रा भत्ता भी मिलता है।

पेंशन और इंश्योरेंस

समीक्षा अधिकारी को रिटायरमेंट के बाद पेंशन की सुविधा मिलती है। इसके अलावा, उन्हें जीवन बीमा और चिकित्सा बीमा भी मिलता है, जो उनके और उनके परिवार के स्वास्थ्य की सुरक्षा करता है।

अन्य सुविधाएं

समीक्षा अधिकारी को सरकारी आवास, चिकित्सा सुविधाएं और अन्य सरकारी सुविधाएं मिलती हैं। इसके अलावा, उन्हें छुट्टियां, यात्रा सुविधाएं और बच्चों की शिक्षा के लिए भी सहायता मिलती है। रिव्यु अफसर(RO) को मिलने वाली सुविधाएं उनके जीवन को अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनाती हैं।

समीक्षा अधिकारी के कार्य कौन से होते हैं?

समीक्षा अधिकारी के कार्य विभिन्न होते हैं, जिनमें दस्तावेजों की समीक्षा, प्रशासनिक कार्यों की देखरेख और विभागीय रिकॉर्ड का प्रबंधन शामिल होते हैं। उनके कार्य निम्नलिखित हैं:

  • दस्तावेजों की समीक्षा: समीक्षा अधिकारी विभिन्न दस्तावेजों की समीक्षा और सत्यापन करते हैं। वे इन दस्तावेजों की प्रमाणिकता की जाँच करते हैं और उन्हें सही फॉर्मेट में रखते हैं।
  • रिपोर्ट तैयार करना: वे विभिन्न रिपोर्ट तैयार करते हैं और उन्हें उच्च अधिकारियों को प्रस्तुत करते हैं। यह रिपोर्ट्स प्रशासनिक निर्णयों के लिए महत्वपूर्ण होती हैं।
  • फाइल प्रबंधन: समीक्षा अधिकारी फाइलों का प्रबंधन और रखरखाव करते हैं। वे फाइलों को सही क्रम में रखते हैं और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं।
  • समन्वय: वे विभिन्न विभागों और अधिकारियों के बीच समन्वय का काम करते हैं। यह समन्वय प्रशासनिक कार्यों को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है।
  • अन्य प्रशासनिक कार्य: समीक्षा अधिकारी अन्य प्रशासनिक कार्य भी करते हैं, जैसे मीटिंग्स का आयोजन, आदेशों का पालन और प्रशासनिक निर्देशों का पालन।

समीक्षा अधिकारी के लिए तैयारी कैसे करें?

समीक्षा अधिकारी (RO) की परीक्षा की तैयारी करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन सही रणनीति, समर्पण और मेहनत से इसे आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। नीचे दिए गए विस्तृत सुझाव आपको परीक्षा की तैयारी में मदद करेंगे।

1. समय प्रबंधन

समय प्रबंधन परीक्षा की तैयारी का महत्वपूर्ण हिस्सा है। एक समय सारणी बनाएं और उसे नियमित रूप से पालन करें। इसमें सभी विषयों के लिए समय आवंटित करें और हर दिन थोड़ी-थोड़ी प्रैक्टिस करें।

  • दिनचर्या: सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई की शुरुआत करें, इससे आपका मन तरोताजा रहता है।
  • ब्रेक: पढ़ाई के बीच में छोटे-छोटे ब्रेक लें ताकि आपका ध्यान बना रहे।
  • साप्ताहिक योजना: हर सप्ताह के अंत में अपनी तैयारी का मूल्यांकन करें और अगले सप्ताह की योजना बनाएं।

2. अध्ययन सामग्री का चयन

सही अध्ययन सामग्री का चयन करना बेहद जरूरी है। अच्छे किताबें, ऑनलाइन संसाधन और मॉक टेस्ट का उपयोग करें।

किताबें: परीक्षा के सिलेबस के अनुसार मानक किताबें चुनें। जैसे कि:

  • सामान्य ज्ञान: ‘भारत का संविधान’ (एम. लक्ष्मीकांत), ‘भारतीय इतिहास’ (स्पेक्ट्रम)
  • सामान्य हिंदी: ‘हिंदी व्याकरण’ (डॉ. वासुदेव नंदन प्रसाद), ‘हिंदी भाषा और व्याकरण’ (डॉ. हरि कृष्ण देव)
  • विधि: ‘भारतीय संविधान’ (एम. लक्ष्मीकांत), ‘भारतीय दंड संहिता’ (के.डी. गौड़)

ऑनलाइन संसाधन: विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से मटीरियल डाउनलोड करें और वीडियो लेक्चर देखें।

मॉक टेस्ट: नियमित रूप से मॉक टेस्ट दें ताकि आपको अपनी तैयारी का आकलन हो सके।

3. समाचार और करेंट अफेयर्स

समाचार और करेंट अफेयर्स की जानकारी रखना बहुत जरूरी है। रोजाना समाचार पत्र पढ़ें और महत्वपूर्ण घटनाओं का नोट्स बनाएं।

  • समाचार पत्र: ‘द हिंदू’, ‘द इंडियन एक्सप्रेस‘, ‘हिंदी समाचार पत्र’ जैसे दैनिक जागरण और नवभारत टाइम्स पढ़ें।
  • मासिक पत्रिकाएं: ‘प्रतियोगिता दर्पण’, ‘क्रोनिकल’ जैसी मासिक पत्रिकाएं पढ़ें।
  • ऑनलाइन पोर्टल: विभिन्न ऑनलाइन पोर्टल जैसे ‘करेंट अफेयर्स’ और ‘जनरल नॉलेज टुडे’ की वेबसाइट देखें।

4. नोट्स बनाना

नोट्स बनाना आपकी तैयारी को संगठित और प्रभावी बनाता है। महत्वपूर्ण टॉपिक्स के नोट्स बनाएं और उन्हें नियमित रूप से दोहराएं।

  • संगठित नोट्स: हर विषय के लिए अलग-अलग नोट्स बनाएं और उन्हें क्रमबद्ध रखें।
  • संक्षिप्त नोट्स: लंबे नोट्स को संक्षिप्त रूप में लिखें ताकि रिवीजन के समय कम समय लगे।
  • हैंडराइटिंग: स्पष्ट और साफ हैंडराइटिंग में नोट्स बनाएं ताकि पढ़ने में आसानी हो।

5. रिवीजन

रिवीजन का महत्वपूर्ण हिस्सा है ताकि आपने जो सीखा है, वह याद रहे।

  • दैनिक रिवीजन: हर दिन पढ़ाई के अंत में उस दिन का पढ़ा हुआ दोहराएं।
  • साप्ताहिक रिवीजन: हर सप्ताह के अंत में पूरे सप्ताह का पढ़ा हुआ रिवाइज करें।
  • मासिक रिवीजन: हर महीने के अंत में पूरे महीने का पढ़ा हुआ रिवाइज करें।

6. पिछले वर्ष के प्रश्नपत्र हल करें

पिछले वर्ष के प्रश्नपत्र हल करना आपकी तैयारी का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इससे आपको परीक्षा के पैटर्न और प्रश्नों की प्रकार का पता चलता है।

  • प्रश्नपत्रों का विश्लेषण: पिछले वर्ष के प्रश्नपत्रों को हल करें और उनका विश्लेषण करें कि किन टॉपिक्स से अधिक प्रश्न पूछे जाते हैं।
  • समय प्रबंधन: प्रश्नपत्र हल करते समय समय का ध्यान रखें ताकि आप वास्तविक परीक्षा में समय प्रबंधन कर सकें।
  • मॉक टेस्ट: मॉक टेस्ट देकर अपने प्रदर्शन का मूल्यांकन करें और कमजोरियों को सुधारें।

7. स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं

स्वस्थ जीवनशैली अपनाना भी तैयारी का महत्वपूर्ण हिस्सा है। सही खान-पान, नियमित व्यायाम और पर्याप्त नींद आपके मस्तिष्क को ताजगी देती है।

  • खान-पान: पौष्टिक भोजन खाएं जिसमें फल, सब्जियां, दालें और नट्स शामिल हों।
  • व्यायाम: रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें, जैसे योग, दौड़ना या जिम जाना।
  • नींद: रोजाना 7-8 घंटे की नींद लें ताकि आपका दिमाग तरोताजा रहे।

8. सकारात्मक दृष्टिकोण

सकारात्मक दृष्टिकोण रखना बहुत जरूरी है। आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच से आप किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।

  • मनोबल बढ़ाएं: अपनी सफलता की कल्पना करें और उससे प्रेरित हों।
  • तनाव कम करें: मेडिटेशन, प्राणायाम और अन्य तनाव कम करने वाली तकनीकों का उपयोग करें।
  • सपोर्ट सिस्टम: परिवार और दोस्तों के समर्थन से प्रेरित रहें और उनसे सलाह लें।

9. खुद का मूल्यांकन करें

खुद का मूल्यांकन नियमित रूप से करें ताकि आपको अपनी तैयारी का सही अंदाज हो सके।

  • स्ट्रेंथ और वीकनेस: अपनी ताकत और कमजोरियों का विश्लेषण करें और उन पर काम करें।
  • टाइम मैनेजमेंट: परीक्षा के दौरान समय प्रबंधन पर ध्यान दें।
  • फीडबैक: अपने अध्यापक या मेंटर से फीडबैक लें और उसके अनुसार अपनी तैयारी को सुधारें।

10. अन्य उम्मीदवारों से संवाद करें

अन्य उम्मीदवारों से संवाद करना भी लाभकारी हो सकता है। उनके अनुभव और तैयारी के तरीकों से आप बहुत कुछ सीख सकते हैं।

  • स्टडी ग्रुप: स्टडी ग्रुप बनाएं और समूह में पढ़ाई करें।
  • ऑनलाइन फोरम: विभिन्न ऑनलाइन फोरम और सोशल मीडिया ग्रुप्स में जुड़ें जहां आप अन्य उम्मीदवारों से चर्चा कर सकते हैं।
  • मोटिवेशन: एक-दूसरे को प्रेरित करें और तैयारी के टिप्स साझा करें।

समीक्षा अधिकारी के करियर के लाभ

समीक्षा अधिकारी (Review Officer) का करियर एक प्रतिष्ठित और आकर्षक विकल्प हो सकता है। इस करियर के कई लाभ हैं, जो इसे नौकरी चाहने वालों के बीच लोकप्रिय बनाते हैं। यहाँ समीक्षा अधिकारी के करियर के लाभों को विस्तार से समझाया गया है:

  • सुरक्षित और स्थिर नौकरी (Job Security and Stability): समीक्षा अधिकारी की नौकरी सरकारी नौकरी होती है, जो उच्च स्तर की स्थिरता और सुरक्षा प्रदान करती है। सरकारी नौकरी होने के कारण नौकरी खोने का खतरा न्यूनतम होता है।
  • अच्छी सैलरी और लाभ (Good Salary and Benefits): समीक्षा अधिकारी को आकर्षक वेतन मिलता है। इसके साथ ही, उन्हें महंगाई भत्ता, मकान किराया भत्ता, चिकित्सा सुविधाएं, और अन्य कई लाभ भी मिलते हैं।
  • पेंशन और रिटायरमेंट बेनिफिट्स (Pension and Retirement Benefits): सरकारी नौकरी होने के कारण समीक्षा अधिकारी को रिटायरमेंट के बाद पेंशन मिलती है। इसके अलावा, ग्रेच्युटी और अन्य रिटायरमेंट लाभ भी प्रदान किए जाते हैं।
  • सामाजिक सुरक्षा (Social Security): सरकारी नौकरी होने के कारण समीक्षा अधिकारी और उनके परिवार को सामाजिक सुरक्षा मिलती है, जिससे उनके भविष्य की चिंता कम हो जाती है।

निष्कर्ष

इस ब्लॉग में हमने समीक्षा अधिकारी कौन होता है, समीक्षा अधिकारी के लिए योग्यता, समीक्षा अधिकारी सैलरी, समीक्षा अधिकारी सिलेबस और समीक्षा अधिकारी एग्जाम के बारे में विस्तार से समझा। समीक्षा अधिकारी का पद एक प्रतिष्ठित और जिम्मेदारी भरा होता है। यह पद न केवल अच्छे वेतन और सुविधाएं प्रदान करता है, बल्कि एक स्थिर और सुरक्षित करियर का भी अवसर देता है। अगर आप नियमित अध्ययन, सही तैयारी और आत्मविश्वास के साथ इस पद के लिए तैयारी करते हैं, तो आप निश्चित रूप से सफलता प्राप्त कर सकते हैं। 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

समीक्षा अधिकारी कौन होता है?

समीक्षा अधिकारी सरकारों और अन्य संगठनों की ओर से दावों, विवादों और निर्णयों की समीक्षा करते हैं। वे संगठनात्मक अनुपालन सुनिश्चित करने में मदद करने के लिए नीतियों, अधिनियमों और कानून के ज्ञान का उपयोग करते हैं।

समीक्षा अधिकारी का वेतन कितना होता है?

नवीनतम अपडेट के अनुसार, समीक्षा/सहायक समीक्षा अधिकारी का वेतन 65000 रुपये से लेकर 70000 रुपये तक होता है, साथ ही विभिन्न भत्ते और लाभ भी मिलते है।

लखनऊ में समीक्षा अधिकारी कौन है?

लखनऊ में समीक्षा अधिकारी के नाम ये हैं:
श्री प्रेम कुमार पाण्डे, समीक्षा अधिकारी, बेहेरे, समीक्षा अधिकारी रोड एल०डी०ए० कालोनी
श्री राकेश कुमार, समीक्षा अधिकारी
श्री हरीलाल मिश्रा, सहा समीक्षा अधिकारी, लखनऊ

समीक्षा अधिकारी की नियुक्ति कौन करता है?

समीक्षा अधिकारी की नियुक्ति आमतौर पर राज्य लोक सेवा आयोग (जैसे यूपीपीएससी) या संबंधित विभाग द्वारा की जाती है।

समीक्षा अधिकारी की पावर कितनी होती है?

समीक्षा अधिकारी की शक्ति उसके पद और जिम्मेदारी पर निर्भर करती है। वे सरकारी योजनाओं और परियोजनाओं की समीक्षा और मूल्यांकन करने का अधिकार रखते हैं। वे अपनी रिपोर्ट के आधार पर संबंधित अधिकारियों को सुझाव दे सकते हैं और कार्रवाई करने की सिफारिश कर सकते हैं।

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