उत्तर प्रदेश में कितने जिले हैं? जानें पूरी जानकारी

October 30, 2024
उत्तर प्रदेश में कितने जिले हैं
Quick Summary

Quick Summary

उत्तर प्रदेश में कुल 75 जिले हैं, जिनमें 18 मुख्यालयों में बांटे गए हैं। उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा जिला लखीमपुर खीरी है, जो 7,680 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में है। उत्तर प्रदेश का सबसे छोटा जिला हापुड़ है, जो 660 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में है। उत्तर प्रदेश में हिंदी के अलावा अवधी, ब्रजभाषा, बुंदेली, खड़ी बोली, और उर्दू भाषाएं बोली जाती हैं।

Table of Contents

अगर आप किसी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं या सामान्य जानकारी के उद्देश्य से भी आपको पता होना चाहिए की उत्तर प्रदेश में कितने जिले हैं (UP me Kitne Jile Hain) और उत्तर प्रदेश के जिले के नाम क्या हैं।

इस ब्लॉग में आपको उत्तर प्रदेश में कितने जिले हैं, उत्तर प्रदेश के जिले के नाम, उनकी विशेषता क्या है,उनके प्रशासनिक महत्व, जिलों के विकास कार्य और चुनौतियों के बारे में विस्तार से जानकारी मिलेगी।

उत्तर प्रदेश में कितने जिले हैं?: UP me Kitne Jile Hain?

वर्तमान में उत्तर प्रदेश में कुल 75 जिले हैं जिन्हे 18 मुख्यालयों में बांटा गया है। उत्तर प्रदेश के जिले के नाम उनके क्षेत्रफल  के साथ कुछ इस प्रकार हैं:

उत्तर प्रदेश में कितने जिले हैं?(UP me Kitne Jile Hain)- सूची

जिलाजनसंख्याक्षेत्रफल (वर्ग किमी)
आगरा4,418,8004,027
अलीगढ़3,690,3883,747
प्रयागराज5,959,7985,482
अम्बेडकर नगर2,025,3762,372
अमरोहा1,499,1932,321
औरैया1,179,4962,051
आजमगढ़3,950,8084,234
बदायूं3,069,2455,168
बहराइच2,384,2395,745
बलिया2,752,4122,981
बलरामपुर1,684,5672,925
बांदा1,500,2534,413
बाराबंकी2,673,3943,825
बरेली3,598,7014,120
बस्ती2,068,9223,034
बिजनौर3,130,5864,561
बुलंदशहर2,923,2903,719
चंदौली1,639,7772,554
चित्रकूट800,5923,202
देवरिया2,730,3762,535
एटा2,788,2744,446
इटावा1,581,8102,287
फैजाबाद2,470,9962,765
फर्रुखाबाद1,885,2042,279
फतेहपुर2,632,7334,152
फिरोजाबाद2,498,1562,361
गौतम बुद्ध नगर1,648,1151,269
गाजियाबाद3,343,3341,175
गाजीपुर3,620,2683,377
गोंडा3,433,9194,425
गोरखपुर4,440,8953,325
हमीरपुर1,104,2854,325
हापुड़1,338,3111,149
हरदोई4,092,8455,986
हाथरस1,564,7081,752
जालौन1,689,9744,565
जौनपुर4,494,2044,038
झांसी1,998,6035,024
कन्नौज1,656,6161,993
कानपुर देहात1,796,1843,021
कानपुर नगर4,581,2683,156
कासगंज1,436,7191,955
कौशाम्बी1,599,5961,903
कुशीनगर3,564,5442,873
लखीमपुर खीरी4,021,2437,680
ललितपुर1,221,5925,039
लखनऊ4,589,8382,528
महाराजगंज2,684,7032,951
महोबा875,9583,144
मैनपुरी1,868,5292,760
मथुरा2,547,1843,329
मऊ2,205,9681,713
मेरठ3,443,6892,522
मिर्जापुर2,496,9704,521
मुरादाबाद4,772,0063,718
मुजफ्फरनगर4,143,5122,908
पीलीभीत2,031,0073,499
प्रतापगढ़3,209,1413,717
रायबरेली3,405,5594,609
रामपुर2,335,8192,367
सहारनपुर3,466,3823,689
संत कबीर नगर1,715,1831,646
संत रविदास नगर1,578,2131,015
शाहजहांपुर3,006,5384,575
शामली1,274,9351,067
श्रावस्ती1,117,3611,126
सिद्धार्थनगर2,559,2972,895
सीतापुर4,483,9925,743
सोनभद्र1,862,5596,788
सुल्तानपुर3,797,1172,671
उन्नाव3,108,3674,558
वाराणसी3,676,8411,578
उत्तर प्रदेश में कितने जिले हैं?
उत्तर प्रदेश में कितने जिले हैं
उत्तर प्रदेश में कितने जिले हैं?

राज्य का कुल क्षेत्रफल और जनसंख्या

उत्तर प्रदेश राज्य का क्षेत्रफल 240,928 वर्ग किलोमीटर (लगभग) है। यह पूरे भारत के क्षेत्रफल का करीब 7.329% है। क्षेत्रफल के मामले में राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के बाद भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य है। 

वर्तमान (2024) में उत्तर प्रदेश की जनसंख्या 24.41 करोड़ (अनुमानित) है। उत्तर प्रदेश की जनसंख्या को लेकर वर्तमान में जनगणना का सटीक डेटा उपलब्ध नहीं है। उत्तर प्रदेश के जिले में जनगणना आखरी बार 2011 में की गई थी। उत्तर प्रदेश में अगली जनगणना 2021 में कि जानी था जो की 2024 तक के लिए स्थगित कर दि गई है।

2011 के जनगणना डेटा के मुताबिक उत्तर प्रदेश जनसंख्या के मामले में भारत का सबसे बड़ा राज्य है। जो की भारत के कुल जनसंख्या का 16.51% (लगभग) है।

उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा जिला

उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा जिला लखीमपुर खीरी है, जो 7,680 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह न केवल राज्य में बल्कि पूरे देश में सबसे बड़े जिलों में से एक है। उत्तर प्रदेश के उत्तरी भाग में स्थित, लखीमपुर खीरी अपने कृषि महत्व के लिए प्रसिद्ध है और राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है। इस जिले की जनसंख्या लगभग 3,200,137 है, जो इसके आकार और जनसंख्या दोनों के संदर्भ में इसकी प्रमुखता को दर्शाती है।

उत्तर प्रदेश का सबसे छोटा जिला

उत्तर प्रदेश का सबसे छोटा जिला हापुड़ है, जो 660 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह राज्य का सबसे छोटा जिला होने का गौरव रखता है। अपने छोटे आकार के बावजूद, हापुड़ की जनसंख्या लगभग 1,338,211 है। उत्तर प्रदेश के उत्तरी भाग में स्थित, हापुड़ शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों का एक गतिशील मिश्रण प्रस्तुत करता है।

उत्तर प्रदेश में कितने जिले हैं?: उत्तर प्रदेश की विशेषताएं

उत्तर-प्रदेश का राजनीतिक महत्व: 

  • लोकसभा में सबसे अधिक सीटें: उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटें हैं, जो किसी भी अन्य राज्य से अधिक है। इसका मतलब है कि राष्ट्रीय राजनीति में उत्तर प्रदेश की आवाज बहुत मजबूत है।
  • प्रमुख राजनीतिक दलों का गढ़: उत्तर प्रदेश कई प्रमुख राष्ट्रीय राजनीतिक दलों का गढ़ रहा है, जैसे कि भारतीय जनता पार्टी (BJP), समाजवादी पार्टी (SP), बहुजन समाज पार्टी (BSP), और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC)।
  • प्रमुख राजनीतिक नेताओं का जन्मस्थान: उत्तर प्रदेश कई प्रमुख राजनीतिक नेताओं का जन्म स्थान रहा है, जिनमें जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी, और योगी आदित्यनाथ जैसे महान नेता शामिल हैं।
  • राष्ट्रीय चुनावों में निर्णायक भूमिका: उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणाम अक्सर राष्ट्रीय चुनावों को प्रभावित करते हैं।

उत्तर प्रदेश का धार्मिक महत्व: 

उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल
उत्तर प्रदेश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल
  • हिंदू धर्म का केंद्र: उत्तर प्रदेश को “भगवान राम की भूमि” के रूप में जाना जाता है और यह हिंदू धर्म के लिए सबसे पवित्र स्थानों में से एक है।
  • प्रमुख तीर्थस्थल: उत्तर प्रदेश में कई महत्वपूर्ण तीर्थस्थल हैं, जिनमें वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या, मथुरा, और काशी शामिल हैं।
  • विभिन्न धर्मों का संगम: उत्तर प्रदेश में हिंदू, मुस्लिम, सिख, बौद्ध, जैन और ईसाई सहित विभिन्न धर्मों के लोग रहते हैं।
  • सांस्कृतिक विविधता: उत्तर प्रदेश की संस्कृति और विरासत को पूरे भारत में जाना जाता है, सीखा जाता है और समझा जाता है, जिसमें कला, संगीत, साहित्य, और त्योहार शामिल हैं।

उत्तर-प्रदेश की भाषा, बोली, खानपान और पहनावा 

भाषा और बोली:

  • हिंदी: उत्तर प्रदेश की आधिकारिक भाषा हिंदी है, जो पूरे राज्य में बोली और समझी जाती है।
  • अन्य भाषाएं: अवधी, ब्रजभाषा, बुंदेली, खड़ी बोली, और उर्दू भी यहाँ बोली जाती हैं।
  • पूर्वी उत्तर प्रदेश: पूर्वी उत्तर प्रदेश में अवधी, भोजपुरी, और बाग़ेली बोली जाती हैं।
  • पश्चिमी उत्तर प्रदेश: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ब्रजभाषा, हरियाणवी, और खड़ी बोली बोली जाती हैं।
  • केंद्रीय उत्तर प्रदेश: केंद्रीय उत्तर प्रदेश में अवधी, बुंदेली, और खड़ी बोली बोली जाती हैं।

खानपान:

  • विविधता: उत्तर प्रदेश में खानपान में विविधता देखने को मिलती है।
  • लोकप्रिय व्यंजन: कबाब, बिरयानी, चाट, समोसे, पराठे, दाल-बाटी-चूरमा, लस्सी, रबड़ी, और पेठा यहाँ के प्रसिद्ध व्यंजन हैं।
  • क्षेत्रीय भिन्नता: पूर्वी उत्तर प्रदेश में चावल और मछली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गेहूं और दाल, और केंद्रीय उत्तर प्रदेश में मिश्रित खानपान का प्रचलन है।

पहनावा:

  • पुरुष: पुरुषों के लिए, धोती-कुर्ता, लूंगी, शेरवानी, और पगड़ी यहाँ के पारंपरिक परिधान हैं।
  • महिलाएं: महिलाओं के लिए, साड़ी, सलवार-कमीज, लहंगा-चोली, और घाघरा-चोली यहाँ के पारंपरिक परिधान हैं।
  • धार्मिक परिधान: कुछ लोग धार्मिक पहनावा भी पहनते हैं, जैसे कि मुस्लिमों द्वारा पहना जाने वाला बुर्का या हिंदुओं द्वारा पहना जाने वाला कुर्ता-पायजामा।

भौगोलिक आधार पर उत्तर-प्रदेश 

उत्तर प्रदेश का भूगोल 4 भागों में बटा हुआ हैं जिसे पूर्वांचल, पश्चिमांचल, मध्यांचल और बुंदेलखंड से जाना जाता है। हर भाग की अपनी एक विशेषता है, इसे विस्तार से समझते हैं:

उत्तर-प्रदेश के पूर्वांचल की विशेषता

  • शिक्षा: यहाँ बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) जैसे प्रमुख शिक्षण संस्थान हैं।
  • पर्यटन: वाराणसी, सारनाथ और कुशीनगर जैसे ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल यहाँ हैं, जो उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा हैं।
  • संस्कृति: पूर्वांचल की संस्कृति विविध और समृद्ध है, यहाँ लोग होली, दिवाली और छठ जैसे त्यौहार धूमधाम से मनाते हैं।
  • भाषा: भोजपुरी, अवधी और हिंदी प्रमुख भाषाएँ हैं।

उत्तर-प्रदेश के पश्चिमांचल की विशेषता

  • क्षेत्र: पहाड़ी क्षेत्रों (हिमालय), पठारों (आगरा का पठार), और मैदानी भागों (दिल्ली का मैदान) का मिश्रण।
  • नदियां: यमुना, चंबल, केन जैसी प्रमुख नदियां।
  • मिट्टी: बलुई, चिकनी मिट्टी, और लाल मिट्टी।
  • जलवायु: गर्मियों में गर्म और शुष्क, सर्दियों में ठंडी।
  • कई विश्वविद्यालय और संस्थान: IIT Kanpur, IIT Roorkee, AMU Aligarh, BHU Varanasi, Lucknow University प्रसिद्ध हैं।
  • कृषि: गेहूं, चना, मूंगफली, तिलहन, बागवानी, और डेयरी मुख्य गतिविधियां हैं।
  • उद्योग: लौह और इस्पात, भारी इंजीनियरिंग, रसायन, खनन, और खनिजों का उत्पादन प्रमुख उद्योग हैं।
  • पर्यटन: ताजमहल, आगरा का किला, मथुरा, वृंदावन, और फतेहपुर सीकरी जैसे पर्यटन स्थल उत्तर प्रदेश का इतिहास और उत्तर प्रदेश की संस्कृति का प्रतीक हैं।
  • भाषा: ब्रजभाषा, अवधी, और बुंदेली भाषाओं का प्रभाव।

मध्यांचल और बुंदेलखंड की विशेषता 

  • क्षेत्र: समतल मैदान, जलोढ़ मिट्टी, और घनी आबादी।
  • प्रमुख नदियां: गंगा, यमुना और घाघरा।
  • कृषि: धान, गेहूं, मक्का, और दलहन जैसी फसलों की खेती तथा गन्ना, आलू, और मशरूम जैसी नकदी फसलों का उत्पादन।
  • उद्योग: कपड़ा, चीनी, और कृषि-आधारित उद्योगों का केंद्र।

बुंदेलखंड, उत्तर प्रदेश के पश्चिमी भाग में स्थित एक पठारी क्षेत्र है, इसकी विशेषताएं हैं:

  • क्षेत्र: पहाड़ी और पठारी क्षेत्र।
  • प्रमुख नदियां: केन, बेतवा, चंबल।
  • कृषि: बाजरा, ज्वार, और मूंगफली जैसी फसलों की खेती।
  • उद्योग: खनन और खनिजों का उत्पादन।
  • भाषा: बुंदेली भाषा और संस्कृति का प्रभाव।

उत्तर प्रदेश में कितने जिले हैं?: प्रमुख जिले और उनकी विशेषताएं 

लखनऊ: राज्य की राजधानी

नवाबों का शहर कहे जाने वाले लखनऊ में बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा, रुमी दरवाजा जैसे ऐतिहासिक स्थल पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। अवधी व्यंजन जैसे कबाब, बिरयानी, गुलाब जामुन यहाँ के खानपान की शान हैं। लखनऊ विश्वविद्यालय जैसे शिक्षा संस्थान इसे ज्ञान का केंद्र बनाते है। छठ पूजा, ईद, होली जैसे त्योहार यहां धूमधाम से मनाए जाते हैं।

वाराणसी: धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर

उत्तर प्रदेश के प्रमुख जिले में से एक वाराणसी, हिंदू धर्म के लोग वाराणसी को काफी महत्वपूर्ण मानते है, गंगा नदी के किनारे बसा शहर यहाँ काशी विश्वनाथ मंदिर सहित प्राचीन मंदिरों और घाटों का समागम है। 

आगरा: ताजमहल की नगरी

उत्तर प्रदेश के प्रमुख जिले में से एक आगरा, उत्तर प्रदेश में स्थित एक खूबसूरत शहर है।  यह दुनिया भर में विश्व प्रसिद्ध स्मारक ताजमहल के लिए जाना जाता है। आगरा अपनी मुगल वास्तुकला, हस्तशिल्प, और मुगलई खाने के लिए भी प्रसिद्ध है।

अन्य प्रमुख जिले: कानपुर, मेरठ, इलाहाबाद, गोरखपुर

  • कानपुर: औद्योगिक शहर, चमड़े और कपड़ा उद्योग के लिए प्रसिद्ध।
  • मेरठ: ऐतिहासिक शहर, 1857 के विद्रोह का केंद्र।
  • इलाहाबाद: तीर्थस्थल, गंगा, यमुना, और सरस्वती नदी का संगम।
  • गोरखपुर: धार्मिक शहर, गोरखनाथ मठ का घर।

उत्तर प्रदेश में कितने जिले हैं?: प्रशासनिक महत्व और जिले की भूमिका 

जिलाधिकारी का कार्य और जिम्मेदारियाँ

जिलाधिकारी (DM), जिसे जिला मजिस्ट्रेट भी कहा जाता है, उत्तर प्रदेश में एक जिले का सर्वोच्च प्रशासनिक अधिकारी होता है। हर उत्तर प्रदेश के जिले के लिए एक जिलाधिकारी होता है। 

कानून व्यवस्था बनाए रखना, विकास कार्यों का जायजा लेना, सरकारी करों और शुल्कों की वसूली, विधानसभा और लोकसभा चुनावों के सुचारू संचालन की जिम्मेदारी और प्राकृतिक आपदा में  राहत और बचाव कार्यों का नेतृत्व करना उत्तर प्रदेश के जिले के DM की कुछ मुख्य जिम्मेदारियां हैं।

जिला प्रशासन का ढांचा

उत्तर प्रदेश के प्रमुख जिले की देखरेख जिलाधिकारी (DM) करते हैं, जो प्रशासनिक प्रमुख होते हैं। उनके तहत विभिन्न विभागों के अधिकारी काम करते हैं, जैसे पुलिस अधीक्षक (SP) कानून व्यवस्था देखते हैं, मुख्य विकास अधिकारी (CDO) विकास कार्यों का प्रबंधन करते हैं। 

तहसील स्तर पर उपजिलाधिकारी (SDM) होते हैं जो स्थानीय प्रशासन संभालते हैं। ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम प्रधान और पंचायत अधिकारी काम करते हैं।

उत्तर प्रदेश में कितने जिले हैं?: विकास और चुनौतियाँ

उत्तर-प्रदेश के विभिन्न जिलों के विकास कार्य 

बीते कुछ वर्षों की बात की जाए तो उत्तर-प्रदेश के विभिन्न जिलों में इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार, शिक्षा स्तर में सुधार, जिले में अपराधों की कमी, लॉ एंड ऑर्डर का पालन, औद्योगिक विकास और स्वास्थ व्यवस्था में सुधार देखने को मिला है। 

उत्तर प्रदेश के प्रमुख जिलों की अर्थव्यवस्था में काफी सुधार देखने को मिला है जिसके परिणाम स्वरूप उत्तर प्रदेश की GDP लगभग 25 लाख करोड़ तक पहुंच गई है, जो की 2016-2017 के मुकाबले 2 गुना है।

विभिन्न जिलों की प्रमुख समस्याएँ और उनके समाधान


समस्या का क्षेत्र
समस्यासमाधान
1परीक्षा पेपर लीक की समस्यापिछले कुछ समय में UPSSSC और उत्तरप्रदेश पुलिस कांस्टेबल जैसे महत्वपूर्ण परीक्षाओं के पेपर लीक।परीक्षा करवाने वाली एजेंसी की जांच कर अपराध से जुड़े लोगों पर उचित करवाई करना।परीक्षा प्रक्रिया में अधिक निगरानी रखना।
2गरीबी और बेरोजगारीउच्च गरीबी दर, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में उत्तर प्रदेश की जनसंख्या की तुलना में अपर्याप्त रोजगार के अवसर।शिक्षा और कौशल विकास में निवेश कर लघु उद्योगों और ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा देना।बुनियादी ढांचे का विकास और बेहतर कनेक्टिविटी।
3शिक्षा और स्वास्थ्यखराब गुणवत्ता वाली शिक्षा, खासकर सरकारी स्कूलों में अपर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में।शिक्षा प्रणाली में सुधार और बेहतर शिक्षकों की नियुक्ति।स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार और ग्रामीण क्षेत्रों में डॉक्टरों की तैनाती।जन जागरूकता अभियान और स्वास्थ्य सेवाओं तक बेहतर पहुंच।
4अपराध और सुरक्षाअधिक अपराध दर, खासकर महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध कानून व्यवस्था बनाए रखने में चुनौतियां।पुलिस बल को मजबूत करना और बेहतर प्रशिक्षण प्रदान करना।समुदाय आधारित सुरक्षा पहलों को बढ़ावा देना।न्यायिक प्रणाली को मजबूत करना।
5कृषि और किसानों की समस्याएंकम पैदावार, अपर्याप्त सिंचाई सुविधाएंकिसानों को उचित मूल्य न मिलनाऔर ऋणग्रस्तता।आधुनिक कृषि तकनीकों को बढ़ावा देना।सिंचाई सुविधाओं का विस्तार।न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में वृद्धि।किसानों के लिए ऋण योजनाओं में सुधार।
6अर्थव्यवस्थाउत्तर प्रदेश सरकार का लक्ष्य है 2027 तक उत्तर प्रदेश के GDP को 100 लाख करोड़ तक पहुंचना जो वर्तमान में लगभग 25 लाख करोड़ है। उत्तर प्रदेश को अपने विकास दर को 13-14% से बढ़ाकर 30-35% फीसदी करना होगा।स्वास्थ्य शिक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर पर भारी खर्च करना होगा।निवेश को अत्यधिक बढ़ाना होगा।

निष्कर्ष 

जनसंख्या, राजनीति, धार्मिक, शिक्षा और क्षेत्रफल के मामले में उत्तर प्रदेश में कितने जिले हैं और उत्तर प्रदेश के जिले के नाम काफी महत्वपूर्ण हैं। उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ सालों में काफी विकास देखने को मिला है। हालाकि, अभी भी उत्तर प्रदेश के जिलों में काफी प्रमुख समस्या और चुनौतियां हैं, जिनका सामना करना काफी कठिन होगा। 
इस ब्लॉग उत्तर प्रदेश में कितने जिले हैं(UP me Kitne Jile Hain) में आपने विस्तार से जाना उत्तर प्रदेश के जिले के नाम, उनकी विशेषता, उत्तर प्रदेश का भूगोल, उनके जिले के प्रशासनिक महत्व, उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के विकास कार्य और चुनौतियों के बारे में जाना ।

Also Read- भारत का सबसे बड़ा जिला कौन सा है?

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

यूपी के 75 जिले के नाम क्या है?

उत्तर प्रदेश के 75 जिलों के नाम इस प्रकार हैं: आगरा, अलीगढ़, प्रयागराज, अंबेडकर नगर, अमेठी, औरैया, आजमगढ़, बागपत, बहराइच, बाराबंकी, बलिया, बरेली, बस्ती, बिजनौर, बदायूं, बुलंदशहर, चंदौली, चित्रकूट, देवरिया, एटा, इटावा, फैजाबाद, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, हरदोई, हाथरस, जालौन, जौनपुर, झांसी, कन्नौज, अमरोहा, कासगंज, कानपुर नगर, कानपुर देहात, फिरोजाबाद, गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, गाजीपुर, गोंडा, गोरखपुर, हापुड़, हमीरपुर, लखीमपुर खीरी, ललितपुर, लखनऊ, कुशीनगर, कौशांबी, महोबा, मैनपुरी, महाराजगंज, मथुरा, मऊ, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, प्रतापगढ़, रामपुर, रायबरेली, सहारनपुर, संभल, संत रविदास नगर, संत कबीर नगर, शाहजहांपुर, शामली, सीतापुर, श्रावस्ती, सोनभद्र, उन्नाव, वाराणसी, सुल्तानपुर, बांदा, मिर्जापुर, सिद्धार्थनगर, और बलरामपुर.

यूपी में नंबर 1 जिला कौन सा है?

क्षेत्रफल के आधार पर, उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा जिला लखीमपुर खीरी है।

UP में कितने जिले हैं 2024?

2024 में उत्तर प्रदेश में कुल 75 जिले हैं.

UP कितने किलोमीटर में बसा है?

उत्तर प्रदेश का कुल क्षेत्रफल लगभग 243,286 वर्ग किलोमीटर है.

UP का पुराना नाम क्या था?

उत्तर प्रदेश (UP) का पुराना नाम “उतरंगदेश” था।
इतिहास में इसे “अवध”, “कन्नौज”, और “काशी” जैसे नामों से भी जाना गया है, क्योंकि इन क्षेत्रों का भारतीय इतिहास में विशेष स्थान है। 1950 में जब भारतीय राज्यों का पुनर्गठन हुआ, तब “उत्तर प्रदेश” नाम दिया गया, जिसका अर्थ है “उत्तर का प्रांत”।
उत्तर प्रदेश का ऐतिहासिक नाम “अवध” (अवध क्षेत्र) और “कन्नौज” जैसे क्षेत्रीय नामों के साथ भी जुड़ा हुआ है। इस प्रदेश का इतिहास प्राचीन काल से समृद्ध रहा है, और यह कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाओं का गवाह रहा है।

UP में कौन सी जाति ज्यादा है?

उत्तर प्रदेश (UP) में सबसे बड़ी जाति यादव जाति मानी जाती है, जो राज्य की एक महत्वपूर्ण राजनीतिक और सामाजिक शक्ति है। इसके अलावा, राज्य में कई अन्य प्रमुख जातियाँ भी हैं, जिनमें जाटव, ब्राह्मण, राजपूत, ब्राह्मण, गुर्जर, दक्षिणी पिछड़ी जातियाँ (जैसे कुर्मी, कश्यप, etc.) और नोनिया (अल्पसंख्यक) शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश की जाति संरचना बहुत विविध है और इसमें कई सामाजिक और सांस्कृतिक समूह शामिल हैं, जो राज्य की राजनीति, सामाजिक समीकरण और आर्थिक स्थिति पर गहरा असर डालते हैं।

ऐसे और आर्टिकल्स पड़ने के लिए, यहाँ क्लिक करे

adhik sambandhit lekh padhane ke lie

यह भी पढ़े