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भारत में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का पद भारत देश के सर्वोच्च संवैधानिक पदों में से एक है, जिसका भारतीय संविधान और लोकतंत्र के विकास में बहुत बड़ा योगदान है। एक देश का राष्ट्रपति उस देश का मुखिया होता है और उपराष्ट्रपति उनका सहायक होता है, जो राष्ट्रपति के अभाव में उनके कार्यों का निर्वहन करता है।
आज के इस ब्लॉग में हम भारत के राष्ट्रपति के लिस्ट 2024 के साथ – साथ वर्तमान में भारत के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति कौन है के बारे में भी जानेंगे, साथ ही भारत के राष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया को भी समझेंगे|
भारत के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का पद एक संवैधानिक पद होता है। राष्ट्रपति पद पर व्यक्ति का चुनाव संवैधानिक तरीके से होता है। राष्ट्रपति को विभिन्न राजनीतिक पार्टियों की सहायता से चुना जाता है। राष्ट्रपति का कार्यकाल पांच वर्षों का होता है और वे राष्ट्र के शीर्ष संवैधानिक पदों में से एक होते हैं। राष्ट्रपति की प्रमुख कार्यों की बात की जाए तो उनका प्रमुख कार्य – राजनीतिक नेताओं के साथ बातचीत, विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों का समर्थन, और सर्वोच्च संवैधानिक अधिकारों का पालन करना होता है।
भारत का राष्ट्रपति देश का मुखिया और भारत का प्रथम नागरिक होता है। राष्ट्रपति के पास भारतीय सशस्त्र सेना की भी सर्वोच्च कमान होती है। आइये अब जानते हैं कि वर्तमान में इस पद पर बैठे हुए राष्ट्रपति का नाम क्या है?
वर्तमान में इस पद पर बैठे हुए राष्ट्रपति का नाम श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी है। द्रौपदी मुर्मू जी ने 25 जुलाई, 2022 को भारत के 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। इससे पहले, वह 2015 से 2021 तक झारखंड की राज्यपाल थीं। उन्होंने अपना जीवन दलितों के साथ-साथ समाज के हाशिए पर पड़े वर्गों को सशक्त बनाने और लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए समर्पित किया है।
भारत में राष्ट्रपति का चुनाव नागरिकों द्वारा नहीं बल्कि संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्यों और राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की विधानसभाओं के निर्वाचित सदस्यों द्वारा किया जाता है। यानी राष्ट्रपति का चुनाव निर्वाचिका के सदस्यों द्वारा किया जाता है जिसमें संसद के दोनों सदनों के चयनित सदस्य, समानुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के अनुसार राज्यों में विधान सभा के सदस्यों के द्वारा एकल अंतरणीय मत में द्वारा होता है। राज्यों के बीच परस्पर एकरूपता लाने के लिए तथा सम्पूर्ण रूप से राज्यों और केंद्र के बीच संगतता लाने के लिए प्रत्येक मत को उचित महत्व दिया जाता है।
भारत के राष्ट्रपति के चुनाव में निम्नलिखित लोगों का समूह शामिल नहीं होता है:
बहुत बार इंटरव्यू के दौरान पूछा जाता है कि भारत के उपराष्ट्रपति कौन है? आपको बता दें कि भारत के उपराष्ट्रपति, राष्ट्रपति के सहायक होते हैं। उपराष्ट्रपति का चयन भी राष्ट्रपति के चयन के समान प्रक्रिया के माध्यम से होता है। उपराष्ट्रपति के प्रमुख कार्यों की बात की जाए तो उनका प्रमुख कार्य – राज्यसभा के अध्यक्ष के रूप में राष्ट्रपति के साथ नियमित रूप से बैठकों का संचालन करना होता है और उन्हें राज्यों और केंद्र शासन के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना होता है। आइये अब जानते हैं वर्तमान में भारत के भारत के उपराष्ट्रपति कौन है?
वर्तमान में भारत के उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ जी है। जगदीप धनखड़ एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो भारत के निर्वाचित 14वें उपराष्ट्रपति हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में भी कार्य किया था।
भारत में अभी तक 15 व्यक्तियों ने राष्ट्रपति का पदभार संभाला है – आइए भारत के राष्ट्रपति के लिस्ट में सभी राष्ट्रपति का नाम और उनके कार्यकाल के बारे में जानते हैं –
क्रम संख्या | कार्यकाल | नाम |
1 | 13 मई 1952 – 13 मई 1962 | राजेन्द्र प्रसाद |
2 | 13 मई 1962 – 13 मई 1967 | सर्वपल्ली राधाकृष्णन |
3 | 3 मई 1967 – 20 जुलाई 1969 | जाकिर हुसैन |
4 | 24 अगस्त 1969 – 24 अगस्त 1974 | वराहगिरि वेंकट गिरि |
5 | 24 अगस्त 1974 – 11 फ़रवरी 1977 | फखरुद्दीन अली अहमद |
6 | 25 जुलाई 1977 – 25 जुलाई 1982 | नीलम संजीव रेड्डी |
7 | 25 जुलाई 1982 – 25 जुलाई 1987 | जैल सिंह |
8 | 25 जुलाई 1987 – 25 जुलाई 1992 | रामास्वामी वेंकटरमन |
9 | 25 जुलाई 1992 – 25 जुलाई 1997 | शंकर दयाल शर्मा |
10 | 25 जुलाई 1997 – 25 जुलाई 2002 | कोचेरिल रमन नारायणन |
11 | 25 जुलाई 2002 – 25 जुलाई 2007 | अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम |
12 | 25 जुलाई 2007 – 25 जुलाई 2012 | प्रतिभा पाटिल |
13 | 25 जुलाई – 25 जुलाई 2017 | प्रणब मुखर्जी |
14 | 25 जुलाई 2017 – 25 जुलाई 2022 | राम नाथ कोविंद |
15 | 25 जुलाई 2022 – वर्तमान | द्रौपदी मुर्मू |
भारत के राष्ट्रपति के लिस्ट जानने के बाद, आइए सभी राष्ट्रपतियों के बारे में जानते हैं –
1. डॉ. राजेंद्र प्रसाद – डॉ. राजेंद्र प्रसाद भारत के पहले राष्ट्रपति थे, जिन्होंने दो कार्यकाल तक राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था। उन्हें 1962 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
2. डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन – डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को हुआ था और इस दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है । उन्हें 1954 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया था।
3. डॉ. जाकिर हुसैन – डॉ. जाकिर हुसैन भारत के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति बने और उनकी मृत्यु उनके पद पर ही हुई। तत्कालीन उपराष्ट्रपति वी.वी. गिरी को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया।
4. वी.वी. गिरि – वी.वी. गिरि भारत के चौथे राष्ट्रपति थे। उनका पूरा नाम वराहगिरि वेंकट गिरि था। वे स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में राष्ट्रपति चुने जाने वाले एकमात्र व्यक्ति बने। 1975 में उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
5. फखरुद्दीन अली अहमद – फखरुद्दीन अली अहमद भारत के पांचवें राष्ट्रपति थे। वे दूसरे राष्ट्रपति थे जिनकी मृत्यु राष्ट्रपति पद पर रहते हुए हुई।
6. नीलम संजीव रेड्डी – नीलम संजीव रेड्डी भारत के छठे राष्ट्रपति बने। वे आंध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री थे। वे सीधे लोकसभा अध्यक्ष के पद के लिए चुने गए और राष्ट्रपति भवन में आने वाले सबसे युवा राष्ट्रपति बने।
7. ज्ञानी जैल सिंह – राष्ट्रपति बनने से पहले वे पंजाब के मुख्यमंत्री और केंद्र में मंत्री भी रहे। उन्होंने भारतीय डाकघर विधेयक पर पॉकेट वीटो का भी इस्तेमाल किया।
8. आर. वेंकटरमन – आर. वेंकटरमण 25 जुलाई 1987 से 25 जुलाई 1992 तक भारत के राष्ट्रपति चुने गए। इससे पहले वे 1984 से 1987 तक भारत के उपराष्ट्रपति थे।
9. डॉ. शंकर दयाल शर्मा – राष्ट्रपति बनने से पहले वे भारत के आठवें उपराष्ट्रपति थे। 1952 से 1956 तक वे भोपाल के मुख्यमंत्री और 1956 से 1967 तक कैबिनेट मंत्री रहे।
10. के.आर. नारायणन – के.आर. नारायणन भारत के पहले दलित राष्ट्रपति और देश का सर्वोच्च पद प्राप्त करने वाले पहले मलयाली व्यक्ति थे।
11. डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम – डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को ‘भारत के मिसाइल मैन’ के रूप में जाना जाता है। वे पहले वैज्ञानिक थे जिन्होंने राष्ट्रपति का पद संभाला और भारत के पहले राष्ट्रपति थे जिन्होंने सबसे ज़्यादा वोट जीते। उन्हें 1997 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
12. श्रीमती प्रतिभा सिंह पाटिल – ये भारत की पहली महिला राष्ट्रपति थी।
13. प्रणब मुखर्जी – राष्ट्रपति चुनाव लड़ने से पहले प्रणब मुखर्जी केंद्र सरकार में वित्त मंत्री थे। उन्हें 1997 में सर्वश्रेष्ठ संसदीय पुरस्कार और 2008 में भारत के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था।
14. राम नाथ कोविंद – ये भारत के 14वें थे। ये 25 जुलाई 2017 को राष्ट्रपति बने। ये बिहार के पूर्व राज्यपाल भी रहे हैं। राज्यपाल के रूप में उनकी उपलब्धियों में विश्वविद्यालयों में भ्रष्टाचार की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन करना शामिल था।
15. द्रौपदी मुर्मू – द्रौपदी मुर्मू 21 जुलाई, 2022 को भारत की 15वीं राष्ट्रपति बनीं। द्रौपदी मुर्मू को 2007 में ओडिशा विधान सभा द्वारा सर्वश्रेष्ठ विधायक (विधानसभा सदस्य) के लिए नीलकंठ पुरस्कार मिला था।
राष्ट्रपति का प्राथमिक कर्तव्य अनुच्छेद 60 के अनुसार भारत के संविधान और कानून का संरक्षण, सुरक्षा और बचाव करना है। इसके लिए राष्ट्रपति के पास अनेक प्रकार की शक्तियां/अधिकार होते हैं, जो निम्न प्रकार है –
वह भारत के रक्षा बलों के कमांडर हैं। वह निम्नलिखित की नियुक्ति करते हैं:
वह भारतीय संविधान में दी गई तीन प्रकार की आपात स्थितियों से निपटते हैं:
जब कोई विधेयक संसद में पेश किया जाता है, तो संसद उसे पारित कर सकती है और विधेयक के अधिनियम बनने से पहले उसे भारत के राष्ट्रपति के समक्ष उनकी स्वीकृति के लिए प्रस्तुत किया जाना चाहिए। यह भारत के राष्ट्रपति पर निर्भर करता है कि वह विधेयक को अस्वीकार करें, विधेयक को वापस करें या विधेयक पर अपनी सहमति न दें। विधेयक पर राष्ट्रपति की पसंद को उसकी वीटो शक्ति कहा जाता है। भारत के राष्ट्रपति की वीटो शक्ति भारतीय संविधान के अनुच्छेद 111 द्वारा निर्देशित है।
इस प्रकार, आज के इस ब्लॉग भारत के राष्ट्रपति के लिस्ट 2024 में हमने जाना कि भारत के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति कौन है साथ ही यह भी जाना कि किस प्रकार भारतीय राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का पद देश के संवैधानिक और लोकतंत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आजादी के बाद से राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के योगदान के माध्यम से देश के राजनीतिक, सामाजिक, और आर्थिक विकास में सुधार आया है और वे देश की संवैधानिक व्यवस्था के स्तर को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
डॉ. राजेंद्र प्रसाद का कार्यकाल सबसे लंबा था, उन्होंने 1950 से 1962 तक दो बार राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया।
राष्ट्रपति के चुनाव में एकल संक्रमणीय मत प्रणाली (Single Transferable Vote) और आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली (Proportional Representation) का उपयोग किया जाता है।
‘Pocket Veto’ राष्ट्रपति को बिना किसी समय सीमा के संसद द्वारा पारित विधेयक को रोककर रखने की शक्ति प्रदान करता है, जिसका प्रयोग राष्ट्रपति ने एक बार 1986 में किया था।
डॉ. ज़ाकिर हुसैन राष्ट्रपति के पद पर रहते हुए निधन हो गए थे। उनका निधन 3 मई 1969 को हुआ था।
राष्ट्रपति डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने भारत के पहले अंतरिक्ष मिशन, ‘आज़ादीन’ (Aryabhata) के उद्घाटन का कार्य किया था।
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