खाद्य श्रृंखला किसे कहते हैं? उदाहरण सहित विस्तृत जानकारी

December 27, 2024
खाद्य श्रृंखला किसे कहते हैं
Quick Summary

Quick Summary

  • खाद्य श्रृंखला एक पारिस्थितिकी तंत्र में जीवों के बीच ऊर्जा और पोषण के आदान-प्रदान का क्रम है।
  • इसमें विभिन्न स्तर होते हैं:
    • उत्पादक (पौधे)
    • प्राथमिक उपभोक्ता (शाकाहारी)
    • द्वितीयक उपभोक्ता (मांसाहारी)
    • अपघटक (डीकंपोजर)

Table of Contents

खाद्य श्रृंखलाएँ पारिस्थितिक तंत्र की जटिलता और जैव विविधता को दर्शाती हैं और ये विभिन्न जीवों के बीच ऊर्जा और पोषक तत्वों की धारा को समझने में मदद करती हैं। खाद्य श्रृंखला (Food Chain) एक जैविक प्रक्रिया है जिसमें विभिन्न जीवों के बीच भोजन के आदान-प्रदान की श्रृंखला के बारे में बताया जाता है। आज इस ब्लॉग में आपको खाद्य श्रृंखला क्या है उदाहरण सहित समझाइए या फिर खाद्य श्रृंखला किसे कहते हैं उदाहरण सहित समझाइए इसकी पूरी जानकारी मिलेगी। 

खाद्य श्रृंखला क्या है?

खाद्य श्रृंखला क्या है – जैसा की, खाद्य श्रृंखला (Food Chain) एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। जिसमें प्रत्येक प्राणी अपने आहार को प्राप्त करता है और इस प्रकार एक श्रेणी में बंधता है। यह श्रृंखला विभिन्न स्तरों पर होती है जो पौधों से शुरू होती है और फिर उन प्राणियों को शामिल करती है जो उन पौधों को खाते हैं, इसके बाद फिर उन प्राणियों को खाने वाले प्राणी आदि।

खाद्य श्रृंखला की परिभाषा

खाद्य श्रृंखला किसे कहते हैं(khadya shrinkhala kise kahate hain) खाद्य श्रृंखला (Food Chain) एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसमें जीवों की एक श्रृंखला होती है जो खाद्य पदार्थों को आपस में प्राप्त करती है। खाद्य श्रृंखला (Food chain) विभिन्न प्राणियों के खाद्य संबंधों को दर्शाता है। इसमें प्राणी जीवन के आधार पर एक दूसरे को खाते हैं और इस प्रक्रिया के माध्यम से खाद्य श्रेणी (Trophic level) के स्तर बनते हैं। यह प्राणियों के बीच खाद्य श्रृंखला में जुड़े रहने वाले उनके संबंधों की जांच करता है और यह दिखाता है कि प्राकृतिक प्रणाली किस प्रकार से जीवन का चक्र बनाती है।

इस ब्लॉग में खाद्य श्रृंखला किसे कहते हैं उदाहरण सहित समझाइए या फिर खाद्य श्रृंखला किसे कहते हैं उदाहरण दीजिए  इस सवाल का जवाब दिया गया है । आगे इसकी विस्तृत जानकारी दी गई है।

खाद्य श्रृंखला का उदाहरण

एक सामान्य खाद्य श्रृंखला का उदाहरण देखें:

पौधों (खाद्य उत्पादक) → कीट (उत्पादक) → छोटे पशु (सांसारिक उत्पादक) → बड़े पशु (उच्चतम उत्पादक)। अक्सर पूछा जाता है खाद्य श्रृंखला किसे कहते हैं उदाहरण सहित समझाइए या खाद्य श्रृंखला किसे कहते हैं उदाहरण दीजिए तो इसके  लिए आइये देख लेते हैं इसका जवाब क्या है- 

यह था खाद्य श्रृंखला का उदाहरण इस श्रृंखला में प्राणी एक ज्यादा ऊंचा स्तर प्राप्त करते जाते हैं जब वह दूसरे प्राणियों को खाते हैं।

खाद्य श्रृंखला क्या है उदाहरण सहित समझाइए तो अब आगे खाद्य श्रृंखला का एक अन्य उदाहरण है:

पौधेपौधों में हरी सब्जियाँ उगती हैं।
खरगोशखरगोश हरी सब्जियों को खाते हैं।
साँपसाँप खरगोश को खाते हैं।
चीलचील साँपों को खाते हैं।
खाद्य श्रृंखला का उदाहरण

इस खाद्य श्रृंखला का उदाहरण में पौधे से लेकर शेर तक कई प्राणी एक दूसरे के आधार पर अपना भोजन लेते हैं। इस तरह की खाद्य श्रृंखला को ‘खाद्य श्रृंखला’ या ‘खाद्य जाल’ कहा जाता है।  

खाद्य श्रृंखला के घटक

खाद्य श्रृंखला (Food chain) में तीन प्रमुख घटक होते हैं:

उत्पादक(Producers) पौधे और अन्य उत्पादक जीवउपभोक्ता(Consumers)शाकाहारी,मांसाहारी, और सर्वाहारी जीवअपघटक(Decomposers) बैक्टीरिया और फंगी
उत्पादक इस श्रृंखला का पहला और मुख्य घटक हैं।उपभोक्ता खाद्य श्रृंखला में उत्पादकों के बाद आते हैं।अपघटक खाद्य श्रृंखला के आखिरी घटक होते हैं।
उत्पादक पौधे होते हैं जो सूर्य के प्रकाश का सीधा उपयोग करके खनिज तत्वों और पानी से अपने खुद के खाद्य संसाधन को बनाते हैं।इनमें शाकाहारी (Herbivores), मांसाहारी (Carnivores), और सर्वाहारी (Omnivores) जीव शामिल होते हैं।इनमें बैक्टीरिया और फंगी जैसे जीव होते हैं, जो मृत बैक्टीरिया के रूप में और संयुक्त रूप में रहते हैं और मृत बैक्टीरिया को विघटित करते हैं।
उत्पादकों में फाइटोप्लांकटन, सायनोबैक्टीरिया, शैवाल और हरे पौधे शामिल हैं।उपभोक्ता में जीवित जीवों की लगभग सभी प्रजातियाँ शामिल होती हैं।ये तत्वों को धरती में फिर से उपलब्ध कराने में मदद करते हैं, जिससे नई वनस्पतियों और अन्य जीवन जन्म ले सके।
ये पौधे और अन्य वनस्पतियाँ खाद्य श्रृंखला के सभी अन्य तत्वों को खाद्य सामग्री और ऊर्जा उपलब्ध कराते हैं।ये जीव उत्पादकों से अपने फ़ूड सोर्स को प्राप्त करते हैं और साथ में ऊर्जा और मानवीय जीवन के लिए आवश्यक तत्वों को भी प्राप्त करते हैं।ये तीनों घटक मिलकर खाद्य श्रृंखला को संतुलित और स्थिर बनाते हैं, जिससे जीवसंगठन के विभिन्न पहलुओं को समझने में मदद मिलती है।
खाद्य श्रृंखला किसे कहते हैं? खाद्य श्रृंखला के घटक

खाद्य श्रृंखला के प्रकार

खाद्य श्रृंखला (Food Chain) को दो भागों में बाँटा गया है:

स्थलीय खाद्य श्रृंखला: भूमि आधारित खाद्य श्रृंखलाएँ

स्थलीय खाद्य श्रृंखला भूमि पर आधारित खाद्य संबंधों को दर्शाती है। इसमें प्रमुख तत्व आते हैं:

  • उत्पादक (Producers): ये सामान्यतः पौधे होते हैं जो सूर्य की ऊर्जा को फोटोसिंथेसिस के माध्यम से खाद्य पदार्थों में बदलते हैं। उदाहरण के लिए, घास, झाड़ियाँ, और पेड़।
  • प्राथमिक (Primary Consumers): ये शाकाहारी होते हैं जो उत्पादकों (पौधों) को खाते हैं। उदाहरण के लिए, हिरण, घोड़े, और कीट।
  • माध्यमिक उपभोक्ता (Secondary Consumers): ये शाकाहारी जीवों को खाते हैं और ये मांसाहारी होते हैं। उदाहरण के लिए, भालू, सियार, और सांप।
  • तृतीयक उपभोक्ता (Tertiary Consumers): ये उच्च स्तर के शिकारी होते हैं और माध्यमिक उपभोक्ताओं को खाते हैं। उदाहरण के लिए, बाघ, शेर, और अजगर।
  • निर्वाहक (Decomposers): ये खाद्य श्रृंखला का आखिरी तत्व हैं। ये मृत जैविक पदार्थों को तोड़ते हैं और पोषक तत्वों को रीसायकल करते हैं। उदाहरण के लिए, बैक्टीरिया, कवक, और कीड़े।

जलीय खाद्य श्रृंखला: जल आधारित खाद्य श्रृंखलाएँ

जलीय खाद्य श्रृंखला जलवायु पर आधारित खाद्य संबंधों को दर्शाती है। इसमें प्रमुख तत्व आते हैं:

  • उत्पादक (Producers): इनका मुख्य रूप से सागरी पौधे, फाइटोप्लांकटन, और समुद्री शैवाल होते हैं जो सूर्य की ऊर्जा का उपयोग करते हैं। उदाहरण के लिए, समुद्री शैवाल और फाइटोप्लांकटन।
  • प्राथमिक उपभोक्ता (Primary Consumers): ये छोटे जीव होते हैं जो उत्पादकों को खाते हैं। उदाहरण के लिए, फाइटोप्लांकटन खाने वाले क्रिल और छोटे मछलियाँ।
  • माध्यमिक उपभोक्ता (Secondary Consumers): ये प्राथमिक उपभोक्ताओं को खाते हैं। उदाहरण के लिए, छोटी मछलियाँ जो क्रिल को खाती हैं।
  • तृतीयक उपभोक्ता (Tertiary Consumers): ये उच्च स्तर के शिकारी होते हैं जो माध्यमिक उपभोक्ताओं को खाते हैं। उदाहरण के लिए, शार्क और डॉल्फिन।
  • निर्वाहक (Decomposers): ये मृत जलीय जीवन को तोड़ते हैं और समुद्र के तल में पोषक तत्वों को रीसायकल करते हैं। उदाहरण के लिए, समुद्री कवक और बैक्टीरिया।

ये खाद्य श्रृंखलाएँ पारिस्थितिकी तंत्र में एनर्जी फ्लो और पोषक तत्वों के रीसाइक्लिंग को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

खाद्य श्रृंखला क्या है उदाहरण सहित समझाइए

खाद्य श्रृंखला (Food Chain) एक ऐसा प्रोसेस है जिसमें विभिन्न जीवों के बीच एनर्जी फ्लो और न्यूट्रिएंट्स का आदान-प्रदान होता है। यह श्रृंखला इस बात को दर्शाती है कि किस तरह एक जीव दूसरे जीव को खाकर अपने लिए एनर्जी प्राप्त करता है। लिए जान लेते हैं, खाद्य श्रृंखला किसे कहते हैं उदाहरण सहित समझाइए सवाल का जवाब ।

1. स्थलीय उदाहरण: घास → हिरण → शेर

  • घास: यह खाद्य श्रृंखला का पहला लेवल है और इसे प्रोड्यूसर (उत्पादक) कहा जाता है। घास सूर्य की ऊर्जा को प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) के माध्यम से रासायनिक ऊर्जा में बदलती है।
  • हिरण: हिरण घास को खाता है और इस प्रकार इसे प्राइमरी कंज्यूमर (प्राथमिक उपभोक्ता) कहा जाता है। हिरण घास की ऊर्जा को अपनी ऊर्जा में बदलता है।
  • शेर: शेर हिरण को खाता है और इसे सेकेंडरी कंज्यूमर (द्वितीयक उपभोक्ता) कहा जाता है। शेर को हिरण से ऊर्जा प्राप्त होती है।

2. जलीय उदाहरण: फाइटोप्लांकटन → झींगा → मछली → शार्क

  • फाइटोप्लांकटन: यह खाद्य श्रृंखला का पहला स्तर होता है और इसे प्रोड्यूसर कहा जाता है। फाइटोप्लांकटन भी सूर्य की ऊर्जा का उपयोग करके प्रकाश संश्लेषण करता है।
  • झींगा: झींगा फाइटोप्लांकटन को खाता है और इसे प्राइमरी कंज्यूमर कहा जाता है। झींगा फाइटोप्लांकटन की ऊर्जा को अपनी ऊर्जा में बदलता है।
  • मछली: मछली झींगा को खाती है और इसे सेकेंडरी कंज्यूमर कहा जाता है। मछली झींगा से प्राप्त ऊर्जा का उपयोग करती है।
  • शार्क: शार्क, मछली को खाती है और इसे तृतीयक उपभोक्ता कहा जाता है। शार्क को मछली से ऊर्जा प्राप्त होती है।

यह एक जटिल पारिस्थितिक तंत्र को समझने में मदद करती है और इस बात को समझाने में मददगार होती है कि प्राकृतिक परिवेश में जीव कैसे आपस में जुड़े होते हैं।

चराई खाद्य श्रृंखला बनाम अपरद खाद्य श्रृंखला

चराई खाद्य श्रृंखलाअपरद खाद्य श्रृंखला
चराई खाद्य श्रृंखला मुख्य रूप से प्रकाश संश्लेषण से ऊर्जा प्राप्त करती है, जहां पौधों द्वारा सूर्य के प्रकाश को रासायनिक ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है।इसके विपरीत, अपरद खाद्य श्रृंखला मृत कार्बनिक पदार्थों से शुरू होती है। 
चराई खाद्य श्रृंखला प्राथमिक उत्पादकों (पौधों) से शुरू होती हैअपरद खाद्य श्रृंखला मृत कार्बनिक पदार्थों को तोड़ने वाले डेट्राइटस से शुरू होती है।
चराई खाद्य श्रृंखला अधिक सीधी होती है, जिसमें जीवित पौधों की सामग्री का प्रत्यक्ष उपभोग शामिल होता हैअपरद खाद्य श्रृंखला में मृत कार्बनिक पदार्थों का टूटना शामिल होता है।
चराई खाद्य श्रृंखला में डीकंपोजर मुख्य रूप से मृत जीवों से पोषक तत्वों की रीसाइक्लिंग पर काम करते हैंअपरद खाद्य श्रृंखला में वे पोषक तत्वों को जारी करने के लिए कार्बनिक पदार्थों को तोड़ने के लिए बीच में होते हैं।
चराई खाद्य श्रृंखला में प्राथमिक उपभोक्ता शाकाहारी होते हैंजबकि detritivores (डिट्रिटिवोर्स) अपरद खाद्य श्रृंखला में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
चराई खाद्य श्रृंखला पारिस्थितिकी तंत्र में एनर्जी छोड़ती हैअपरद खाद्य श्रृंखला पारिस्थितिकी तंत्र से ऊर्जा का उपयोग करती है
चराई खाद्य श्रृंखला में सभी स्थूल एवं उपमृदा जीव शामिल होते हैंअपरद खाद्य श्रृंखला में सूक्ष्म जीव शामिल होते हैं
उत्पादक चराई खाद्य श्रृंखला में फर्स्ट ट्रॉफिक लेवल के रूप में कार्य करते हैंमृत मटेरियल या डिटरिटस अपरद खाद्य श्रृंखला में फर्स्ट ट्रॉफिक लेवल के रूप में कार्य करता है
चराई खाद्य श्रृंखला आमतौर पर अपरद खाद्य श्रृंखला की तुलना में बड़ी होती हैअपरद खाद्य श्रृंखला आमतौर पर चराई खाद्य श्रृंखला की तुलना में छोटी होती है
चराई खाद्य श्रृंखला को ऊर्जा सीधे सूर्य के प्रकाश से मिलती हैअपरद खाद्य श्रृंखला ऊर्जा जैविक मलबे से मिलती है
खाद्य श्रृंखला किसे कहते हैं? चराई खाद्य श्रृंखला बनाम अपरद खाद्य श्रृंखला

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निष्कर्ष

खाद्य श्रृंखला (Food Chain) का उस सीरीज से है जिसमें विभिन्न जीवित जीव ऊर्जा के प्रवाह के लिए एक दूसरे पर निर्भर रहते हैं। यह श्रृंखला एक खाद्य श्रृंखला के रूप में काम करती है जहां प्रत्येक लेवल पर एक जीव दूसरे लेवल के जीव को खाता है। आज के ब्लॉग में आपको खाद्य श्रृंखला क्या है और खाद्य श्रृंखला किसे कहते हैं (khadya shrinkhala kise kahate hain) उदाहरण सहित समझाइए  इस प्रश्न का उत्तर दिया गया है। 

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

खाद्य श्रृंखला के कितने प्रकार होते हैं?

खाद्य श्रृंखला के मुख्यतः दो प्रकार होते हैं: प्राथमिक खाद्य श्रृंखला, जिसमें उत्पादक (पौधे) और उपभोक्ता (पशु) शामिल होते हैं, और द्वितीयक खाद्य श्रृंखला, जिसमें अपघटक भी शामिल होते हैं, जो मृत जीवों का अपघटन करते हैं।

खाद्य श्रृंखला में कितने चरण होते हैं?

खाद्य श्रृंखला में मुख्यतः चार चरण होते हैं: उत्पादक (पौधे), प्राथमिक उपभोक्ता (शाकाहारी), द्वितीयक उपभोक्ता (मांसाहारी) और अपघटक (डीकंपोजर)। ये चरण ऊर्जा के प्रवाह और पोषण के आदान-प्रदान को दर्शाते हैं।

खाद्य श्रृंखला का प्रत्येक क्रम क्या कहलाता है?

खाद्य श्रृंखला का प्रत्येक क्रम “तत्त्व” या “स्तर” कहलाता है। इन्हें विभिन्न प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है, जैसे उत्पादक (पौधे), प्राथमिक उपभोक्ता (शाकाहारी), द्वितीयक उपभोक्ता (मांसाहारी) और अपघटक (डीकंपोजर)।

खाद्य श्रृंखला में सबसे बड़ी संख्या किसकी है?

खाद्य श्रृंखला में सबसे बड़ी संख्या प्राथमिक उपभोक्ताओं (शाकाहारी जीवों) की होती है, जो उत्पादकों से ऊर्जा प्राप्त करते हैं।

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