जानिये नीट करने के फायदे और NEET क्या है?

January 9, 2025
नीट करने के फायदे
Quick Summary

Quick Summary

  • NEET परीक्षा, पेन-पेपर मोड में आयोजित की जाने वाली एक ऑफ़लाइन परीक्षा है
  • NEET परीक्षा में कुल प्रश्नों की संख्या 180 होती है
  • NEET परीक्षा में भौतिकी, रसायन विज्ञान, और जीव विज्ञान से बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQ) पूछे जाते हैं
  • NEET परीक्षा पास करने के बाद, एमबीबीएस, बीडीएस, बीएसएमएस, बीएएमएस, बीएचएमएस, बीयूएमएस जैसे कोर्स किए जा सकते हैं

Table of Contents

Neet kya hota hai? नीट का फुल फॉर्म इन हिंदी? नीट (NEET) या नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट भारत में मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में प्रवेश के लिए एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है। यह परीक्षा हर साल लाखों छात्रों द्वारा दी जाती है और इसका मुख्य उद्देश्य योग्य और कुशल उम्मीदवारों का चयन करना है। नीट परीक्षा की तैयारी के लिए कड़ी मेहनत और सही रणनीति की आवश्यकता होती है।

अगर आप खुद को मोटीवेट करने के लिए नीट करने के फायदे के बारे में पढ़ना चाहते है तो इस ब्लॉग में, हम neet kya hai/Neet kya hota hai, नीट का फुल फॉर्म, नीट करने के फायदे, नीट करने में कितना पैसा लगेगा और नीट पास करने के बाद क्या होता है, इसके बारे में विस्तार से जानेंगे।

नीट क्या होता है?/Neet kya hai/नीट का फुल फॉर्म इन हिंदी

सबसे पहले हम ये जानेंगे कि neet kya hai/Neet kya hota hai? और नीट करने के फायदे कौन से होते हैं? दरअसल नीट (NEET), या नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट, एक प्रवेश परीक्षा है जिसे भारत के मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में प्रवेश के लिए आयोजित किया जाता है। इस परीक्षा का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा किया जाता है। नीट परीक्षा को पास करने के बाद, छात्र एमबीबीएस, बीडीएस, और अन्य मेडिकल कोर्सेज में प्रवेश पा सकते हैं।

नीट का फुल फॉर्म क्या है?

नीट फुल फॉर्म और अन्य जानकारी
नीट फुल फॉर्म और अन्य जानकारी

नीट का फुल फॉर्म नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (National Eligibility cum Entrance Test) है। यह परीक्षा अंडरग्रेजुएट (UG) और पोस्टग्रेजुएट (PG) दोनों स्तरों पर आयोजित की जाती है।

नीट का पूरा नाम 

Neet kya hota hai? नीट का फुल फॉर्म नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (National Eligibility cum Entrance Test) होता है।

नीट UG और नीट PG के अलग-अलग चरण होते हैं। नीट UG का आयोजन मेडिकल कॉलेजों में अंडरग्रेजुएट कोर्सेज जैसे एमबीबीएस और बीडीएस में प्रवेश के लिए किया जाता है, जबकि नीट PG का आयोजन पोस्टग्रेजुएट कोर्सेज जैसे एमडी और एमएस में प्रवेश के लिए किया जाता है। नीट UG परीक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री, और बायोलॉजी के प्रश्न होते हैं, जबकि नीट PG परीक्षा में क्लिनिकल, प्री-क्लिनिकल, और पैराक्लिनिकल विषयों के प्रश्न होते हैं।

नीट करने के फायदे/NEET karne ke fayde

अगर हम नीट करने के फायदे/NEET clear karne ke fayde की बात करे तो नीट पास करने के कई फायदे हैं, जिनमें मुख्य रूप से मेडिकल क्षेत्र में प्रवेश के अवसर शामिल हैं। इस परीक्षा को पास करने के बाद, छात्रों के पास मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश पाने और एक सफल मेडिकल करियर बनाने का मौका होता है।

1. मेडिकल क्षेत्र में प्रवेश के अवसर

अगर हम नीट करने के फायदे की बात करे तो नीट पास करने के बाद, छात्रों को सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस, बीडीएस, और अन्य मेडिकल कोर्सेज में प्रवेश का सुनहरा अवसर मिलता है। यह उन्हें एक उत्कृष्ट चिकित्सा शिक्षा प्राप्त करने का अवसर देता है, जिससे वे अपने करियर में सफल हो सकते हैं।

2. विकल्पों की विस्तृत श्रृंखला

नीट एमबीबीएस, बीडीएस, बीएएमएस, बीएचएमएस और बीयूएमएस सहित मेडिकल और डेंटल करियर में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए विकल्पों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है।

3. सरकारी छात्रवृत्ति

नीट के लिए योग्य छात्र अपनी मेडिकल शिक्षा के लिए सरकारी छात्रवृत्ति और वित्तीय सहायता का लाभ उठा सकते हैं।

4. वैश्विक मान्यता

नीट योग्यता को वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त है, जो विदेश में उच्च शिक्षा और अनुसंधान के अवसर प्रदान करती है।

मेडिकल कोर्स फीस

नीट क्लियर करने के बाद, छात्रों को मेडिकल कोर्सेज के लिए फीस का भुगतान करना होता है। सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में फीस अलग-अलग होती है। सरकारी कॉलेजों में फीस कम होती है, जबकि प्राइवेट कॉलेजों में फीस अधिक होती है। नीट पास करने के बाद, छात्रों को कैटेगरी के अनुसार फीस का भुगतान करना होता है।

नीट की आवेदन फीस (Table)

नीट परीक्षा के लिए सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों की 1500 रुपये, ओबीसी/एससी/एसटी वर्ग के उम्मीदवारों की 800 रुपये और दिव्यांगजन (PWD) श्रेणी के उम्मीदवारों की 800 रुपये आवेदन शुल्क है।

कैटेगरीफीस (INR)
जनरल1,500
OBC/SC/ST800
PWD800
नीट की आवेदन फीस

एमबीबीएस की फीस

कई छात्रों का सवाल होता है कि नीट करने में कितना पैसा लगेगा? एम्स में एमबीबीएस की फीस कितनी है, प्राइवेट कॉलेज में एमबीबीएस की फीस कितनी है और “एमबीबीएस प्राइवेट कॉलेज फीस कितनी होती है? एम्स और प्राइवेट कॉलेज की फीस –

कॉलेज का नामआवेदन शुल्ककोर्स की फीसछात्रावास शुल्क
दिल्ली एम्स 25 रुपये6,075 रुपये990 रुपये
जोधपुर एम्स 25 रुपये8,140 रुपये1000 रुपये
भोपाल एम्स 1100 रुपये4,788 रुपये5860 रुपये
ऋषिकेश एम्स 100 रुपये51,520 रुपये1,480 रुपये
राजकीय एलोपैथिक मेडिकल कॉलेज, बहराइच——36,0003,600
महर्षि विश्वामित्र स्वायत्त राज्य मेडिकल कॉलेज——36,000 (सामान्य), 27,000 (ओबीसी, एससी/एसटी)2,400
स्वायत्त राज्य मेडिकल कॉलेज, बस्ती——180,000——
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, इलाहाबाद——140,0004,800
एस.एन. मेडिकल कॉलेज, आगरा——160,0004,800
गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, आजमगढ़——210,0003,600
बी.आर.डी. मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर——231,0006,000
माँ विंध्यवासिनी स्वायत्त राज्य मेडिकल कॉलेज, मिर्जापुर——36,0004,800
एमबीबीएस की फीस

नीट पास करने के बाद क्या होता है?

नीट पास करने के बाद क्या होता है
नीट पास करने के बाद क्या होता है?

अब हम समझेंगे कि नीट पास करने के बाद क्या होता है? दरअसल नीट पास करने के बाद, छात्रों को विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश प्रक्रिया से गुजरना होता है। यह प्रक्रिया काउंसलिंग के माध्यम से होती है, जिसमें छात्रों को उनकी रैंक और पसंद के आधार पर कॉलेजों में सीटें आवंटित की जाती हैं।

मेडिकल कॉलेज में प्रवेश प्रक्रिया

नीट पास करने के बाद, छात्रों को काउंसलिंग प्रक्रिया के माध्यम से मेडिकल कॉलेजों में सीटें आवंटित की जाती हैं। यह प्रक्रिया मेरिट लिस्ट के आधार पर की जाती है। छात्रों को अपनी रैंक और पसंद के अनुसार कॉलेज और कोर्स चुनना होता है। काउंसलिंग प्रक्रिया में छात्रों को दस्तावेज़ सत्यापन और अन्य औपचारिकताओं को पूरा करना होता है।

एमबीबीएस, बीडीएस, और अन्य कोर्स

नीट पास करने के बाद, छात्र उनके अंक के आधार पर एमबीबीएस, बीडीएस, और अन्य मेडिकल कोर्सेज में प्रवेश पा सकते हैं। ये कोर्सेज उन्हें मेडिकल प्रोफेशन में एक उज्जवल भविष्य की ओर ले जाते हैं। एमबीबीएस (बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी) और बीडीएस (बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी) सबसे प्रमुख और लोकप्रिय कोर्सेज हैं, जिनमें छात्रों का प्रवेश होता है।

इसके अलावा, बीएचएमएस (बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी), बीएएमएस (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी), और बीयूएमएस (बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी) जैसे कोर्सेज भी उपलब्ध हैं।

मेडिकल प्रोफेशन में करियर विकल्प

नीट पास करने के बाद, छात्रों के पास कई करियर विकल्प होते हैं जैसे कि जनरल प्रैक्टिशनर, सर्जन, डेंटिस्ट, और अन्य स्पेशलाइज्ड डॉक्टर्स। एमबीबीएस कोर्स पूरा करने के बाद, छात्र विभिन्न चिकित्सा क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं, जैसे कि कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, गाइनेकोलॉजी, आदि। इसके अलावा, वे सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में काम कर सकते हैं या अपना क्लिनिक खोल सकते हैं।

इंटर्नशिप और स्पेशलाइजेशन के अवसर

एमबीबीएस और बीडीएस कोर्सेज पूरा करने के बाद, छात्रों को एक वर्ष की इंटर्नशिप करनी होती है। इस दौरान, वे चिकित्सा मामलों को संभालने का अनुभव प्राप्त करते हैं और अपनी स्किल्स को सुधारते हैं। इंटर्नशिप के बाद, वे अपनी रुचि के अनुसार स्पेशलाइजेशन कोर्सेज कर सकते हैं, जैसे कि एमडी, एमएस, डीएम, आदि। स्पेशलाइजेशन के बाद, वे अपने चुने हुए क्षेत्र में विशेषज्ञ बन सकते हैं और उच्चतम स्तर की चिकित्सा सेवा प्रदान कर सकते हैं।

नीट की तैयारी कैसे करें

नीट करने के फायदे ब्लॉग में हम नीट क्रेक करने के लिए तैयारी के तरीको पर बात करेंगे। नीट भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। नीट की तैयारी के लिए छात्रों को टाइम मैनेजमेंट, स्टडी प्लानिंग और सही गाइडेंस की जरूरत होती है। इसके अलावा, मॉक टेस्ट और प्रैक्टिस पेपर हल करना भी बहुत महत्वपूर्ण है।

समय प्रबंधन और अध्ययन योजना

नीट की तैयारी के लिए टाइम टाइम मैनेजमेंट बहुत महत्वपूर्ण है। छात्रों को एक सही टाइम टेबल बनानी चाहिए और रेगुलर पढ़ाई करना चाहिए। टाइम टेबल में सभी विषयों को पूरा समय देना चाहिए और कठिन विषयों पर अधिक ध्यान देना चाहिए। इसके अलावा, नियमित रूप से रिविजन करना भी महत्वपूर्ण है ताकि सभी टॉपिक्स अच्छी तरह से याद रह सकें।

मॉक टेस्ट और प्रैक्टिस पेपर

मॉक टेस्ट और प्रैक्टिस पेपर हल करना नीट की तैयारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इससे छात्रों को परीक्षा पैटर्न समझने में मदद मिलती है और वे अपनी कमजोरियों को पहचान सकते हैं। मॉक टेस्ट से छात्रों को परीक्षा के माहौल का अनुभव होता है और उनका आत्मविश्वास बढ़ता है।

NEET UG परीक्षा पैटर्न

नीट UG परीक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री, और बायोलॉजी के प्रश्न होते हैं। कुल 720 अंकों की यह परीक्षा 3 घंटे की होती है। इसमें 180 प्रश्न होते हैं, जिनमें से 45 प्रश्न फिजिक्स, 45 प्रश्न केमिस्ट्री, और 90 प्रश्न बायोलॉजी (बॉटनी और जूलॉजी) से होते हैं।

विषयप्रश्न संख्याकुल अंक
भौतिकी45180
रसायन विज्ञान45180
जीव विज्ञान (वनस्पति विज्ञान और प्राणीशास्त्र)90360
कुल180720
NEET UG परीक्षा पैटर्न
  • परीक्षा की अवधि: 3 घंटे
  • प्रत्येक सही उत्तर के लिए अंक: 4
  • प्रत्येक गलत उत्तर के लिए ऋणात्मक अंक: 1

NEET PG परीक्षा पैटर्न

नीट PG परीक्षा में क्लिनिकल, प्री-क्लिनिकल, और पैराक्लिनिकल विषयों के प्रश्न होते हैं। यह परीक्षा 3 घंटे 30 मिनट की होती है और इसमें कुल 300 प्रश्न होते हैं। प्रत्येक सही उत्तर के लिए 4 अंक दिए जाते हैं और गलत उत्तर के लिए 1 अंक काटा जाता है।

कैटेगरीजानकारी
NEET पीजी एक्जाम की विधाकॉम्प्यूटर बेस्ड टेस्ट
परीक्षा की अवधि3 घंटे 30 मिनट
कुल सवाल300
सवालों का प्रकारMCQ
माध्यमअंग्रेजी
विषय: प्रश्नों के प्रकारक्लिनिकल
प्री-क्लिनिकल
और पैराक्लिनिकल
सही जवाब के अंक4
गलत जवाब के अंक-1
NEET PG परीक्षा पैटर्न

NEET एग्जाम कितनी बार दे सकते हैं?

छात्र NEET परीक्षा कितनी बार भी दे सकते हैं, इसकी कोई सीमा नहीं है। हर साल नई कोशिश करने का अवसर होता है। नीट परीक्षा की तैयारी के लिए छात्रों को सही रणनीति और समय प्रबंधन की आवश्यकता होती है।

NEET 2025 के लिए पूरी जानकारी

NEET 2025 के लिए आवेदन प्रक्रिया, महत्वपूर्ण तिथियां, और अन्य जानकारियां समय-समय पर नीट की आधिकारिक वेबसाइट पर अपडेट होती हैं। छात्रों को इन जानकारियों का ध्यान रखना चाहिए और समय पर आवेदन करना चाहिए।

नीट सिलेबस: UG 2025

इस ब्लॉग में हम नीट करने के फायदे के साथ साथ नीट सिलेबस को भी विस्तार से समझेंगे। नीट में फ़िज़िक्स, केमेस्ट्री और बायोलॉजी विषय से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं। नीट सिलेबस निम्नलिखित है-

बायोलॉजी सिलेबस

UNIT 1: Diversity in Living World
UNIT 2: Structural Organisation in Animals and Plants
UNIT 3: Cell Structure and Function
UNIT 4: Plant Physiology
UNIT 5: Human Physiology
UNIT 6: Reproduction
UNIT 7: Genetics and Evolution
UNIT 8: Biology and Human Welfare
UNIT 9: Biotechnology and Its Applications
UNIT 10: Ecology and Environment

फिजिक्स सिलेबस

UNIT 1: PHYSICS AND MEASUREMENT
UNIT 2: KINEMATICS
UNIT 3: LAWS OF MOTION
UNIT 4: WORK, ENERGY, AND POWER
UNIT5: ROTATIONAL MOTION
UNIT 6: GRAVITATION
UNIT 7: PROPERTIES OF SOLIDS AND LIQUIDS
UNIT 8: THERMODYNAMICS
UNIT9:KINETICTHEORYOFGASES
UNIT 10: OSCILLATIONS AND WAVES
UNIT 11: ELECTROSTATICS
UNIT 12: CURRENT ELECTRICITY
UNIT 13: MAGNETIC EFFECTS OF CURRENT AND MAGNETISM
UNIT 14: ELECTROMAGNETIC INDUCTION AND ALTERNATING CURRENTS
UNIT 15: ELECTROMAGNETIC WAVES
UNIT 16: OPTICS
UNIT 17: DUAL NATURE OF MATTER AND RADIATION
UNIT 18: ATOMS AND NUCLEI
UNIT 19: ELECTRONIC DEVICES
UNIT 20: EXPERIMENTAL SKILLS

केमिस्ट्री सिलेबस

PHYSICAL CHEMISTRY
UNIT I: SOME BASIC CONCEPTS IN CHEMISTRY
UNIT 2: ATOMIC STRUCTURE
UNIT 3: CHEMICAL BONDING AND MOLECULAR STRUCTURE
UNIT 4: CHEMICAL THERMODYNAMICS
UNIT 5: SOLUTIONS
UNIT 6: EQUILIBRIUM
UNIT 7: REDOX REACTIONS AND ELECTROCHEMISTRY
UNIT 8: CHEMICAL KINETICS

INORGANIC CHEMISTRY
UNIT 9: CLASSIFICATION OF ELEMENTS AND PERIODICITY IN PROPERTIES
UNIT 10: P- BLOCK ELEMENTS
UNIT 11: d – and f- BLOCK ELEMENTS
UNIT 12: CO-ORDINATION COMPOUNDS

ORGANIC CHEMISTRY
UNIT 13: PURIFICATION AND CHARACTERISATION OF ORGANIC COMPOUNDS
UNIT 14: SOME BASIC PRINCIPLES OF ORGANIC CHEMISTRY
UNIT 15: HYDROCARBONS
UNIT 16: ORGANIC COMPOUNDS CONTAINING HALOGENS
UNIT 17: ORGANIC COMPOUNDS CONTAINING OXYGEN
UNIT 18: ORGANIC COMPOUNDS CONTAINING NITROGEN
UNIT 19: BIOMOLECULES
UNIT 20: PRINCIPLES RELATED TO PRACTICAL CHEMISTRY

नीट सिलेबस: PG

पूर्व-नैदानिक ​​विषय
Pre-clinical Subjects
पैरा-क्लिनिकल विषय
Para-Clinical Subjects
नैदानिक ​​विषय
Clinical Subjects
शरीर रचनाऔषधचिकित्सा , त्वचाविज्ञान और रतिजरोग विज्ञान
फिजियोलॉजीकीटाणु-विज्ञानसर्जरी , ऑर्थोपेडिक्स और एनेस्थीसिया
जीव रसायनविकृति विज्ञानरेडियोडायगनोसिस
फोरेंसिक दवाप्रसूति एवं स्त्री रोग
सामाजिक और निवारक चिकित्साबच्चों की दवा करने की विद्या
नेत्र विज्ञान
ईएनटी
मनोचिकित्सा
नीट सिलेबस: PG

NEET 2025 के लिए कैसे अप्लाई करें?

नीट करने के फायदे जानने के बाद NEET 2025 के लिए आवेदन करने के लिए, छात्र नीट की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  1. नीट की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं: सबसे पहले नीट की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और ‘Apply Online’ लिंक पर क्लिक करें।
  2. रजिस्ट्रेशन करें: नए उम्मीदवारों को रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके लिए अपना नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, और अन्य विवरण भरें।
  3. लॉगिन करें: रजिस्ट्रेशन के बाद, अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर और पासवर्ड का उपयोग करके लॉगिन करें।
  4. आवेदन फॉर्म भरें: लॉगिन करने के बाद, आवेदन फॉर्म भरें। इसमें व्यक्तिगत जानकारी, शैक्षिक योग्यता, और अन्य विवरण भरें।
  5. दस्तावेज़ अपलोड करें: आवेदन फॉर्म भरने के बाद, आवश्यक दस्तावेज़ जैसे कि फोटो, सिग्नेचर, और अन्य प्रमाणपत्र अपलोड करें।
  6. आवेदन शुल्क का भुगतान करें: सभी विवरण भरने और दस्तावेज़ अपलोड करने के बाद, आवेदन शुल्क का भुगतान करें। यह शुल्क ऑनलाइन मोड जैसे कि डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड, या नेट बैंकिंग के माध्यम से किया जा सकता है।
  7. फॉर्म सबमिट करें: सभी चरणों को पूरा करने के बाद, फॉर्म को सबमिट करें और भविष्य के संदर्भ के लिए एक प्रिंट आउट निकाल लें।

ज़रूरी डॉक्युमेंट्स –

  • फोटोग्राफी
  • पोस्टकार्ड साइज फोटोग्राफ
  • सिग्नेचर
  • दसवीं की मार्कशीट/ पासिंग सर्टिफिकेट
  • बाएं हाथ के अंगूठे का निशान 
  • वैध पहचान पत्र (भारतीय नागरिक के लिए आधार कार्ड/पासपोर्ट/बारहवीं का रोल नंबर/ एलेक्शन कार्ड/ राशन कार्ड/ बैंक पासबुक आदि। विदेशी नागरिकता होने पर पासपोर्ट नंबर और एनआरआई होने पर पासपोर्ट नंबर/आधार कार्ड)

नीट का रिजर्वेशन

आयु में छूट और कट-ऑफ अंक छूट के मामले में SC, ST और OBC आवेदकों के लिए सीटें रिजर्व्ड हैं:

रिजर्व्ड कैटेगरीरिजर्वेशन सीट का पर्सेंटेज
शेड्यूल्ड कॉस्ट (SC)15%
शेड्यूल्ड ट्राइब (ST)7.5%
अदर बैकवर्ड क्लासेज (OBC) नॉन–क्रीमी लेयर27%
फिजिकली हैंडिकैप्ड3%
नीट का रिजर्वेशन

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निष्कर्ष

इस ब्लॉग में हमने neet kya hai/neet kya hota hai, नीट का फुल फॉर्म, नीट करने के फायदे, नीट करने में कितना पैसा लगेगा और नीट पास करने के बाद क्या होता है, इसके बारे में विस्तार से जाना।

नीट एक महत्वपूर्ण परीक्षा है जो छात्रों को मेडिकल प्रोफेशन में प्रवेश के लिए आवश्यक योग्यता प्रदान करती है। इसकी तैयारी के लिए सही रणनीति और समय प्रबंधन की आवश्यकता होती है। नीट पास करने के बाद, छात्रों के पास मेडिकल क्षेत्र में उज्जवल भविष्य बनाने के कई अवसर होते हैं। सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में प्रवेश पाने के बाद, वे उच्च गुणवत्ता की चिकित्सा शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं और एक सफल करियर बना सकते हैं। नीट पास करने के बाद, छात्रों को विभिन्न करियर विकल्प और स्पेशलाइजेशन के अवसर मिलते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

नीट पास करने के बाद क्या होता है?

NEET पास करने के बाद आप MBBS, BDS, BAMS, BUMS, BHMS, BNYS, BSMS, BVSc & AH, BPT जैसे मेडिकल कोर्सेज में से किसी एक में दाखिला ले सकते है।

NEET करने के बाद कौन सी जॉब मिलती है?

नीट (NEET) पास करने के बाद आपके सामने कई सारे करियर विकल्प खुल जाते हैं। जैसे कि: डॉक्टर, दंत चिकित्सक, होम्योपैथिक डॉक्टर, आयुर्वेदिक डॉक्टर, यूनानी डॉक्टर, फार्मासिस्ट, प्रोफेसर।

नीट की फीस कितनी होती है?

सामान्य श्रेणी के आवेदकों के लिए NEET फॉर्म की फीस 1,700 रुपये है।

नीट की पढ़ाई कितने साल की होती है?

समर्पण और कड़ी मेहनत से 6 महीने में नीट का पाठ्यक्रम पूरा किया जा सकता है।

नीट में कितने नंबर पर सरकारी कॉलेज मिलेगा?

सरकारी कॉलेजों के लिए नीट कटऑफ हर साल बदलती रहती है। सामान्‍य रूप से 620 से अधिक नीट स्‍कोर होने पर सामान्‍य वर्ग के उम्‍मीदवारों को सरकारी कॉलेज में एडमिशन मिल जाता है, लेकिन पिछले साल नीट 2023 का स्‍कोर सामान्‍य वर्ग के लिए 715-117 तक गया था।

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