Quick Summary
हिंदी व्याकरण में मुख्यतः दो प्रकार के लिंग होते हैं जिनसे संज्ञा शब्द की जाति की पहचान की जाती है। इन दो जाति सूचक लिंगों को ही पुल्लिंग स्त्रीलिंग शब्द कहा जाता है। पुल्लिंग स्त्रीलिंग शब्द के बारे में जानकारी होना भाषा को शुद्ध रूप से बोलने और समझने में महत्वपूर्ण है। एक व्यक्ति के द्वारा कही गई बात के भाव का दूसरे तक स्पष्ट रूप से पहुँचाने में ये जाति सूचक शब्द महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
इस ब्लॉग में हम पुल्लिंग स्त्रीलिंग शब्द 100, लिंग किसे कहते हैं, पुल्लिंग किसे कहते हैं , लिंग कितने प्रकार के होते हैं और पुल्लिंग और स्त्रीलिंग के उदाहरण और पहचान के नियमों को जानने की कोशिश करेंगे।
स्त्रीलिंग पुल्लिंग शब्द ब्लॉग में हम सबसे पहले समझेंगे कि लिंग किसे कहते हैं। जिस संज्ञा शब्द से व्यक्ति की जाति का पता चलता है उसे लिंग कहते हैं। ‘लिंग’ शब्द का अर्थ है किसी भी संज्ञा के पुरुष या स्त्री होने का संकेत।लिंग के माध्यम से हम यह जान सकते हैं कि किसी विशेष संज्ञा का सम्बन्ध पुरुष जाति से है या स्त्री जाति से। लिंग का ज्ञान हमें व्याकरण की दृष्टि से संज्ञाओं को सही प्रकार से पहचानने और उनके साथ सही विशेषण, क्रिया आदि का प्रयोग करने में मदद करता है। पुल्लिंग और स्त्रीलिंग के उदाहरण के साथ हम लिंग को आगे समझेंगे।
इनके अतिरिक्त कुछ विशेष परिस्थितियों में सामान्य लिंग (जो न तो स्पष्ट रूप से पुरुष जाति और न ही स्त्री जाति का बोध कराता है) भी मान्य होते हैं, लेकिन यह हिंदी में सामान्य रूप से बहुत कम उपयोग में आता है।
अब हम समझेंगे कि पुल्लिंग किसे कहते हैं। पुल्लिंग उन संज्ञाओं को कहा जाता है जो पुरुष जाति का बोध कराती हैं। हिंदी में अधिकांशतः वे शब्द जो पुरुष, लड़का, राजा, भाई आदि जैसे शब्दों से मिलते-जुलते हैं, पुल्लिंग माने जाते हैं। कुछ उदाहरण:
पुल्लिंग शब्दों के प्रयोग में विशेषण और क्रिया भी उसी लिंग के अनुसार होते हैं। जैसे, “राजा अच्छा है” में ‘अच्छा’ पुल्लिंग विशेषण है।
स्त्रीलिंग उन संज्ञाओं को कहा जाता है जो स्त्री जाति का बोध कराती हैं। हिंदी में अधिकांशतः वे शब्द जो स्त्री, लड़की, रानी, बहन आदि जैसे शब्दों से मिलते-जुलते हैं, स्त्रीलिंग माने जाते हैं। कुछ उदाहरण:
स्त्रीलिंग शब्दों के प्रयोग में विशेषण और क्रिया भी उसी लिंग के अनुसार होते हैं। जैसे, “रानी अच्छी है” में ‘अच्छी’ स्त्रीलिंग विशेषण है।
हिंदी में पुल्लिंग और स्त्रीलिंग शब्दों की पहचान करने के कुछ व्याकरणिक नियम होते हैं। ये नियम आपको शब्दों का सही लिंग पहचानने में मदद करेंगे:
हिंदी व्याकरण में पुल्लिंग से स्त्रीलिंग बनाने के कुछ विशेष नियम और प्रत्यय (शब्द के बाद में लगकर लिंग बोध करने वाले शब्द) होते हैं। इन नियमों और प्रत्ययों का सही प्रयोग करके पुल्लिंग शब्दों को स्त्रीलिंग में बदला जा सकता है।स्त्रीलिंग और पुल्लिंग नियम इस प्रकार है
पुंलिग शब्दों को स्त्रीलिंग में बदलने के लिए कुछ प्रत्ययों का सहारा लेना पड़ता है। इन प्रत्ययो को ‘स्त्रीलिंग प्रत्यय’ कहते हैं। ये निम्नलिखित हैं-
उदाहरण- खाट- खटिया, चूहा–चुहिया, बंदर–बंदरिया, आदि।
उदाहरण-पुत्र–पुत्री, काका–काकी,बकरा-बकरी, आदि।
उदाहरण- नौकर-नौकरानी, सेठ- सेठानी, जेठ-जेठानी आदि।
उदाहरण- श्रीमान– श्रीमती, गुणवान- गुणवती, आदि।
उदाहरण- लेखक-लेखिका,गायक- गायिका, सेवक-सेविका, आदि।
उदाहरण- शेर- शेरनी, हंस- हंसिनी, मोर-मोरनी।
उदाहरण-पिता- माता, भाई-बहन, महाराजा -महारानी आदि।
पुल्लिंग से स्त्रीलिंग में बदले गए 100 उदाहरण नीचे सारणी के रूप में दिए गए है-
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग | पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
पुत्र | पुत्री | मामा | मामी |
माता | पिता | सेवक | सेविका |
भाई | बहन | माली | मालिन |
राजा | रानी | धोबी | धोबिन |
छात्र | छात्रा | न्यायधिश | न्यायधिशा |
सेवक | सेविका | संपादक | संपादिका |
कवि | कवयित्री | मालिक | मालकिन |
लड़का | लड़की | पंडित | पंडिताइन |
बेटा | बेटी | शिष्य | शिष्या |
नौकर | नौकरानी | वाचक | वाचिका |
लेखक | लेखिका | श्रीमान | श्रीमती |
गायक | गायिका | वर | वधू |
नायक | नायिका | महाराज | महारानी |
स्वामी | स्वामिनी | दूल्हा | दुल्हन |
देव | देवी | बूढ़ा | बुढ़िया |
अध्यापक | अध्यापिका | नाग | नागिन |
अभिनेता | अभिनेत्री | प्रिय | प्रिया |
बलवान | बलवती | चाचा | चाची |
जेठ | जेठानी | काका | काकी |
भिखारी | भिखारिन | बंजारा | बंजारिन |
भगवान | भगवती | रक्षक | रक्षिका |
अनुवादक | अनुवादिका | विद्वान | विदुषी |
कुम्हार | कुम्हारिन | नाविक | नाविका |
चालक | चालिका | निर्माता | निर्मात्री |
प्राचार्य | प्राचार्या | प्रशासक | प्रशासिका |
समाजसेवी | समाजसेविका | सज्जन | सज्जनी |
योगी | योगिनी | समीक्षक | समीक्षिका |
आचार्य | आचार्या | अध्यक्ष | अध्यक्षा |
अग्रज | अग्रजा | विधाता | विधात्री |
तेजस | तेजस्वी | वनवासी | वनवासिनी |
पति | पत्नी | धनवान | धनवती |
बाघ | बाघिन | महाशय | महाशया |
उपासक | उपासिका | याचक | याचिका |
मूर्ख | मूर्खा | मोर | मोरनी |
रचयिता | रचयित्री | क्षत्रिय | क्षत्राणी |
सास | ससुर | राक्षस | राक्षसी |
भाई | भाभी | नाना | नानी |
नर्तक | नर्तकी | पूज्य | पूज्या |
ठाकुर | ठकुराइन | काला | काली |
इंद्र | इंद्राणी | बेल | गाय |
कलदेव | कलदेवी | साधु | साध्वी |
हाथी | हथिनी | डॉक्टर | डॉक्टरनी |
अभिलाषी | अभिलाषिणी | पुत्रवान | पुत्रवती |
चोर | चोरनी | मुर्गा | मुर्गी |
जादूगर | जादूगरनी | पर्यवेक्षक | पर्यवेक्षिका |
पंडित | पंडिताइन | नाई | नाईन |
चौधरी | चौधराइन | चायवाला | चायवाली |
शोधकर्ता | शोधकर्त्री | बकरा | बकरी |
साधक | साधिका | कर्ता | कर्त्री |
अभियंता | अभियंत्री | मछुआ | मछुआरी |
पुल्लिंग और स्त्रीलिंग के उदाहरण इस प्रकार है-
पुल्लिंग के उदाहरण | स्त्रीलिंग के उदाहरण |
लड़का | लड़की |
राजा | रानी |
बेटा | बेटी |
शिक्षक | शिक्षिका |
गायक | गायिका |
कवि | कवयित्री |
सेवक | सेविका |
मित्र | सखी |
बालक | बालिका |
छात्र | छात्रा |
नौकर | नौकरानी |
लेखक | लेखिका |
पति | पत्नी |
भाई | बहन |
आदमी | औरत |
पुंलिग शब्दों को स्त्रीलिंग में बदलने के लिए यहाँ हम प्रत्ययों का सहारा लेकर लिंग बदल सकते हैं। इन प्रत्ययो को ‘स्त्रीलिंग प्रत्यय’ कहते हैं।जानवरों के नामों के बदलें लिंग के उदाहरण जिन्हें एक तरह से पुल्लिंग और स्त्रीलिंग के उदाहरण भी माना जा सकता हैं-
पुल्लिंग | स्त्रीलिंग |
कुत्ता | कुतिया |
घोड़ा | घोड़ी |
गधा | गधी |
सिंह | सिंहनी |
बाघ | बाघिन |
हाथी | हथिनी |
मोर | मोरनी |
बैल | गाय |
चूहा | चुहिया |
बकरा | बकरी |
मकड़ा | मकड़ी |
नाग | नागिन |
बिल्ला | बिल्ली |
ऊँट | ऊँटनी |
इस ब्लॉग में हमने पुल्लिंग स्त्रीलिंग शब्द, लिंग किसे कहते हैं, पुल्लिंग किसे कहते हैं, लिंग कितने प्रकार के होते हैं और पुल्लिंग और स्त्रीलिंग के उदाहरण और पहचान के नियमों को जानने की कोशिश की।
जिस संज्ञा शब्द से व्यक्ति की जाति का पता चलता है उसे लिंग कहते हैं।लिंग के माध्यम से हम यह जान सकते हैं कि किसी विशेष संज्ञा का सम्बन्ध पुरुष जाति से है या स्त्री जाति से।लिंग का ज्ञान हिंदी व्याकरण में अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे हम सही व्याकरणिक संरचना बना सकते हैं। संज्ञा के लिंग के अनुसार अन्य शब्दों का चयन सही रूप से करना आवश्यक है। पुल्लिंग और स्त्रीलिंग के सही पहचान और प्रयोग से भाषा का सौंदर्य और स्पष्टता बढ़ती है।
स्त्रीलिंग पहचानने के लिए शब्दों के अंत में ‘आ’, ‘ई’ या ‘णी’ जैसे संकेत देखें, जैसे किताब या रानी। पुल्लिंग में ‘अ’, ‘उ’ या ‘राजा’ जैसे शब्द होते हैं। अर्थ और व्याकरणिक नियम भी मददगार होते हैं।
पुल्लिंग शब्दों को स्त्रीलिंग बनाने के लिए अक्सर अंत में ‘आ’ या ‘ई’ जोड़ते हैं। जैसे, ‘राजा’ को ‘रानी’ और ‘भाई’ को ‘बहन’ में परिवर्तित किया जाता है। कुछ शब्दों में विशेष परिवर्तन भी होते हैं।
पुल्लिंग और स्त्रीलिंग के उदाहरण इस प्रकार हैं:
पुल्लिंग: लड़का, पिता, भाई, राजा।
स्त्रीलिंग: लड़की, माता, बहन, रानी।
इन शब्दों का लिंग उनके अर्थ और व्याकरणिक नियमों पर निर्भर करता है। कई बार अंत के आधार पर भी लिंग पहचाना जा सकता है।
ऊंट का स्त्रीलिंग “ऊंटनी” होता है।
पेड़ का स्त्रीलिंग “पेड़नी” होता है। हालांकि, सामान्यतः “पेड़” शब्द का स्त्रीलिंग नहीं होता, क्योंकि यह एक जेंडर न्यूट्रल शब्द है।
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