पुल्लिंग स्त्रीलिंग शब्द 100: परिभाषा, उदाहरण और नियम

January 10, 2025
पुल्लिंग स्त्रीलिंग शब्द 100
Quick Summary

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  • हिंदी भाषा में हर शब्द का अपना लिंग होता है। वे शब्द जो पुरुष जाति को दर्शाते हैं, पुल्लिंग कहलाते हैं। वहीँ, वे शब्द जो स्त्री जाति को दर्शाते हैं, स्त्रीलिंग कहलाते हैं।
  • जानवरों के नाम के पुल्लिंग और स्त्रीलिंग शब्द:
    • कुत्ता-कुतिया
    • घोड़ा-घोड़ी
    • गधा-गधी
    • सिंह-सिंहनी
    • बाघ-बाघिन
    • हाथी-हथिनी
    • मोर-मोरनी

Table of Contents

हिंदी व्याकरण में मुख्यतः दो प्रकार के लिंग होते हैं जिनसे संज्ञा शब्द की जाति की पहचान की जाती है। इन दो जाति सूचक लिंगों को ही पुल्लिंग स्त्रीलिंग शब्द कहा जाता है। पुल्लिंग स्त्रीलिंग शब्द के बारे में जानकारी होना भाषा को शुद्ध रूप से बोलने और समझने में महत्वपूर्ण है। एक व्यक्ति के द्वारा कही गई बात के भाव का दूसरे तक स्पष्ट रूप से पहुँचाने में ये जाति सूचक शब्द महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। 

इस ब्लॉग में हम पुल्लिंग स्त्रीलिंग शब्द 100, लिंग किसे कहते हैं, पुल्लिंग किसे कहते हैं , लिंग कितने प्रकार के होते हैं और पुल्लिंग और स्त्रीलिंग के उदाहरण और पहचान के नियमों को जानने की कोशिश करेंगे। 

पुल्लिंग स्त्रीलिंग शब्द: लिंग किसे कहते हैं? | Striling Pulling in Hindi

स्त्रीलिंग पुल्लिंग शब्द ब्लॉग में हम सबसे पहले समझेंगे कि लिंग किसे कहते हैं। जिस संज्ञा शब्द से व्यक्ति की जाति का पता चलता है उसे लिंग कहते हैं। ‘लिंग’ शब्द का अर्थ है किसी भी संज्ञा के पुरुष या स्त्री होने का संकेत।लिंग के माध्यम से हम यह जान सकते हैं कि किसी विशेष संज्ञा का सम्बन्ध पुरुष जाति से है या स्त्री जाति से। लिंग का ज्ञान हमें व्याकरण की दृष्टि से संज्ञाओं को सही प्रकार से पहचानने और उनके साथ सही विशेषण, क्रिया आदि का प्रयोग करने में मदद करता है। पुल्लिंग और स्त्रीलिंग के उदाहरण के साथ हम लिंग को आगे समझेंगे।

पुल्लिंग स्त्रीलिंग शब्द: लिंग कितने प्रकार के होते हैं?

हिंदी में लिंग मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं:

  1. पुल्लिंग: जो संज्ञाएँ पुरुष जाति का बोध कराती हैं।
  2. स्त्रीलिंग: जो संज्ञाएँ स्त्री जाति का बोध कराती हैं।

इनके अतिरिक्त कुछ विशेष परिस्थितियों में सामान्य लिंग (जो न तो स्पष्ट रूप से पुरुष जाति और न ही स्त्री जाति का बोध कराता है) भी मान्य होते हैं, लेकिन यह हिंदी में सामान्य रूप से बहुत कम उपयोग में आता है। 

पुल्लिंग किसे कहते हैं?

अब हम समझेंगे कि पुल्लिंग किसे कहते हैं। पुल्लिंग उन संज्ञाओं को कहा जाता है जो पुरुष जाति का बोध कराती हैं। हिंदी में अधिकांशतः वे शब्द जो पुरुष, लड़का, राजा, भाई आदि जैसे शब्दों से मिलते-जुलते हैं, पुल्लिंग माने जाते हैं। कुछ उदाहरण:

  • पुरुष: आदमी, लड़का, भाई, राजा, घोड़ा, सूरज, पहाड़, पेड़।
  • निष्पक्ष संज्ञाएँ: जहाँ पुरुषत्व का बोध हो, जैसे दिन, वर्ष, पत्थर, सोना।

पुल्लिंग शब्दों के प्रयोग में विशेषण और क्रिया भी उसी लिंग के अनुसार होते हैं। जैसे, “राजा अच्छा है” में ‘अच्छा’ पुल्लिंग विशेषण है।

स्त्रीलिंग किसे कहते हैं?

स्त्रीलिंग उन संज्ञाओं को कहा जाता है जो स्त्री जाति का बोध कराती हैं। हिंदी में अधिकांशतः वे शब्द जो स्त्री, लड़की, रानी, बहन आदि जैसे शब्दों से मिलते-जुलते हैं, स्त्रीलिंग माने जाते हैं। कुछ उदाहरण:

  • स्त्री: स्त्री, लड़की, बहन, रानी, घोड़ी, चाँदनी, नदी, कली।
  • निष्पक्ष संज्ञाएँ: जहाँ स्त्रीत्व का बोध हो, जैसे रात, ऋतु, आग, मिट्टी।

स्त्रीलिंग शब्दों के प्रयोग में विशेषण और क्रिया भी उसी लिंग के अनुसार होते हैं। जैसे, “रानी अच्छी है” में ‘अच्छी’ स्त्रीलिंग विशेषण है।

पुल्लिंग स्त्रीलिंग शब्द 100: भाषा में लिंग की पहचान 

हिंदी में पुल्लिंग और स्त्रीलिंग शब्दों की पहचान करने के कुछ व्याकरणिक नियम होते हैं। ये नियम आपको शब्दों का सही लिंग पहचानने में मदद करेंगे:

पुल्लिंग शब्दों की पहचान के नियम:

  1. अंत में ‘आ’ या ‘अ’ ध्वनि:
  • अधिकांश पुल्लिंग शब्द ‘आ’ या ‘अ’ पर समाप्त होते हैं।
  • उदाहरण: राजा, बेटा, घोड़ा, आदमी, छात्र, लेखक
  1. विशेष पुल्लिंग संज्ञाएं:
  • पुरुषों के नाम, देवी-देवताओं के नाम, पर्वत, नदी, दिन, पक्षी, और वृक्ष के नाम अधिकतर पुल्लिंग होते हैं।
  • उदाहरण: राम, कृष्ण, शिव, हिमालय, गंगा, सोमवार, तोता, आम
  1. संज्ञा के साथ पुल्लिंग विशेषण:
  • पुल्लिंग संज्ञाओं के साथ ‘आ’ या ‘अ’ पर समाप्त होने वाले विशेषण होते हैं।
  • उदाहरण: बड़ा आदमी, सुंदर लड़का

स्त्रीलिंग शब्दों की पहचान के नियम:

  1. अंत में ‘ई’ या ‘आ’ ध्वनि:
  • अधिकांश स्त्रीलिंग शब्द ‘ई’ या ‘आ’ पर समाप्त होते हैं।
  • उदाहरण: रानी, बेटी, घोड़ी, औरत, छात्रा, लेखिका
  1. विशेष स्त्रीलिंग संज्ञाएं:
  • महिलाओं के नाम, नदियों के नाम, सखियाँ, देवियाँ, और कई जानवरों के नाम स्त्रीलिंग होते हैं।
  • उदाहरण: सीता, सरस्वती, गंगा, गाय
  1. संज्ञा के साथ स्त्रीलिंग विशेषण:
  • स्त्रीलिंग संज्ञाओं के साथ ‘ई’ या ‘आ’ पर समाप्त होने वाले विशेषण होते हैं।
  • उदाहरण: बड़ी औरत, सुंदर लड़की

विशेष ध्यान देने योग्य बातें:

  1. व्याकरणिक नियमों के अपवाद: कुछ शब्द व्याकरणिक नियमों के अपवाद हो सकते हैं और उन्हें याद रखना पड़ता है। जैसे, पानी (पुल्लिंग), आग (स्त्रीलिंग)
  2. व्यक्तिवाचक संज्ञाएं: व्यक्ति, पशु, पक्षी, वृक्ष, आदि के नाम को ध्यान से पहचानना पड़ता है क्योंकि उनके लिंग निश्चित होते हैं।उदाहरण: पुरुष (पुल्लिंग), स्त्री (स्त्रीलिंग)
  3. समाज में प्रचलित उपयोग:
    • भाषा का समाज में प्रचलित उपयोग भी कभी-कभी लिंग निर्धारण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
    • इन नियमों का पालन करके आप हिंदी में शब्दों के पुल्लिंग और स्त्रीलिंग की पहचान कर सकते हैं और सही व्याकरणिक रूप का उपयोग कर सकते हैं।

पुल्लिंग और स्त्रीलिंग शब्दों की पहचान का महत्व

  • पुल्लिंग और स्त्रीलिंग शब्दों के माध्यम से वाक्यों की संरचना में स्पष्टता आती है। सही लिंग का उपयोग वाक्य को अर्थपूर्ण और स्पष्ट बनाता है।
  • स्त्रीलिंग और पुल्लिंग शब्द किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान के लिंग की पहचान करने में सहायता करते हैं। उदाहरण के लिए, ‘लड़का’ पुल्लिंग है और ‘लड़की’ स्त्रीलिंग है। इससे हम व्यक्ति की पहचान और उसकी विशेषताओं को आसानी से समझ सकते हैं।
  • हिंदी में क्रियाओं के रूप भी लिंग पर निर्भर करते हैं। पुल्लिंग और स्त्रीलिंग के आधार पर क्रियाओं का रूप बदलता है। जैसे, ‘वह पढ़ता है’ (पुल्लिंग) और ‘वह पढ़ती है’ (स्त्रीलिंग)।
  • हिंदी साहित्य में कविताओं, कहानियों और नाटकों में सही लिंग का उपयोग साहित्यिक सौंदर्य को बढ़ाता है। यह पाठकों और श्रोताओं को सामग्री के प्रति आकर्षित करता है।
  • सही लिंग का उपयोग भाषा को शुद्ध और मानक बनाता है। इससे भाषा का सही प्रयोग सुनिश्चित होता है और भाषायी त्रुटियाँ कम होती हैं।

पुल्लिंग स्त्रीलिंग शब्द 100(Striling Pulling in Hindi): पुल्लिंग से स्त्रीलिंग बनाने के नियम 

हिंदी व्याकरण में पुल्लिंग से स्त्रीलिंग बनाने के कुछ विशेष नियम और प्रत्यय (शब्द के बाद में लगकर लिंग बोध करने वाले शब्द) होते हैं। इन नियमों और प्रत्ययों का सही प्रयोग करके पुल्लिंग शब्दों को स्त्रीलिंग में बदला जा सकता है।स्त्रीलिंग और पुल्लिंग नियम इस प्रकार है 

पुंलिग शब्दों को स्त्रीलिंग में बदलने के लिए कुछ प्रत्ययों का सहारा लेना पड़ता है। इन प्रत्ययो को ‘स्त्रीलिंग प्रत्यय’ कहते हैं। ये निम्नलिखित हैं-

  1. व्याकरण के ‘आकारान्त’ पुल्लिंग शब्दों के अन्तिम ‘आ’ को ‘इया’ कर दिया जाता है।
    • उदाहरण- खाट- खटिया, चूहा–चुहिया, बंदर–बंदरिया, आदि।
  2. अकारान्त व आकारान्त पुल्लिंग शब्दों के अन्तिम ‘अ’ या ‘आ’ में; ‘ई’ प्रत्यय लगाने से स्त्रीलिंग बनता है। 
    • उदाहरण- पुत्र–पुत्री, काका–काकी,बकरा-बकरी, आदि।
  3. कुछ संज्ञा शब्दो के अन्त मे ‘आनी’ लगाया जाता है। 
    • उदाहरण- नौकर-नौकरानी, सेठ- सेठानी, जेठ-जेठानी आदि।
  4. कुछ संज्ञा शब्दों के अन्त मे ‘आन’ के स्थान पर ‘अती’ लगाया जाता है।
    • उदाहरण- श्रीमान– श्रीमती, गुणवान- गुणवती, आदि।
  5. कुछ ‘अक’ अन्त वाले संज्ञा शब्दों के स्थान पर ‘इका’ लगाया कर स्त्रीलिंग शब्द बनता है।
    • उदाहरण- लेखक-लेखिका,गायक- गायिका, सेवक-सेविका, आदि।
  6. कुछ पशु पक्षियों के पुल्लिंग शब्दों को स्त्रीलिंग मे परिवर्तित करने के लिए अन्त मे ‘नी’ लगाते है।
    • उदाहरण- शेर- शेरनी, हंस- हंसिनी, मोर-मोरनी।
  7. कुछ संज्ञा शब्दों के रुप बिलकुल बदल दिए जाते है।
    • उदाहरण-पिता- माता, भाई-बहन, महाराजा -महारानी आदि।

पुल्लिंग स्त्रीलिंग शब्द 100: पुल्लिंग से स्त्रीलिंग में बदले गए शब्दों के उदाहरण

पुल्लिंग से स्त्रीलिंग में बदले गए 100 उदाहरण नीचे सारणी के रूप में दिए गए है-

पुल्लिंगस्त्रीलिंग पुल्लिंगस्त्रीलिंग 
पुत्रपुत्रीमामा मामी 
माता पिता सेवक सेविका 
भाईबहनमाली मालिन 
राजारानीधोबी धोबिन 
छात्र छात्रान्यायधिश न्यायधिशा 
सेवकसेविकासंपादक संपादिका 
कवि कवयित्रीमालिक मालकिन 
लड़का लड़कीपंडित पंडिताइन 
बेटाबेटीशिष्य शिष्या 
नौकर नौकरानीवाचक वाचिका 
लेखकलेखिकाश्रीमान श्रीमती 
गायकगायिकावर वधू 
नायक नायिकामहाराजमहारानी 
स्वामी स्वामिनी दूल्हा दुल्हन 
देव देवी बूढ़ा बुढ़िया 
अध्यापक अध्यापिकानाग नागिन 
अभिनेता अभिनेत्री प्रिय प्रिया 
बलवान बलवती चाचा चाची 
जेठ जेठानी काका काकी 
भिखारीभिखारिनबंजाराबंजारिन
भगवान भगवतीरक्षकरक्षिका
अनुवादकअनुवादिकाविद्वानविदुषी
कुम्हारकुम्हारिननाविकनाविका
चालकचालिकानिर्माता निर्मात्री
प्राचार्यप्राचार्याप्रशासकप्रशासिका
समाजसेवीसमाजसेविकासज्जन सज्जनी
योगीयोगिनीसमीक्षकसमीक्षिका
आचार्यआचार्याअध्यक्षअध्यक्षा
अग्रजअग्रजाविधाताविधात्री
तेजसतेजस्वीवनवासीवनवासिनी
पति पत्नी धनवान धनवती 
बाघ बाघिन महाशय महाशया 
उपासक उपासिकायाचक याचिका 
मूर्खमूर्खामोरमोरनी
रचयितारचयित्रीक्षत्रियक्षत्राणी 
सासससुरराक्षसराक्षसी
भाईभाभीनानानानी
नर्तकनर्तकीपूज्यपूज्या
ठाकुरठकुराइनकालाकाली
इंद्र इंद्राणी बेलगाय
कलदेव कलदेवी साधुसाध्वी
हाथी हथिनी डॉक्टरडॉक्टरनी
अभिलाषीअभिलाषिणीपुत्रवानपुत्रवती
चोरचोरनीमुर्गामुर्गी
जादूगरजादूगरनीपर्यवेक्षकपर्यवेक्षिका
पंडितपंडिताइननाईनाईन
चौधरी चौधराइनचायवालाचायवाली
शोधकर्ताशोधकर्त्रीबकरा बकरी 
साधकसाधिकाकर्ताकर्त्री
अभियंताअभियंत्रीमछुआमछुआरी
पुल्लिंग स्त्रीलिंग शब्द 100 (Striling Pulling in Hindi)

पुल्लिंग और स्त्रीलिंग के उदाहरण 

पुल्लिंग और स्त्रीलिंग के उदाहरण इस प्रकार है-

पुल्लिंग के उदाहरणस्त्रीलिंग के उदाहरण 
लड़का लड़की
राजा रानी 
बेटाबेटी 
शिक्षक शिक्षिका 
गायक गायिका
कवि कवयित्री
सेवकसेविका
मित्र सखी 
बालक बालिका 
छात्र छात्रा 
नौकरनौकरानी 
लेखक लेखिका 
पति पत्नी 
भाई बहन 
आदमी औरत 
पुल्लिंग और स्त्रीलिंग (Striling Pulling in Hindi) के उदाहरण

पुल्लिंग स्त्रीलिंग शब्द 100: जानवरों के नाम के पुल्लिंग और स्त्रीलिंग शब्द 

पुंलिग शब्दों को स्त्रीलिंग में बदलने के लिए यहाँ हम प्रत्ययों का सहारा लेकर लिंग बदल सकते हैं। इन प्रत्ययो को ‘स्त्रीलिंग प्रत्यय’ कहते हैं। जानवरों के नामों के बदलें लिंग के उदाहरण जिन्हें एक तरह से पुल्लिंग और स्त्रीलिंग के उदाहरण भी माना जा सकता हैं-

पुल्लिंगस्त्रीलिंग
कुत्ताकुतिया
घोड़ाघोड़ी
गधागधी
सिंहसिंहनी
बाघबाघिन
हाथीहथिनी
मोरमोरनी
बैल गाय 
चूहा चुहिया 
बकरा बकरी 
मकड़ा मकड़ी 
नाग नागिन 
बिल्ला बिल्ली 
ऊँट ऊँटनी 
जानवरों के नाम के पुल्लिंग और स्त्रीलिंग शब्द

निष्कर्ष

इस ब्लॉग में हमने पुल्लिंग स्त्रीलिंग शब्द, लिंग किसे कहते हैं, पुल्लिंग किसे कहते हैं, लिंग कितने प्रकार के होते हैं और पुल्लिंग और स्त्रीलिंग के उदाहरण और पहचान के नियमों को जानने की कोशिश की। 

जिस संज्ञा शब्द से व्यक्ति की जाति का पता चलता है उसे लिंग कहते हैं।लिंग के माध्यम से हम यह जान सकते हैं कि किसी विशेष संज्ञा का सम्बन्ध पुरुष जाति से है या स्त्री जाति से।लिंग का ज्ञान हिंदी व्याकरण में अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे हम सही व्याकरणिक संरचना बना सकते हैं। संज्ञा के लिंग के अनुसार अन्य शब्दों का चयन सही रूप से करना आवश्यक है। पुल्लिंग और स्त्रीलिंग के सही पहचान और प्रयोग से भाषा का सौंदर्य और स्पष्टता बढ़ती है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

स्त्रीलिंग और पुल्लिंग कैसे पता करें?

स्त्रीलिंग पहचानने के लिए शब्दों के अंत में ‘आ’, ‘ई’ या ‘णी’ जैसे संकेत देखें, जैसे किताब या रानी। पुल्लिंग में ‘अ’, ‘उ’ या ‘राजा’ जैसे शब्द होते हैं। अर्थ और व्याकरणिक नियम भी मददगार होते हैं।

पुल्लिंग शब्दों को स्त्रीलिंग कैसे बनाया जाता है?

पुल्लिंग शब्दों को स्त्रीलिंग बनाने के लिए अक्सर अंत में ‘आ’ या ‘ई’ जोड़ते हैं। जैसे, ‘राजा’ को ‘रानी’ और ‘भाई’ को ‘बहन’ में परिवर्तित किया जाता है। कुछ शब्दों में विशेष परिवर्तन भी होते हैं।

पुल्लिंग और स्त्रीलिंग उदाहरण क्या है?

पुल्लिंग और स्त्रीलिंग के उदाहरण इस प्रकार हैं:
पुल्लिंग: लड़का, पिता, भाई, राजा।
स्त्रीलिंग: लड़की, माता, बहन, रानी।
इन शब्दों का लिंग उनके अर्थ और व्याकरणिक नियमों पर निर्भर करता है। कई बार अंत के आधार पर भी लिंग पहचाना जा सकता है।

ऊंट का स्त्रीलिंग क्या होगा?

ऊंट का स्त्रीलिंग “ऊंटनी” होता है।

पेड़ का स्त्रीलिंग क्या होगा?

पेड़ का स्त्रीलिंग “पेड़नी” होता है। हालांकि, सामान्यतः “पेड़” शब्द का स्त्रीलिंग नहीं होता, क्योंकि यह एक जेंडर न्यूट्रल शब्द है।

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