Quick Summary
समीक्षा अधिकारी (Review Officer) का पद भारतीय सरकारी तंत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह पद सचिवालय और अन्य सरकारी विभागों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। समीक्षा अधिकारी का मुख्य कार्य दस्तावेजों की समीक्षा और सत्यापन करना होता है। इसके अलावा, वे विभागीय रिकॉर्ड का प्रबंधन, रिपोर्ट तैयार करना और प्रशासनिक कार्यों की देखरेख करते हैं। इस ब्लॉग में हम समीक्षा अधिकारी कौन होता है, समीक्षा अधिकारी के लिए योग्यता, समीक्षा अधिकारी सैलरी, समीक्षा अधिकारी सिलेबस और समीक्षा अधिकारी एग्जाम के बारे में विस्तार से जानेंगे।
सबसे पहले हम जानेंगे कि Samiksha Adhikari kya Hota Hai? समीक्षा अधिकारी का मुख्य कार्य सरकारी दस्तावेजों की जांच और सत्यापन करना होता है। वे रिपोर्ट तैयार करते हैं, फाइलों का प्रबंधन करते हैं और प्रशासनिक कार्यों में मदद करते हैं। समीक्षा अधिकारी का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना होता है कि सभी दस्तावेज सही और प्रमाणिक हों। इसके अलावा, विभागीय रिकॉर्ड की देखरेख, रिपोर्ट तैयार करना और महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जांच करना शामिल होता है। यह पद एक जिम्मेदारी भरा होता है और इसके लिए उच्च योग्यता और दक्षता की आवश्यकता होती है।
समीक्षा अधिकारी (RO) का पद एक द्वितीय श्रेणी राजपत्रित अधिकारी का होता है, जबकि सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) तृतीय श्रेणी अराजपत्रित अधिकारी के अंतर्गत आता है। इस पद के लिए कोई भी स्नातक (Graduate) अभ्यर्थी आवेदन कर सकता है। आवेदन करने के लिए उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 21 वर्ष और अधिकतम आयु 40 वर्ष निर्धारित होती है।
समीक्षा अधिकारी के पद के लिए चयन के लिए RO एग्ज़ाम दो चरणों में होती है। पहले चरण की परीक्षा को प्रिलिम्स कहाँ जाता है और इसमें चयनित अभ्यर्थी को मुख्य परीक्षा में बैठना होता है।
जब आप एग्जाम में सफलता पा लेते है तब आपकी पोस्टिंग सचिवालय, निर्वाचन आयोग, राजस्व परिसर और लोकसेवा आयोग में हो सकती है। इन सभी को राज्य के बेहतरीन सरकारी नौकरी में जाना जाता है।
अब हम समझेंगे कि समीक्षा अधिकारी बनने के लिए क्या योग्यताएं होनी चाहिए:
| Category | न्यूनतम आयु | अधिकतम आयु |
| सामान्य | 21 | 40 |
| ओबीसी/एससी/एसटी | 21 | 45 |
| दिव्यांग | 21 | 55 |
RO परीक्षा के सिलेबस में सामान्य अध्यन, हिंदी, भूगोल, साइंस, अंग्रेजी और साइंस जैसे सभी विषय के वस्तुनिष्ट प्रश्न आते हैं। इसमें आने वाले विषयों के बारे में विस्तार से समझेंगे:
परीक्षा का प्रारूप:
| विषय | प्रश्न संख्या | अंक |
|---|---|---|
| सामान्य अध्ययन | 140 | 140 |
| सामान्य हिंदी | 60 | 60 |
| कुल | 200 | 200 |
| विषय | अध्ययन सामग्री | महत्वपूर्ण जानकारी |
| इतिहास | यूनिक या स्पेक्ट्रम की पुस्तकें | भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन पर विशेष ध्यान दें |
| विश्व भूगोल | महेश बर्णवाल और घटनाचक्र पूर्वावलोकन की पुस्तकें | भूगोल के विभिन्न पहलुओं का गहन अध्ययन करें |
| भारतीय अर्थव्यवस्था | प्रतियोगिता दर्पण और भारतीय अर्थव्यवस्था की पुस्तकें | राष्ट्रीय आय, कृषि अर्थव्यवस्था, बैंकिंग, पूँजी बाजार, विदेश व्यापार और अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संगठनों की जानकारी |
| संविधान | परीक्षावाणी की भारतीय राजव्यवस्था और घटनाचक्र पूर्वावलोकन की पुस्तकें | संविधान के विभिन्न अनुच्छेदों और प्रावधानों का अध्ययन करें |
| कृषि | घटनाचक्र की किताब ‘कृषि प्रौद्योगिकी’ और घटनाचक्र पूर्वावलोकन | कृषि प्रौद्योगिकी और नवीनतम कृषि तकनीकों का अध्ययन करें |
| भारतीय भूगोल | घटनाचक्र की पुस्तकों का गहन अध्ययन | भारतीय भूगोल के विविध पहलुओं का विस्तृत अध्ययन करें |
| साइंस | एनसीईआरटी और घटनाचक्र पूर्वावलोकन की पुस्तकें | समसामयिक विज्ञान प्रौद्योगिकी की जानकारी |
| क्रम स० | हिंदी पाठ्यक्रम | प्रश्नों की संख्या |
| 1 | विलोम शब्द | 10 |
| 2 | वाक्य शुद्धि एवं वर्तनी | 10 |
| 3 | अनेक शब्दों के लिए एक शब्द | 10 |
| 4 | तत्सम और तद्भव | 10 |
| 5 | विशेषण और विशेष्य | 10 |
| 6 | पर्यायवाची शब्द | 10 |
| कुल | 60 | |
मुख्य परीक्षा के लिए कुल 400 अंक निर्धारित किये गए हैं। इस परीक्षा में 3 प्रश्न पत्र देने होते हैं।
| प्रश्न पत्र | विषय | प्रश्न संख्या | समय | अंक |
| प्रथम प्रश्नपत्र | सामान्य अध्ययन | 120 वस्तुनिष्ट | 120 मिनट | 120 |
| द्वितीय प्रश्नपत्र | सामान्य हिंदी एवं प्रारूपण | |||
| पारंपरिक | 100 | 150 मिनट | 100 | |
| सामान्य शब्दावली | 60 | 30 मिनट | 60 | |
| तृतीय प्रश्नपत्र | हिंदी निबंध | 3 | 180 मिनट | 120 |
यह पेपर 120 वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्नों का होता है, जिनका कुल अंक 120 होता है। पेपर में निम्नलिखित विषय शामिल हैं:
यह पेपर 100 वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्नों का होता है, जिनका कुल अंक 100 होता है। पेपर में निम्नलिखित विषय शामिल हैं:-
यह पेपर 60 वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्नों का होता है, जिनका कुल अंक 60 होता है। पेपर में निम्नलिखित विषय शामिल हैं:-
यह पेपर 120 अंकों का होता है। उम्मीदवारों को दिए गए किसी एक विषय पर निबंध लिखना होता है।
यहां यूपी आरओ/एआरओ की जॉब प्रोफाइल, जिम्मेदारियां और वेतन से संबंधित जानकारी को सरल और प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया है:
यूपीपीएससी द्वारा आयोजित समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) की नौकरियां उन उम्मीदवारों के लिए एक उत्कृष्ट अवसर हैं जो राज्य प्रशासन का हिस्सा बनकर सुचारू संचालन में योगदान देना चाहते हैं। ये पद न केवल जिम्मेदारियों से भरपूर होते हैं, बल्कि आकर्षक वेतन और पदोन्नति की संभावनाएं भी प्रदान करते हैं।
| पद | वेतनमान (स्तर) | मूल वेतन सीमा (रु.) |
|---|---|---|
| समीक्षा अधिकारी (RO) | लेवल-8 | ₹47,600 – ₹1,51,100 |
| सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) | लेवल-7 | ₹44,900 – ₹1,42,400 |
समीक्षा अधिकारी के पद पर रहते हुए उम्मीदवारों को कई प्रकार की सुविधाएं मिलती हैं, जिनमें वेतन, भत्ते, पेंशन और अन्य सुविधाएं शामिल हैं।
जब आप एग्जाम में सफलता पा लेते है तब आपकी पोस्टिंग सचिवालय, निर्वाचन आयोग, राजस्व परिसर और लोकसेवा आयोग में हो सकती है। इन सभी को राज्य के बेहतरीन सरकारी नौकरी में जाना जाता है।
समीक्षा अधिकारी (RO) का वेतनमान लेवल-8 होता है, जिसका प्रारंभिक वेतन ₹47,600 प्रति माह होता है। वेतन में महंगाई भत्ता, चिकित्सा भत्ता, परिवहन भत्ता, आदि जैसे भत्ते भी शामिल होते हैं।
सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) का वेतनमान लेवल-7 होता है, जिसका प्रारंभिक वेतन ₹44,900 प्रति माह होता है। वेतन में महंगाई भत्ता, चिकित्सा भत्ता, परिवहन भत्ता, आदि जैसे भत्ते भी शामिल होते हैं।
समीक्षा अधिकारी को रिटायरमेंट के बाद पेंशन की सुविधा मिलती है। इसके अलावा, उन्हें जीवन बीमा और चिकित्सा बीमा भी मिलता है, जो उनके और उनके परिवार के स्वास्थ्य की सुरक्षा करता है।
(RO) और (ARO) के पदों पर नियुक्ति के लिए उम्मीदवारों को दो चरणों—प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा—से गुजरना होता है।
सबसे पहले उम्मीदवारों को प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होना पड़ता है और निर्धारित कटऑफ अंक प्राप्त करने होते हैं। इसके बाद ही वे मुख्य परीक्षा के लिए पात्र होते हैं।
समीक्षा अधिकारी की मुख्य भूमिका प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करना है। वे विभिन्न दस्तावेजों की समीक्षा कर यह सुनिश्चित करते हैं कि सभी प्रक्रियाएं सरकारी नियमों और कानूनी मानकों के अनुरूप हों।
समीक्षा अधिकारी को सरकारी आवास, चिकित्सा सुविधाएं और अन्य सरकारी सुविधाएं मिलती हैं। इसके अलावा, उन्हें छुट्टियां, यात्रा सुविधाएं और बच्चों की शिक्षा के लिए भी सहायता मिलती है। रिव्यु अफसर(RO) को मिलने वाली सुविधाएं उनके जीवन को अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनाती हैं।
समीक्षा अधिकारी के कार्य विभिन्न होते हैं, जिनमें दस्तावेजों की समीक्षा, प्रशासनिक कार्यों की देखरेख और विभागीय रिकॉर्ड का प्रबंधन शामिल होते हैं। उनके कार्य निम्नलिखित हैं:
समीक्षा अधिकारी (RO) की परीक्षा की तैयारी करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन सही रणनीति, समर्पण और मेहनत से इसे आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। नीचे दिए गए विस्तृत सुझाव आपको परीक्षा की तैयारी में मदद करेंगे।
समय प्रबंधन परीक्षा की तैयारी का महत्वपूर्ण हिस्सा है। एक समय सारणी बनाएं और उसे नियमित रूप से पालन करें। इसमें सभी विषयों के लिए समय आवंटित करें और हर दिन थोड़ी-थोड़ी प्रैक्टिस करें।
सही अध्ययन सामग्री का चयन करना बेहद जरूरी है। अच्छे किताबें, ऑनलाइन संसाधन और मॉक टेस्ट का उपयोग करें।
किताबें: परीक्षा के सिलेबस के अनुसार मानक किताबें चुनें। जैसे कि:
ऑनलाइन संसाधन: विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से मटीरियल डाउनलोड करें और वीडियो लेक्चर देखें।
मॉक टेस्ट: नियमित रूप से मॉक टेस्ट दें ताकि आपको अपनी तैयारी का आकलन हो सके।
समाचार और करेंट अफेयर्स की जानकारी रखना बहुत जरूरी है। रोजाना समाचार पत्र पढ़ें और महत्वपूर्ण घटनाओं का नोट्स बनाएं।
नोट्स बनाना आपकी तैयारी को संगठित और प्रभावी बनाता है। महत्वपूर्ण टॉपिक्स के नोट्स बनाएं और उन्हें नियमित रूप से दोहराएं।
रिवीजन का महत्वपूर्ण हिस्सा है ताकि आपने जो सीखा है, वह याद रहे।
पिछले वर्ष के प्रश्नपत्र हल करना आपकी तैयारी का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इससे आपको परीक्षा के पैटर्न और प्रश्नों की प्रकार का पता चलता है।
स्वस्थ जीवनशैली अपनाना भी तैयारी का महत्वपूर्ण हिस्सा है। सही खान-पान, नियमित व्यायाम और पर्याप्त नींद आपके मस्तिष्क को ताजगी देती है।
सकारात्मक दृष्टिकोण रखना बहुत जरूरी है। आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच से आप किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।
खुद का मूल्यांकन नियमित रूप से करें ताकि आपको अपनी तैयारी का सही अंदाज हो सके।
अन्य उम्मीदवारों से संवाद करना भी लाभकारी हो सकता है। उनके अनुभव और तैयारी के तरीकों से आप बहुत कुछ सीख सकते हैं।
समीक्षा अधिकारी (Review Officer) का करियर एक प्रतिष्ठित और आकर्षक विकल्प हो सकता है। इस करियर के कई लाभ हैं, जो इसे नौकरी चाहने वालों के बीच लोकप्रिय बनाते हैं। यहाँ समीक्षा अधिकारी के करियर के लाभों को विस्तार से समझाया गया है:
एक क्लरिकल/प्रशासनिक अधिकारी होता है, जिसका कार्य सरकारी विभागों, विधान परिषद, विधान सभा, सचिवालय और आयोगों में दस्तावेजों की समीक्षा, फाइलों का संधारण, पत्राचार, रिपोर्ट तैयार करना तथा वरिष्ठ अधिकारियों की प्रशासनिक सहायता करना होता है।
| पैरामीटर | विवरण |
|---|---|
| शैक्षणिक योग्यता | किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक डिग्री (किसी भी संकाय से) । |
| भाषा और टाइपिंग | हिंदी भाषा अच्छी तरह से आती हो; टाइपिंग टेस्ट लागू होने पर हिंदी टाइपिंग की न्यूनतम गति लगभग 25 शब्द प्रति मिनट (WPM) होती है। |
| राष्ट्रीयता | भारतीय नागरिक होना चाहिए (यूपी का निवासी होना लाभदायक) । |
| आयु सीमा | न्यूनतम आयु ~ 21 वर्ष; अधिकतम ~ 40 वर्ष; आरक्षित श्रेणियों (SC/ST/OBC/PwD) को नियमानुसार छूट मिलती है। |
| अन्य / विशेष योग्यता | कुछ रिक्तियों में कंप्यूटर / DOEACC प्रमाणपत्र (O-Level या समकक्ष) की आवश्यकता हो सकती है। |
| विषय | कुल प्रश्न | अंक | अवधि | अन्य विवरण | |
|---|---|---|---|---|---|
| Prelims 2025 | General Studies | 140 | 140 | 2 घंटे | Objective प्रकार; +1 अंक सही उत्तर के लिए; –0.33 अंक गलत उत्तर के लिए। |
| General Hindi | 60 | 60 | 1 घंटा | Objective प्रकार; वही नेगेटिव मार्किंग; कुल 200 अंक; परीक्षा ऑफ़लाइन | |
| पेपर | विषय | अंक | अवधि | प्रकार (Objective / Descriptive) |
|---|---|---|---|---|
| पेपर 1 | General Studies | 120 | 2 घंटे | Descriptive / Conventional प्रश्न। |
| पेपर 2 | General Hindi & Drafting | 200 | 2.5 घंटे | मिश्रित – ड्राफ्टिंग, पत्र, रिपोर्ट इत्यादि। |
| पेपर 3 | Hindi Essay (निबंध) | 120 | 3 घंटे | Descriptive – विषय पर निबंध लेखन। |
समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) परीक्षा का पाठ्यक्रम मुख्यतः सामान्य अध्ययन (General Studies) और सामान्य हिंदी (General Hindi) पर आधारित है। इसमें भारतीय इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थव्यवस्था, समसामयिक घटनाएँ, पर्यावरण, तथा भाषा, व्याकरण, निबंध, पत्र-लेखन और ड्राफ्टिंग जैसे विषय शामिल होते हैं। यह पाठ्यक्रम अभ्यर्थियों की सामान्य जानकारी, विश्लेषण क्षमता और भाषा कौशल का मूल्यांकन करता है।
विषय-विभाजन कुछ इस प्रकार है:
यहाँ कुछ अनुमानित और पिछले वर्षों के कट-ऑफ अंक दिए गए हैं:
| श्रेणी | अनुमानित कट-ऑफ (Prelims 2025) | पिछले वर्ष के कट-ऑफ उदाहरण |
|---|---|---|
| सामान्य (General) | 125-135 | ~122 |
| OBC (NCL) | 120-130 | ~122 |
| SC | ~104-110 | ~105 |
| ST | ~92-100 | ~84-85 |
| महिला | ~115-120 |
इस ब्लॉग में हमने समीक्षा अधिकारी कौन होता है, समीक्षा अधिकारी के लिए योग्यता, समीक्षा अधिकारी सैलरी, समीक्षा अधिकारी सिलेबस और समीक्षा अधिकारी एग्जाम के बारे में विस्तार से समझा। समीक्षा अधिकारी का पद एक प्रतिष्ठित और जिम्मेदारी भरा होता है। यह पद न केवल अच्छे वेतन और सुविधाएं प्रदान करता है, बल्कि एक स्थिर और सुरक्षित करियर का भी अवसर देता है। अगर आप नियमित अध्ययन, सही तैयारी और आत्मविश्वास के साथ इस पद के लिए तैयारी करते हैं, तो आप निश्चित रूप से सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
समीक्षा अधिकारी सरकारों और अन्य संगठनों की ओर से दावों, विवादों और निर्णयों की समीक्षा करते हैं। वे संगठनात्मक अनुपालन सुनिश्चित करने में मदद करने के लिए नीतियों, अधिनियमों और कानून के ज्ञान का उपयोग करते हैं।
नवीनतम अपडेट के अनुसार, समीक्षा/सहायक समीक्षा अधिकारी का वेतन 65000 रुपये से लेकर 70000 रुपये तक होता है, साथ ही विभिन्न भत्ते और लाभ भी मिलते है।
लखनऊ में समीक्षा अधिकारी के नाम ये हैं:
श्री प्रेम कुमार पाण्डे, समीक्षा अधिकारी, बेहेरे, समीक्षा अधिकारी रोड एल०डी०ए० कालोनी
श्री राकेश कुमार, समीक्षा अधिकारी
श्री हरीलाल मिश्रा, सहा समीक्षा अधिकारी, लखनऊ
समीक्षा अधिकारी की नियुक्ति आमतौर पर राज्य लोक सेवा आयोग (जैसे यूपीपीएससी) या संबंधित विभाग द्वारा की जाती है।
समीक्षा अधिकारी की शक्ति उसके पद और जिम्मेदारी पर निर्भर करती है। वे सरकारी योजनाओं और परियोजनाओं की समीक्षा और मूल्यांकन करने का अधिकार रखते हैं। वे अपनी रिपोर्ट के आधार पर संबंधित अधिकारियों को सुझाव दे सकते हैं और कार्रवाई करने की सिफारिश कर सकते हैं।
समीक्षा अधिकारी (Review Officer – RO) बनने के लिए उम्मीदवार का किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक (Graduation) उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। यह डिग्री किसी भी विषय में हो सकती है, जैसे कला, वाणिज्य, विज्ञान आदि। विशेष रूप से सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) पद के लिए हिंदी टाइपिंग और कंप्यूटर ज्ञान (MS Office, Word, Excel) का होना भी लाभकारी होता है।
इसके अलावा, उम्मीदवार को भारत का नागरिक होना चाहिए और उत्तर प्रदेश की राज्य सेवा से संबंधित नियमों का पालन करना आवश्यक होता है। शैक्षणिक योग्यता के साथ-साथ सामान्य ज्ञान और भाषा पर अच्छी पकड़ जरूरी है।
सहायक समीक्षा अधिकारियों को संबंधित अनुभाग में प्राप्त मांग पत्रों और लंबित फाइलों का व्यवस्थित रिकॉर्ड तैयार करना होता है। यदि किसी कार्यालय में लिपिक या टाइपिस्ट नियुक्त नहीं हैं, तो उन्हें लिपिकीय कार्यों और टाइपिंग की जिम्मेदारी भी निभानी पड़ती है।
Authored by, Aakriti Jain
Content Curator
Aakriti is a writer who finds joy in shaping ideas into words—whether it’s crafting engaging content or weaving stories that resonate. Writing has always been her way of expressing herself to the world. She loves exploring new topics, diving into research, and turning thoughts into something meaningful. For her, there’s something special about the right words coming together—and that’s what keeps her inspired.
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